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जानिए क्या होता है कपटी और सुशील लोगो में फर्क

कपटी और सुशील लोगो में फर्क


लोगो को समझना बहुत ही मुश्किल है। उनकी कथनी और करनी में उतना ही फर्क होता है जितना दिन और रात में होता है। लोग क्या कहते है, क्या करते है और क्या दुसरो को समझाते है इन तीनों में ही बेहत्त फर्क होता है। कपटी लोग अक्सर हर बात को बढ़ा चढ़ा कर और तिल का ताड़ बना कर बात करते हैं वही सुशील लोग बड़ी ही समझदारी से हर बात करते है।

जानिए क्या होता है कपटी और सुशील लोगो में फर्क
कपटी और सुशील लोग

कैसे समझे कपटी और सुशील लोगो में फर्क :-

  1. कपटी लोग हमेशा ही सिर्फ उनकी ही इज़्ज़त करते है जो किसी उच्च पद पर होते है। जिन लोगो के पास कुछ ताकत होती है वही उनके लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी होते है। वहीँ सुशील लोगो के लोगो का दर्जा नहीं देखते वो विना किसी में फर्क करे, हर किसी की इज़्ज़त करते है।
  2. कपटी लोग खुद को बेहतर साबित करने के लिए दूसरों को निचा दिखाते है। वो सिर्फ लोगो की ग़लतियाँ और उनके नुक्स देखते है। और सुशील लोग हर किसी से विनम्र होते है। वो लोगो के काम की तारीफ़ करते है और उन्हें आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करते है।
  3. जानिए क्या होता है कपटी और सुशील लोगो में फर्क
    आदतो में अंतर
  4. विनम्र लोग हर किसी की मदद करने के लिए हमेशा तत्पर होते है। वो कभी लोगो में भेदभाव नही करते। वो लोगो की ज़रूरत की अनुसार उनकी मदद करते है। पर कपटी लोग हर चीज़ में आना फायदा देखते है। वो मदद भी उन्ही लोगो की करते है जहाँ पर उनको फायदा दिखता है।
  5. जहाँ कपटी लोग दुसरो को लुभाने में व्यस्त रहते है वही सुशील लोग मेहनत करके नाम कमाते है। वो लोगो पर अपना समय व्यर्थ नहीं करते पर हमेशा खुद पर काम करते रहते है। कपटी लोग खुद पर काम नहीं करते पर गलत तरीको से लोगो पर अपनी छवि बना कर काम करते है।
  6. सफलता के मायने दोनों के लिए अलग होते है। जहाँ कपटी लोग अपनी छोटी सी छोटी सफलता के भी गुणगान करते फिरते है वहीँ सुशील लोग अपनी बड़ी से बड़ी कामयाबी के बारे में कीड़ी को नहीं बताते। वो शाँत रहते है और सफलता और हार से सीखते रहते है।

लोगो को समझना काफी मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं। उनकी जीवनशैली और उनकी हरकतों से और उनकी आदतों से उनकी प्रवृति और नीयत को समझा जा सकता है।

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