लाइफस्टाइल

किसी भी जर्नलिस्ट को डेट करने से पहले ध्यान मे रखें ये बाते

जर्नलिस्ट को डेट करने के लिए कुछ ख़ास टिप्स


पत्रकार होना कोई आम बात नही है और उन्हें डेट करना भी कोई आम बात नही है । अगर आपका ब्वॉयफ्रेंड या गर्लफेंड पत्रकार है, तो समझ लीजिए कि आप अन्य लङकियो या लङको की तुलना मे सबसे ज्यादा लकी है। यही टीवी पर सुंदर सी लङकी देश दुनिया की खबरे देते हुए कितनी अच्छी लगती है। जर्नलिस्ट को डेट करना कई तरह से ख़ास है क्योंकि ये सिर्फ आपको देश और दुनिया की ख़ास खबरे नही बताते बल्कि आपको जीवन जीने के ख़ास तरीके भी बताते है ।

कैसे करे जर्नलिस्ट को डेट?
कैसे करे जर्नलिस्ट को डेट?

एक सफल और आत्म -निर्भर लङकी तो सभी को चाहिए होती है पर जब उसी लङकी को डेट करने की बात आती है तो लोग घबरा जाते है। ज्यादातर पुरुष के साथ ये होता है। यहॉ हम आपको बताएंगे की अगर आप किसी जर्नलिस्ट को डेट या शादी करना चाहते है तो आपको किन- किन बातो का ख़्याल रखना होगा ।

• पैसो के मामले मे बराबरी रखे-

हमारे देश मे यह कानून है कि अगर लङका- लङकी साथ मे है तो हर चीज के पैसे लङके ही देंगे पर जर्नलिस्ट लङकिया इस बात को बिलकुल नही मानती। जब इक्वालिटी की बाते करती है तो उनके लिए यह इक्वालिटी फिजिकल, मेंन्टल से लेकर फाइनेंशियल तक होता है। जर्नलिस्ट लङकियां इंडिपेंडेंट होती है और अपने पैसे को खर्चना और बचाना अच्छे से जानती है।

• आपको रिस्क टेकर बनना होगा-

जर्नलिस्ट लङकियां हमेशा बिंदास और रिस्क टेकर होती है। लङकियो को एडवेंचर भी काफी पसंद होता है। ऐसे मे आपको भी रिस्क टेकर होना चाहिए और अगर आप नही है तो जर्नलिस्ट लङकियो के साथ रिस्क लेने का दम रखना पड़ेगा । जर्नलिस्ट लङकियां न तो रिस्क लेने से डरती है और न ही उनके परिणाम से। उनके पास जो भी परिणाम होते है और वो उसे खुशी -खुशी एक्सेपट करती है और फिर वो आगे बढ जाती है।

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इनकी हर अदा होती है ख़ास

• उन पर भरोसा करें और उन पर गर्व महसूस करे-

जर्नलिस्ट बनना कोई आसान बात नही है। उन्हें कई असफलता, तनाव, उत्तार-चढाव देखने पड़ते है । जर्नलिस्ट होना अपने आप मे ही एक बङी बात है। आप उनके काम की जितनी सराहना करेंगे उन्हें उतना ही अच्छा लगेगा है लेकिन उससे भी ज्यादा यह जरुरी है कि आप उन पर गर्व महसूस करे, साथ ही वो अपने काम के सिलसिले मे कई तरह के लोगो से मिलती जुलती रहती है ऐसे मे आपको उन पर भरोसा रखना चाहिए। जहॉ तक हो सके आप उन्हे यह महसूस कराए की वो आपके लिए क्या मायने रखती है।

• कभी उनसे झूठ न बोले-

जर्नलिस्ट लङकें या लङकियों के सामने झूठ बोलने की कोशिश न करे। इसकी साफ- साफ वजह यह है कि जर्नलिस्ट लङकियां झूठ आसानी से पकङ लेती है क्योकि वो जिस प्रोफेशन मे है वहां बॉडी लैंगवेज के जरिये खबर निकालना उनका काम है। इसलिए जहां तक हो सके सच ही बोले।

• आप मे पेशंस होना बेहद जरुरी है-

पेशंस होना आपके अंदर बहुत जरुरी है क्योकि जर्नलिस्ट लङकिया अक्सर व्यसत रहती है। उनके लिए काम सबसे पहले होता है और वो मल्टीटास्कर होती है। एक समय मे उसके दिमाग के भीतर कई काम चल रहे होते है कभी ऑफिस की डेडलाइन, कभी सोर्स से मिलना। अगर वो बिजी शेड्यूल मे भी आपको समय देती है तो समझिए वो आपके लिए कुछ भी कर सकती है।

Roshni Kumari

A dedicated individual who leaves no stone unturned when it comes to work.
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