Pigeon Droppings: कबूतर का इंसान के आस पास होना क्यों खतरनाक है? बीट से हो सकता संक्रमण, जाने का भी है खतरा
कबूतरों का इंसान के आस पास होना हो सकता है खतरनाक, कबूतरों की बीट से जा सकती है जान, जानें कबूतरों के बीट से फैलता है कौन सा संक्रमण।
Pigeon Droppings: सूखी कबूतर बीट से फेफड़े और इम्यूनिटी को हो सकता है नुकसान
Pigeon Droppings: Pigeon Droppings इंसानों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। इसमें कई प्रकार के फंगस, बैक्टीरिया और कभी-कभी वायरस मौजूद होते हैं, जो सीधे संपर्क या हवा के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। कबूतर के मल में साल्मोनेला बैक्टीरिया भी हो सकते हैं, जो दस्त, पेट दर्द और उल्टी जैसी परेशानियाँ पैदा करते हैं। कुछ मामलों में एवियन इन्फ्लुएंजा का खतरा भी रहता है, खासकर अगर संक्रमित पक्षियों के करीब रहें। इन बीमारियों से बचने के लिए साफ-सफाई रखना, मास्क और दस्ताने का इस्तेमाल करना, और कबूतरों के मल के सीधे संपर्क से बचना बेहद जरूरी है।
कबूतर की बीट इंसानों के लिए गंभीर खतरा बन सकती है
अक्सर लोग अपने घर की बालकनी या छत पर कबूतरों को दाना देते हैं। लेकिन डॉक्टर्स के अनुसार, सूखी कबूतर बीट इंसानों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा बन सकती है। इसमें खतरनाक बैक्टीरिया और फंगस मौजूद हो सकते हैं, जैसे क्रिप्टोकोकस, हिस्टोप्लास्मोसिस और क्लैमाइडिया सीटासी। सूखी बीट हवा में उड़ते समय फंगल स्पोर्स छोड़ती है, जो सांस के जरिए शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। इससे सांस लेने में दिक्कत और फेफड़ों व दिमाग की झिल्ली में सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सिटाकोसिस जैसी बीमारी भी इसका परिणाम हो सकती है, जिसमें तेज बुखार, सिर दर्द और सांस लेने में परेशानी होती है।
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कमजोर इम्यूनिटी वाले
कबूतर की बीट में साल्मोनेला बैक्टीरिया भी हो सकता है, जो दस्त और पेट से जुड़ी समस्याएं पैदा करता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले लोग जैसे छोटे बच्चे, बुजुर्ग, अस्थमा या फेफड़ों की समस्या वाले लोग इससे अधिक प्रभावित हो सकते हैं। सावधानी बरतना और कबूतरों के संपर्क में आने के बाद हाथ धोना, साफ-सफाई रखना और बीमार होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बेहद जरूरी है।
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