Rain Garden: बारिश का पानी अब न जाए बर्बाद! जानिए रेन गार्डन बनाने की तरीका
Rain Garden, बारिश का पानी अक्सर छतों, सड़कों और खुले स्थानों से बहकर नालियों में चला जाता है,
Rain Garden : रेन गार्डन, पानी बचाने और गार्डन सजाने का बेहतरीन तरीका
Rain Garden, बारिश का पानी अक्सर छतों, सड़कों और खुले स्थानों से बहकर नालियों में चला जाता है, जिससे न केवल पानी की बर्बादी होती है बल्कि जलभराव और मिट्टी कटाव जैसी समस्याएं भी पैदा होती हैं। ऐसे में Rain Garden एक बेहतरीन समाधान है। यह न सिर्फ बारिश के पानी को धरती में सोखने का मौका देता है, बल्कि घर या गार्डन की खूबसूरती भी बढ़ाता है। आइए जानें कि रेन गार्डन क्या होता है और इसे कैसे बनाया जा सकता है।
रेन गार्डन क्या होता है?
Rain Garden एक ऐसा गड्ढेनुमा क्षेत्र होता है जिसमें बारिश का पानी इकट्ठा किया जाता है और उसे धीरे-धीरे मिट्टी में रिसने दिया जाता है। इस गार्डन में विशेष पौधे लगाए जाते हैं जो पानी को सोखने और फिल्टर करने में मदद करते हैं। यह बारिश के पानी को संरक्षित करने और ग्राउंड वाटर रिचार्ज करने का प्राकृतिक तरीका है।

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Rain Garden कैसे बनाएं?
1. स्थान का चयन करें
Rain Garden बनाने के लिए ऐसा स्थान चुनें जहां बारिश का पानी आसानी से बहकर पहुंच सके, जैसे कि छत का पाइप, ड्राइववे या लॉन का ढलवां हिस्सा। ध्यान रहे कि यह स्थान घर की नींव से कम से कम 10 फीट दूर हो।
2. गहराई और आकार निर्धारित करें
Rain Garden आमतौर पर 4 से 8 इंच गहरा होता है। इसका आकार इस पर निर्भर करता है कि आपकी छत या एरिया से कितना पानी बहकर आता है। यदि बड़ी मात्रा में पानी आता है, तो गार्डन का आकार बड़ा रखें।
3. मिट्टी की जांच करें
Rain Garden के लिए ऐसी मिट्टी उपयुक्त होती है जो पानी को जल्दी सोख सके। बलुई या दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। जरूरत पड़े तो मिट्टी में रेत और कंपोस्ट मिलाएं ताकि उसका जल सोखने का गुण बढ़े।
4. लेयरिंग और ड्रेनेज सिस्टम बनाएं
बेस लेयर में 2-3 इंच मोटी कंकड़ या रोड़ी बिछाएं ताकि पानी जमा न हो। उसके ऊपर अच्छी मिट्टी और ऑर्गेनिक खाद डालें। गार्डन के किनारों पर छोटे पत्थर लगाकर पानी को एक जगह केंद्रित होने से रोका जा सकता है।
5. सही पौधों का चयन करें
रेन गार्डन के लिए ऐसे पौधे चुनें जो अधिक पानी सह सकें और पर्यावरण के अनुकूल हों। जैसे:
- गेंदे, कैना, लेमन ग्रास, बटरफ्लाई बुश
- स्थानीय घास, झाड़ियाँ और जलप्रेमी पौधे
पौधों को रेन गार्डन के बीच और किनारे इस तरह लगाएं कि पानी का फ्लो रुकने न पाए और सब पौधों को नमी मिलती रहे।
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6. मेंटेनेंस का रखें ध्यान
Rain Garden की समय-समय पर सफाई करें, खरपतवार हटाएं और मिट्टी की स्थिति जांचते रहें। बारिश के मौसम में देखें कि पानी कितनी देर में मिट्टी में समा जाता है।
रेन गार्डन के फायदे
- भूजल स्तर बढ़ाता है
- जलभराव की समस्या को रोकता है
- घर की सुंदरता बढ़ाता है
- जैव विविधता को प्रोत्साहित करता है
- प्रदूषकों को छानने में मदद करता है
रेन गार्डन एक ऐसा सरल, टिकाऊ और खूबसूरत उपाय है जिससे आप न केवल बारिश के पानी को बचा सकते हैं, बल्कि अपने घर और पर्यावरण को भी बेहतर बना सकते हैं। थोड़ी सी मेहनत और समझदारी से आप बना सकते हैं एक सुंदर और उपयोगी रेन गार्डन, जो आपके लिए गर्व का विषय भी होगा और प्रकृति के लिए वरदान भी।
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