Mauni Amavasya 2022: जाने क्यों मनाई जाती है मौनी अमावस्या? साथ ही जाने इसका पूजा महत्व और तिथि
Mauni Amavasya 2022: इस बार दो दिन मनाई जाएगी मौनी अमावस्या, इस दिन इन गलतियों को करने से बचें
Highlights:
- जाने सोमवती अमावस्या किसे कहा जाता है?
- जाने इस साल कब है सोमवती अमावस्या।
- सोमवती अमावस्या को क्यों माना जाता है फलदायी।
- सोमवती अमावस्या के दिन बचे ये गलतियों करने से।
Mauni Amavasya 2022: माघ मास में पड़ने के कारण इससे माघी अमावस्या या फिर मौनी अमावस्या भी कहा जाता है। लेकिन अगर वहीं अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है तो इसे सोमवती अमावस्या भी कहा जाता है। हमारे हिन्दू धर्म शास्त्रों में सोमवती अमावस्या को बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। सोमवती अमावस्या के दिन व्रत, पूजन और गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। इस दिन सभी महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं। वहीं दूसरी तरफ पितृ दोष निवारण के लिए भी इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है। तो चलिए आज हम आपको विस्तार से बताते है की कब है सोमवती अमावस्या, मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या?
जाने कब है सोमवती अमावस्या
इस बार सोमवती अमावस्या 31 जनवरी के दिन सोमवार को मनाई जाएगी। ऐसे तो अमावस्या तिथि हर महीने में आती है लेकिन इनमें से कुछ अमावस्या तिथि का खास महत्व है। अगर सोमवती अमावस्या सोमवार, मंगलवार और शनिवार को आती है तो इसका विशेष महत्व होता है। इस साल 2022 में केवल दो बार सोमवती अमावस्या लगने जा रही है। 31 जनवरी के दिन सोमवती अमावस्या दोपहर 2:18 मिनट से शुरू होकर 1 फरवरी मंगलवार को सुबह 11:16 मिनट तक रहेगी। यानि की इस साल दिन मनाई जाएगी सोमवती अमावस्या।
सोमवती अमावस्या को क्यों माना जाता है फलदायी।
मौनी अमावस्या यानि की सोमवती अमावस्या इस बार 31 जनवरी सोमवार के दिन पड़ रही है 31 जनवरी को इस साल 2022 की पहली सोमवती अमावस्या पड़ रही है। वहीं माघ मास में पड़ने के कारण इसे माघी अमावस्या या मौनी अमावस्या भी कहा जाता है। इतना ही नहीं मौनी अमावस्या को काफी पुण्य और फलदायी माना जाता है। ये बात तो हम आपको बता ही चुकी है कि सोमवार के दिन मौनी अमावस्या पड़ने के कारण इस अमावस्या का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। हालांकि गंगा स्नान के लिए मंगलवार का दिन यानि की 1 फरवरी का ज्यादा उत्तम रहेगा। लेकिन अपने पितरों के लिए सोमवार के दिन कुछ विशेष कार्य जरूर करें जिसे उनकी आत्मा को शांति मिले।
सोमवती अमावस्या के दिन बचे ये गलतियों करने से।
नमक का सेवन न करें: सोमवती अमावस्या के दिन आपको गलती से भी नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन आपको फल और मिठाइयों को अपने भोजन में शामिल जरूर करना चाहिए। माघ मास में माघ शुक्ल सप्तमी जिसे रथ सप्तमी भी कहते हैं इस दिन भी नमक का त्याग बहुत लाभकारी माना जाता है।
पलंग पर न सोएं: सोमवती अमावस्या के दिन आपको सोने के लिए पलंग और गद्दे का उपयोग नहीं करना चाहिए। हिन्दू धर्म शास्त्रों के अनुसार अगर आप इस दिन जमीन पर कंबल बिछाकर सोते है तो ये आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा।
सुई धागे का प्रयोग न करें: हिन्दू धर्मशास्त्रों के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन आपको सुई धागे, सिलाई और कटाई का काम नहीं करना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखने वाले लोगों के लिए तो सुई का इस्तेमाल करना वर्जित होता है।
सोने के लिए तकिया का इस्तेमाल न करें: सोमवती अमावस्या के दिन व्रत रखने वाले लोगों के लिए विशेष नियम है कि वो व्रत के दिन तकिया का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं कर सकते है। क्योंकि इसमें रूई का प्रयोग किया जाता है।
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com