लाइफस्टाइल
Gupt Navratri 2022: जाने कब और क्यों मनाई जाती है गुप्त नवरात्रि, इस दौरान क्यों और किन चीजों की होती है मनाही
Gupt Navratri 2022: जाने इस साल कब से शुरू हो रही है गुप्त नवरात्रि साथ ही साथ जाने इसका महत्व
Highlights:
- जाने कब और क्यों मनाई जाती है गुप्त नवरात्रि
- हिंदी पंचांग के अनुसार साल में कितनी बार मनाई जाती है नवरात्रि
- जाने मां दुर्गा के नौ रूप
- जाने गुप्त नवरात्रि का महत्व
- गुप्त नवरात्रि में क्या करें
Gupt Navratri 2022: हमारे हिंदी पंचांग के अनुसार साल में चार बार नवरात्रि मनाई जाती है। पहली नवरात्रि माघ महीने में मनाई जाती है, जिसे हम गुप्त नवरात्रि ने नाम से जानते है। दूसरी नवरात्रि चैत्र महीने में मनाई जाती है, जिसे चैत्र नवरात्रि कहा जाता है। तीसरी नवरात्रि आषाढ़ महीने में मनाई जाती है, जिसे गुप्त नवरात्रि ही कहा जाता है वहीं चौथी नवरात्रि अश्विन महीने में मनाई जाती है, जिसे अश्विन नवरात्रि कहा जाता है। इस साल माघ माह में मनाई जाने वाली नवरात्रि 2 फरवरी से शुरु होकर 10 फरवरी को समाप्त होगी। बता दें कि इन गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की देवी की पूजा अर्चना की जाती है। इस नवरात्रि में तंत्र, जादू और टोना सीखने वाले लोग बहुत ज्यादा कठिन भक्ति कर माता को प्रसन्न करते हैं। जिसे माता खुश होकर उनकी मनोकामना पूरी कर दें। इस साल गुप्त नवरात्रि का घटस्थापना 2 फरवरी को होगा। तो चलिए आज हम आपको गुप्त नवरात्रि के बारे में विस्तार से बताते है।
जाने गुप्त नवरात्रि का महत्व
गुप्त नवरात्रि तंत्र, जादू, टोना, वशीकरण आदि चीज़ों के लिए बहुत महत्व रखती है। गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों तक साधक माता दुर्गा की कठिन भक्ति और तपस्या करते हैं। गुप्त नवरात्रि के नौ दिनों में निशा पूजा की रात्रि को तंत्र सिद्धि की जाती है। कहा जाता है कि भक्ति और सेवा से मां खुश हो कर साधकों को दुर्लभ और अतुल्य शक्ति देती हैं। साथ ही साथ उनके सभी मनोरथ सिद्ध करती हैं।
जाने गुप्त नवरात्रि में क्या करें
1. गुप्त नवरात्रि के दौरान नौ दिनों तक ब्रह्मचर्य नियम का पालन करें।
2. गुप्त नवरात्रि के दौरान तामसिक भोजन का परित्याग करें।
3. गुप्त नवरात्रि के दौरान कुश की चटाई पर ही सोयें और पीले या लाल कपड़े ही धारण करें।
4. गुप्त नवरात्रि के दौरान निर्जला या फिर फलाहार उपवास और मां की पूजा-उपासना करें।
5. गुप्त नवरात्रि के दौरान लहसुन-प्याज का सेवन न करें और अपने माता पिता की सेवा करें।
Read More- Can pregnant women get covid vaccine: जाने क्या गर्भवती महिलाओं को भी कोरोना वैक्सीन लगवानी चाहिए
जाने मां दुर्गा के नौ रूप
नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा अर्चना की जाती है। मां पुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री। बात दें कि गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्या देवियां तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुनेश्वरी, छिन्नमस्ता, काली, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी की पूजा की जाती है। इनकी गुप्त नवरात्रि में गुप्त तरीके से पूजा-उपासना की जाती है।
Conclusion: हिंदी पंचांग के अनुसार साल में चार बात नवरात्रि मनाई जाती है। इस साल माघ माह में पड़ने वाली गुप्त नवरात्रि 2 फरवरी को शुरु होकर 10 फरवरी को समाप्त होगी। गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की देवी की पूजा अर्चना की जाती है। इन दोनों नवरात्रि में तंत्र, जादू और टोना सीखने वाले साधक माता को प्रसन्न करते हैं। ताकि मां खुश होकर उनकी मनोकामना पूरी करें। गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्या देवियां तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुनेश्वरी, छिन्नमस्ता, काली, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी की पूजा की जाती है। इनकी गुप्त नवरात्रि में गुप्त तरीके से पूजा-उपासना की जाती है।
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com