Pollution-Free Diwali: दिवाली 2025, शोर और प्रदूषण से मुक्त मनाने के आसान टिप्स
Pollution-Free Diwali, दिवाली, भारत का एक प्रमुख त्योहार, खुशियों, रोशनी और मिठास का प्रतीक है। लेकिन पिछले कुछ सालों में यह त्योहार शोर और वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए चिंता का कारण बन गया है।
Pollution-Free Diwali : दिवाली में शांति और स्वच्छ हवा, शोर और प्रदूषण से बचने के तरीके
Pollution-Free Diwali, दिवाली, भारत का एक प्रमुख त्योहार, खुशियों, रोशनी और मिठास का प्रतीक है। लेकिन पिछले कुछ सालों में यह त्योहार शोर और वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए चिंता का कारण बन गया है। पटाखों, तेज आवाज़ और रासायनिक धुएँ ने दीवाली की खुशियों के साथ-साथ वातावरण और लोगों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित किया है। इसलिए यह जरूरी है कि हम इस दिवाली को शोर और प्रदूषण-मुक्त तरीके से मनाएं।
1. पटाखों के विकल्प अपनाएं
दिवाली में सबसे बड़ा प्रदूषण स्रोत पटाखे होते हैं। इनमें से कुछ छोटे और घरेलू पटाखे तो कम नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन अधिकांश से वातावरण में विषैले धुएँ और ध्वनि प्रदूषण फैलता है।
- ग्रीन क्रैकर्स (Green Crackers): सरकार और कई कंपनियां अब पर्यावरण-मित्र पटाखे पेश कर रही हैं। ये कम धुआँ और कम आवाज़ के साथ जलते हैं।
- बैठक और दीपमालाओं का उपयोग: आप दीयों और रंग-बिरंगी लाइटिंग से घर और गली को सजाकर भी दिवाली की रौनक बना सकते हैं।
- फुलझड़ी और हाथ की लाइट्स: फुलझड़ी जलाना पर्यावरण को कम प्रभावित करता है और बच्चों के लिए भी सुरक्षित है।
2. घर को सजाने के पर्यावरण-मित्र तरीके
दिवाली पर घर की सजावट में भी हम पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बन सकते हैं।
- प्राकृतिक सामग्री का उपयोग: फूल, पत्तियाँ, नारियल और मिट्टी के दीपक का उपयोग करें।
- रंगोली में फूल और प्राकृतिक रंग: सिंथेटिक रंगों के बजाय हल्दी, चंदन और फूलों के पंखुड़ी से रंगोली बनाएं।
- सजावट में प्लास्टिक कम करें: प्लास्टिक के झुमके और सजावटी वस्तुओं के बजाय कपड़े, कागज और मिट्टी के सजावटी आइटम अपनाएं।
Read More : Vitamin B12: गर्भवती महिलाओं के लिए जरूरी चेतावनी, विटामिन B12 की कमी बन सकती है बड़ी परेशानी
3. वायु प्रदूषण से बचाव के उपाय
दिवाली के समय वायु प्रदूषण सबसे ज्यादा बढ़ता है, जिससे बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों वाले लोगों पर गंभीर असर पड़ सकता है।
- घर के अंदर रहें: अगर पड़ोस में पटाखे जल रहे हैं तो घर के अंदर रहें और खिड़कियाँ बंद रखें।
- एयर प्यूरीफायर का उपयोग: यदि संभव हो तो एयर प्यूरीफायर या ह्यूमिडिफायर का इस्तेमाल करें।
- पेड़ और पौधों की संख्या बढ़ाएं: घर और गली में पौधे लगाने से वायु शुद्ध होती है।
4. ध्वनि प्रदूषण कम करने के उपाय
शोर प्रदूषण भी दिवाली के दौरान एक बड़ा मुद्दा बनता है। अत्यधिक ध्वनि से सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है और जानवर भी डर जाते हैं।
- कम आवाज़ वाले पटाखे चुनें: अगर पटाखे जलाने हैं तो लाइट क्रैकर्स और फुलझड़ियाँ ही जलाएं।
- सामाजिक जागरूकता: पड़ोसियों और दोस्तों को भी ध्वनि प्रदूषण के नुकसान के बारे में बताएं।
- घर के अंदर सेलिब्रेशन: परिवार के साथ म्यूजिक और लाइट शो का आनंद लें, बाहर शोर न फैलाएं।
Read More : A Knight of the Seven Kingdoms: GOT का नया धमाका, ‘A Knight of the Seven Kingdoms’ स्पिन-ऑफ का ट्रेलर आउट!
5. पानी और बिजली की बचत
दिवाली के समय बिजली और पानी की खपत भी बहुत बढ़ जाती है।
- एलईडी लाइट्स का उपयोग: पारंपरिक बल्ब की बजाय एलईडी लाइट्स जलाएं। यह ऊर्जा की बचत करती हैं और कम गर्मी उत्पन्न करती हैं।
- सिंचाई और पानी की बचत: अगर फूलों और पौधों से घर सजाया है, तो पानी का कम उपयोग करें।
- सौर ऊर्जा विकल्प: जहां संभव हो, छोटे सौर लाइट्स का उपयोग करें।
6. सामूहिक और सामाजिक प्रयास
- कम्युनिटी दिवाली: अपने मोहल्ले या गली में मिलकर ग्रीन दिवाली प्रोग्राम आयोजित करें।
- स्कूल और कॉलेज प्रोग्राम: बच्चों और युवाओं को पर्यावरण-मित्र दिवाली के महत्व के बारे में शिक्षित करें।
- डोनेशन और सामाजिक कार्य: दिवाली के मौके पर गरीबों और जरूरतमंदों को मदद देना भी उत्सव का हिस्सा बनाएं।
7. कचरे और रिसाइकलिंग पर ध्यान
दिवाली के बाद कचरा भी एक बड़ी समस्या बन जाता है।
- बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग: सजावट और फुलझड़ी में जैविक सामग्री चुनें।
- कचरे का सही निपटान: प्लास्टिक और अनावश्यक पैकेजिंग का रिसाइक्लिंग करें।
- कम कचरा बनाएं: जरूरत से ज्यादा सजावट और पटाखों से बचें।
दिवाली सिर्फ रोशनी, मिठाई और खुशियों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह हमारे जीवन और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का प्रतीक भी है। शोर और प्रदूषण-मुक्त दिवाली मनाने से हम अपने स्वास्थ्य, पड़ोसियों और पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com







