लाइफस्टाइल

International Birth Registration Day: IBRD 2025, जन्म पंजीकरण से बच्चों को मिले अधिकार और भविष्य की सुरक्षा

International Birth Registration Day, International Birth Registration Day (IBRD) हर साल 26 सितंबर को मनाया जाता है।

International Birth Registration Day : बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का दिन

International Birth Registration Day, International Birth Registration Day (IBRD) हर साल 26 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन दुनियाभर में बच्चों के जन्म को कानूनी रूप से दर्ज कराने के महत्व को उजागर करता है। जन्म पंजीकरण केवल एक कागज का मामला नहीं है, बल्कि यह बच्चे के अधिकारों, सुरक्षा और भविष्य से सीधे जुड़ा हुआ है। संयुक्त राष्ट्र और विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इसे बच्चों के लिए अधिकार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण माना है। इस दिन का उद्देश्य दुनिया भर के देशों में जन्म पंजीकरण की जागरूकता बढ़ाना और सरकारों को इस प्रक्रिया को सुदृढ़ करने के लिए प्रेरित करना है।

जन्म पंजीकरण क्या है?

जन्म पंजीकरण एक कानूनी प्रक्रिया है जिसमें बच्चे का जन्म, माता-पिता का नाम, जन्म तिथि और स्थान सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज किया जाता है। जन्म प्रमाणपत्र (Birth Certificate) इसी प्रक्रिया का प्रमाण होता है।

जन्म पंजीकरण बच्चों के लिए कई अधिकार सुनिश्चित करता है:

कानूनी पहचान – बच्चे का नाम और पहचान सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज होता है।

शिक्षा और स्वास्थ्य तक पहुंच – बिना जन्म प्रमाणपत्र के बच्चों को स्कूल और अस्पताल में सेवाएं लेने में कठिनाई हो सकती है।

वोटिंग और सामाजिक लाभ – बड़े होने पर मतदान, बैंक खाता और सामाजिक योजनाओं के लाभ के लिए जन्म प्रमाणपत्र जरूरी होता है।

Read More : हॉलीवुड के साहlसी स्टार्स Tom Cruise और डे अरमस की शादी के अनोlखे प्लान ने मचाई हलचल।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जन्म पंजीकरण का महत्व

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, हर बच्चे को जन्म के समय पंजीकृत किया जाना चाहिए। विश्व स्तर पर कई देशों में अभी भी लाखों बच्चे जन्म प्रमाणपत्र के बिना हैं। इससे उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के अधिकार से वंचित किया जा सकता है।

जन्म पंजीकरण के लाभ:

सुरक्षा और मानवाधिकार: पंजीकरण बच्चों को बाल मजदूरी, trafficking और अन्य शोषण से बचाने में मदद करता है।

सटीक आंकड़े: सरकार और अंतरराष्ट्रीय संगठन जनसंख्या और बच्चों की स्थिति के सही आंकड़े प्राप्त कर पाते हैं।

विकास योजनाओं में सुधार: बच्चों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण की योजनाओं का लाभ सही ढंग से पहुँचाने में जन्म पंजीकरण सहायक होता है।

भारत में जन्म पंजीकरण

भारत में जन्म और मृत्यु पंजीकरण अधिनियम, 1969 लागू है। इसके तहत हर बच्चे का जन्म 30 दिन के भीतर पंजीकृत होना चाहिए।

भारत सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं:

ऑनलाइन पंजीकरण: कई राज्यों में जन्म पंजीकरण ऑनलाइन किया जा सकता है।

मुफ्त जन्म प्रमाणपत्र: गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म प्रमाणपत्र मुफ्त उपलब्ध कराया जाता है।

जागरूकता अभियान: स्कूल, अस्पताल और पंचायत स्तर पर जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान चलाए जाते हैं।

हालांकि, ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में अभी भी कई बच्चे जन्म प्रमाणपत्र के बिना रह जाते हैं। इसलिए International Birth Registration Day बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर देता है।

Read More : Hurun Rich List 2025: शाहरुख खान की कमाई ने बनाया रिकॉर्ड, Hurun 2025 लिस्ट में दुनिया के सबसे अमीर एक्टर का ताज

जन्म पंजीकरण के बिना समस्याएं

जन्म पंजीकरण न होने पर कई समस्याएं हो सकती हैं:

स्कूल दाखिला नहीं मिल पाना।

सरकारी योजनाओं और स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ न मिलना।

बड़े होने पर वोटिंग, बैंक खाता और पहचान पत्र बनाने में कठिनाई।

कानूनी अधिकारों और सामाजिक सुरक्षा से वंचित रहना।

International Birth Registration Day के अवसर पर किए जाने वाले कार्यक्रम

इस दिन विश्वभर में कई आयोजन किए जाते हैं:

जागरूकता अभियान: मीडिया, स्कूल और सामाजिक संगठनों के माध्यम से पंजीकरण के महत्व को प्रचारित किया जाता है।

वर्कशॉप और सेमिनार: सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा जागरूकता वर्कशॉप आयोजित की जाती हैं।

नए नियमों और पहल का उद्घाटन: जन्म पंजीकरण को सरल बनाने और ग्रामीण क्षेत्रों में पहुँचाने के लिए नई नीतियों की घोषणा की जाती है।

बच्चों के अधिकारों पर चर्चा: बच्चों के अधिकारों और सुरक्षा पर फोकस के साथ शैक्षिक कार्यक्रम चलाए जाते हैं।

International Birth Registration Day केवल एक तारीख नहीं, बल्कि बच्चों के कानूनी अधिकार, शिक्षा और सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। हर बच्चे का जन्म पंजीकृत होना आवश्यक है ताकि वह समाज में अपनी पहचान बना सके और अपनी क्षमताओं का पूरा लाभ उठा सके। जन्म पंजीकरण केवल दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह बच्चों के भविष्य की गारंटी है। यह उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसी मूलभूत सेवाओं तक पहुँच प्रदान करता है। इस दिन का उद्देश्य सरकारों, संगठनों और आम जनता को जागरूक करना है कि हर बच्चे का जन्म पंजीकृत होना चाहिए, ताकि कोई भी बच्चा अपने अधिकारों से वंचित न रहे।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button