लाइफस्टाइल

Mindful Fashion: फैशन में जागरूकता का दौर, कम कपड़े, लेकिन बेहतर चुनाव

Mindful Fashion, फैशन आज सिर्फ दिखावे या ट्रेंड्स का विषय नहीं रहा, बल्कि यह हमारे जीवनशैली, सोच और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी को भी दर्शाता है।

Mindful Fashion : फास्ट फैशन को कहो अलविदा, अपनाओ Mindful Fashion का रास्ता

Mindful Fashion, फैशन आज सिर्फ दिखावे या ट्रेंड्स का विषय नहीं रहा, बल्कि यह हमारे जीवनशैली, सोच और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी को भी दर्शाता है। पिछले कुछ वर्षों में “Mindful Fashion” यानी सोच-समझकर और जिम्मेदारी से फैशन अपनाने की अवधारणा तेजी से उभरी है। इसका मूल मंत्र है कम खरीदो, ज़्यादा पहनो। यह विचार न केवल आर्थिक दृष्टि से लाभदायक है, बल्कि पर्यावरण की सुरक्षा और संसाधनों के संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाता है।

फास्ट फैशन से शुरू हुई समस्या

आज के समय में ‘फास्ट फैशन’ का चलन बहुत बढ़ गया है हर हफ्ते नए ट्रेंड्स, सस्ते कपड़े और जल्द बदलती स्टाइल्स। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन कपड़ों की असली कीमत क्या है? सस्ते कपड़ों के पीछे छिपी होती है श्रमिकों की मेहनत का शोषण, पर्यावरण प्रदूषण और बेकार कपड़ों का पहाड़। एक रिपोर्ट के अनुसार, हर साल लाखों टन कपड़े सिर्फ इसलिए फेंक दिए जाते हैं क्योंकि वे “आउट ऑफ फैशन” हो जाते हैं। यही वह बिंदु है जहां Mindful Fashion की सोच जन्म लेती है।

क्या है Mindful Fashion?

Mindful Fashion का अर्थ है फैशन के प्रति जागरूक और जिम्मेदार दृष्टिकोण अपनाना। इसका मतलब है कि हम हर कपड़ा सोच-समझकर खरीदें, उसकी क्वालिटी, उपयोगिता और पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को ध्यान में रखें।
यह सिर्फ कम खरीदने की बात नहीं करता, बल्कि यह हमें अपने कपड़ों से गहरा रिश्ता बनाने की प्रेरणा देता है। यानी, वही कपड़े बार-बार पहनना, उन्हें रिपेयर करना, या फिर रीसायकल करना ताकि उनका जीवनकाल बढ़े।

कम खरीदो, लेकिन समझदारी से

अक्सर लोग सोचते हैं कि ज्यादा कपड़े खरीदना स्टाइल का प्रतीक है, जबकि असल में फैशन का मतलब है अपने व्यक्तित्व को व्यक्त करना, न कि अलमारी भर लेना। जब आप कम लेकिन उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े खरीदते हैं, तो वे ज्यादा टिकाऊ होते हैं और लंबे समय तक आपके वार्डरोब का हिस्सा बने रहते हैं। “Less is more” का सिद्धांत यहीं फिट बैठता है कम चीज़ें भी अगर सोच-समझकर चुनी जाएं तो वे ज्यादा प्रभावशाली दिखती हैं। आरामदायक होते हैं बल्कि पर्यावरण को भी कम नुकसान पहुंचाते हैं। अच्छे फैब्रिक में निवेश करना शुरुआत में महंगा लग सकता है, लेकिन लंबे समय में यह ज्यादा फायदेमंद साबित होता है।

रीपीट आउटफिट्स: शर्म नहीं, समझदारी

आज भी सोशल मीडिया के दौर में कई लोग बार-बार एक ही कपड़ा पहनने से झिझकते हैं, लेकिन अब यह सोच बदलनी जरूरी है। कई ग्लोबल सेलिब्रिटीज़ और इंफ्लुएंसर्स अब outfit repeating को प्रमोट कर रहे हैं।
केट मिडलटन, एमा वॉटसन और आलिया भट्ट जैसी हस्तियां भी कई इवेंट्स में अपने पुराने कपड़ों को दोबारा पहन चुकी हैं। यह संदेश देता है कि फैशन का असली मतलब है स्टाइल और आत्मविश्वास न कि हर बार नया पहनना।

सस्टेनेबल ब्रांड्स की बढ़ती भूमिका

अब कई भारतीय और अंतरराष्ट्रीय ब्रांड्स “सस्टेनेबल फैशन” पर ध्यान दे रहे हैं। ये ब्रांड्स रीसायकल्ड मटेरियल, नैचुरल डाई और लोकल आर्टिज़न्स के साथ काम करते हैं। जैसे Nicobar, No Nasties, Doodlage, Anokhi, Fabindia जैसे ब्रांड्स पर्यावरण के अनुकूल फैशन की दिशा में अग्रसर हैं। इनका उद्देश्य है फैशन को सिर्फ सुंदर नहीं, बल्कि जिम्मेदार बनाना।

पुराने कपड़ों को नया रूप देना

Mindful Fashion का एक बड़ा हिस्सा है ‘Reuse और Upcycle’। आप पुराने कपड़ों को नई तरह से स्टाइल कर सकते हैं जैसे पुरानी साड़ी से स्कर्ट या जैकेट बनाना, या फिर जींस को बैग या कुशन कवर में बदलना। यह न केवल आपकी रचनात्मकता को दर्शाता है, बल्कि वेस्ट कम करने में भी मदद करता है। कई यंग डिजाइनर्स अब “अपसाइकिल फैशन” को प्रोफेशनल लेवल पर ले जा रहे हैं, जिससे यह ट्रेंड स्टाइलिश भी है और सस्टेनेबल भी।

Read More : Chia Seed Laddu Recipe: चिया सीड लड्डू रेसिपी, मिनटों में बनाएं हेल्दी और एनर्जी से भरपूर लड्डू

फैशन और पर्यावरण का रिश्ता

कपड़ा उद्योग दुनिया के सबसे प्रदूषक उद्योगों में से एक है। इसके कारण पानी की बर्बादी, केमिकल डाई का उपयोग और माइक्रोप्लास्टिक का फैलाव लगातार बढ़ रहा है। यदि हम सच में पर्यावरण की परवाह करते हैं, तो हमें अपनी फैशन आदतों को बदलना ही होगा। जब आप कम खरीदते हैं और ज्यादा पहनते हैं, तो आप उत्पादन और उपभोग के इस चक्र में एक जिम्मेदार भूमिका निभाते हैं।

Read More : Chhath Puja: छठ पूजा, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक लाभ जो बदल देंगे आपका जीवन

Mindful Fashion को अपनाने के आसान तरीके

  1. खरीदने से पहले सोचें – क्या आपको सच में यह कपड़ा चाहिए या बस ट्रेंड के लिए खरीद रहे हैं?
  2. क्वालिटी को प्राथमिकता दें – टिकाऊ और नैचुरल फैब्रिक चुनें।
  3. कपड़ों की देखभाल करें – सही धुलाई और रखरखाव से उनकी उम्र बढ़ती है।
  4. रीयूज और अपसाइकिल करें – पुराने कपड़ों को नया रूप दें।
  5. सस्टेनेबल ब्रांड्स को सपोर्ट करें – उन कंपनियों को चुनें जो पर्यावरण और कारीगरों के हित में काम करती हैं।

“कम खरीदो, ज़्यादा पहनो” केवल एक ट्रेंड नहीं, बल्कि एक जागरूक जीवनशैली है।
यह सोच हमें उपभोक्ता से जिम्मेदार उपभोक्ता बनाती है — जो अपने चुनावों से पर्यावरण, समाज और अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button