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Metabolism In Hindi: क्या होता है मेटाबॉलिज्म? जिसके कम होने से बढ़ने लगता है वजन, जानें इसे बूस्ट करने का आसान तरीका

Metabolism In Hindi: मोटापा और बढ़ता वजन आज के समय की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। मोटापे के कारण शरीर डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर समेत कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाता है। खानपान में गड़बड़ी और असंतुलित जीवनशैली के कारण मोटापे का खतरा सबसे ज्यादा रहता है।

Metabolism In Hindi: कब कमजोर होता है मेटाबॉलिज्म? जानें वजन घटाने-बढ़ाने में क्या है इसका रोल

मोटापा और बढ़ता वजन आज के समय की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। मोटापे के कारण शरीर डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हाई ब्लड प्रेशर समेत कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो जाता है। खानपान में गड़बड़ी और असंतुलित जीवनशैली के कारण मोटापे का खतरा सबसे ज्यादा रहता है। लेकिन कुछ लोगों में मोटापा कमजोर मेटाबॉलिज्म के कारण भी हो सकता है। मोटाबॉलिज्म वजन कम करने और शरीर का स्वास्थ्य ठीक रखने में अहम भूमिका निभाता है। मेटाबॉलिज्म को हिंदी में चयापचय भी कहते हैं। कई बार लोग लाख कोशिश करने के बाद भी वजन कम नहीं कर पाते हैं, इसके पीछे भी मेटाबॉलिज्म का हाथ हो सकता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं आखिर मेटाबॉलिज्म है क्या और इसे बढ़ाने के लिए क्या करें?

क्या है मेटाबॉलिज्म? Metabolism In Hindi

मेटाबॉलिज्म को हिंदी में चयापचय भी कहते हैं। हम कोई भी काम करते हैं तो इसे करने के लिए एनर्जी की जरूरत होती है। अगर हमें कमजोरी या थकान महसूस होती है तो इसका मतलब हुआ कि हमारे शरीर में मेटाबोलिज्म सही से नहीं हुआ जिसके कारण एनर्जी कम हो गया है। मेटाबॉलिज्म एक ऐसी प्रक्रिया है जो आपके भोजन से पोषक तत्व को अवशोषित कर उसे एनर्जी में बदलता है। यानी मेटाबॉलिज्म आपके भोजन को पचाकर प्रोटीन, कार्बोहाइड्रैट, फैट और मिनिरल्स में बदलकर एनर्जी में कन्वर्ट करता है। आसान शब्दों में कहें तो आप जो भी खाना खाते हैं, मेटाबॉलिज्म उस भोजन को एनर्जी के रूप में बदलकर, नई सेल्स को निर्माण कर सुरक्षित बनाए रखता है। यानी एक तरह से कहें तो मोटापे से दूर रहने और हेल्दी रहने के लिए आपका मेटाबॉलिज्म फास्ट होना बहुत ज़रूरी है।

कब होता है मेटाबॉलिज्म कमजोर? Metabolism In Hindi

मेटाबॉलिज्म कमजोर होने के पीछे आप की अनियमित जीवनशैली, खराब आदतें और खाना-पान जिम्मेदार होता है। जैसे अगर आप कम नींद ले रहे हैं, शराब का सेवन बहुत ज़्यादा कर रहे हैं, लगातार स्ट्रेस या तनाव में रहते हैं, पाचन प्रक्रिया कमजोर है और एक्सरसाइज़ नहीं करते हैं तो इन वजहों से आपका मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है।

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कितने तरह का होता है मेटाबॉलिज्म? Metabolism In Hindi

कैटाबॉलिज्म

इसमें खाना और पेय पदार्थों को छोटे-छोटे अणुओं में तोड़ा जाता है, जिससे ऊर्जा निकलती है। यह ऊर्जा हमें सक्रिय रखने में मदद करती है।

एनाबॉलिज्म Metabolism In Hindi

इसमें शरीर छोटे अणुओं को जोड़कर नई कोशिकाएं, मांसपेशियां और हड्डियां बनाता है। यह प्रक्रिया शरीर की मरम्मत और ग्रोथ में मदद करती है।

मेटाबॉलिज्म का वजन पर असर

मेटाबॉलिज्म की गति यानी मेटाबॉलिज्म रेट यह तय करती है कि शरीर कितनी तेजी से कैलोरी बर्न करता है. जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म रेट तेज होता है, वे अधिक कैलोरी बर्न करते हैं. इससे उनका वजन घटने की संभावना रहती है. वहीं, जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म रेट धीमा होता है, उनके शरीर में कैलोरी जलने की गति कम होती है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है.

वजन घटाने-बढ़ाने में मेटाबॉलिज्म का रोल Metabolism In Hindi

वजन घटाना

अगर आप वजन घटाना चाहते हैं, तो मेटाबॉलिज्म को तेज करना महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप अपने खाने में प्रोटीन बढ़ा सकते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही, नियमित व्यायाम और पानी पीना भी मेटाबॉलिज्म को तेज करता है।

वजन बढ़ाना Metabolism In Hindi

अगर आपका वजन कम है और आप इसे बढ़ाना चाहते हैं, तो आपको कैलोरी का सेवन बढ़ाना होगा। इसके साथ ही, आपको मेटाबॉलिज्म को संतुलित रखने के लिए पौष्टिक खाना और पर्याप्त आराम भी चाहिए। कुछ लोग वजन बढ़ाने के लिए धीमा मेटाबॉलिज्म चाहते हैं, लेकिन यह स्वस्थ तरीका नहीं है। बेहतर है कि आप संतुलित आहार और सही व्यायाम पर ध्यान दें।

स्लो मेटाबोलिज्म को कैसे बढ़ाएं?

जंक फूड से बचें Metabolism In Hindi

हेल्दी और फिट रहने के लिए आपके मेटाबॉलिज्म का तेज होना जरूरी है। मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए एक्स्ट्रा कैलोरी का सेवन करने से बचें। बहुत ज्यादा तला-भुना और जंक फूड खाने को अपनी डाइट से पूरी तरह निकाल दें। इनके सेवन से भी मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है। साथ ही जरूरत से ज्यादा भोजन करने से बचें।

रोज करें एक्सरसाइज

मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए आप सबसे पहले अपनी अनियमित जीवनशैली को सुधारें और अपनी लाइफ में एक्सरसाइज को शामिल करें। रोजाना एक्सरसाइज से मेटाबॉलिज्म बढ़ने लगता है। इसको बढ़ाने के लिए दिन में 1 घंटे तक पैदल चलें। इसके अलावा रनिंग और एरोबिक्स एक्सरसाइज भी आपके मेटाबॉलिज्म को तेजकर सकते हैं। साथ ही अच्छी 9 से 10 घंटे की नींद लें और खूब पानी पियें। ये आदतें आपके मेटाबॉलिक सेल्स को तेज करते हैं

बेहतर डाइट Metabolism In Hindi

मेटाबॉलिज्म को तेज करने के लिए अपनी रोज़ाना की लाइफ में हेल्दी डाइट को शामिल करें। हेल्दी डाइट में आप प्रोटीन बेस्ड डाइट, ताजे फल, फिश, अंडा, नट्स, साबुत अनाज, सीड्स का सेवन करें। साथ ही ग्रीन टी का सेवन भी करें। खाना भरपूर खायें, अगर आप कम खाना खाएंगे तो आपका मेटाबोलिज्म स्लो हो जाएगा और बॉडी को आवश्यक मिनिरल्स नहीं मिलेगा।

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vrinda

मैं वृंदा श्रीवास्तव One World News में हिंदी कंटेंट राइटर के पद पर कार्य कर रही हूं। इससे पहले दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण और नवभारत टाइम्स न्यूज पेपर में काम कर चुकी हूं। मुझसे vrindaoneworldnews@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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