Egg Freezing: कब कराना चाहिए एग फ्रीजिंग, सही उम्र और सही समय
Egg Freezing, आज के समय में महिलाएँ न सिर्फ अपने करियर बल्कि पर्सनल लाइफ को भी बैलेंस करना चाहती हैं। ऐसे में मातृत्व की योजना कई बार टालनी पड़ती है।
Egg Freezing : करियर और मातृत्व के बीच संतुलन का स्मार्ट विकल्प, एग फ्रीजिंग
Egg Freezing, आज के समय में महिलाएँ न सिर्फ अपने करियर बल्कि पर्सनल लाइफ को भी बैलेंस करना चाहती हैं। ऐसे में मातृत्व की योजना कई बार टालनी पड़ती है। लेकिन उम्र के साथ महिलाओं की फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) कम होती जाती है। यही कारण है कि एग फ्रीजिंग (Egg Freezing) महिलाओं के लिए एक स्मार्ट और सुरक्षित विकल्प बनकर सामने आया है। आइए विस्तार से समझते हैं कि यह प्रक्रिया क्या है, कैसे काम करती है और क्यों महिलाओं के लिए यह एक महत्वपूर्ण विकल्प साबित हो सकता है।
एग फ्रीजिंग क्या है?
एग फ्रीजिंग जिसे ओसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन (Oocyte Cryopreservation) भी कहा जाता है, एक मेडिकल प्रक्रिया है। इसमें महिला के अंडों (eggs) को निकाला जाता है, उन्हें फ्रीज किया जाता है और भविष्य के लिए सुरक्षित रखा जाता है। जब महिला माँ बनने के लिए तैयार होती है, तब इन अंडों का उपयोग करके गर्भधारण की प्रक्रिया कराई जाती है।
क्यों ज़रूरी है एग फ्रीजिंग?
महिलाओं की फर्टिलिटी उम्र के साथ घटती है। 20s में अंडे की क्वालिटी और संख्या बेहतर होती है, लेकिन 35 के बाद यह तेज़ी से गिरने लगती है। बहुत सी महिलाएँ पहले करियर बनाना चाहती हैं और बाद में माँ बनने की योजना करती हैं। कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज (जैसे कीमोथेरेपी) से पहले भी अंडों को सुरक्षित रखा जा सकता है। देर से शादी होने की स्थिति में भी यह एक बेहतर विकल्प है।
एग फ्रीजिंग की प्रक्रिया
-कंसल्टेशन और टेस्ट – महिला की मेडिकल हिस्ट्री और हार्मोनल लेवल चेक किए जाते हैं।
-ओवरी स्टिमुलेशन – दवाइयों की मदद से अंडाशय को स्टिमुलेट किया जाता है ताकि ज़्यादा अंडे विकसित हों।
-एग रिट्रीवल – अंडों को एक छोटी सर्जिकल प्रक्रिया से निकाला जाता है।
-फ्रीजिंग – इन अंडों को अत्याधुनिक तकनीक विट्रिफिकेशन (Vitrification) द्वारा बहुत कम तापमान (-196°C) पर फ्रीज किया जाता है।
-स्टोरेज – अंडों को सुरक्षित लैब में कई सालों तक रखा जा सकता है।
एग फ्रीजिंग के फायदे
-फर्टिलिटी प्रिज़र्वेशन – महिलाएँ अपने युवा उम्र के स्वस्थ अंडों को भविष्य के लिए बचा सकती हैं।
-फ्रीडम और कंट्रोल – करियर, शादी और परिवार की प्लानिंग पर महिलाओं को अधिक स्वतंत्रता और नियंत्रण मिलता है।
-हेल्थ बेनिफिट्स – बाद में उम्र बढ़ने के कारण होने वाले फर्टिलिटी इश्यूज से बचाव होता है।
-मेडिकल सुरक्षा – गंभीर बीमारियों के इलाज से पहले भविष्य की मातृत्व क्षमता को बचाया जा सकता है।
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एग फ्रीजिंग के नुकसान और चुनौतियाँ
-लागत (Cost) – यह प्रक्रिया काफी महंगी होती है और हर कोई इसे अफोर्ड नहीं कर पाता।
-गारंटी नहीं – फ्रीज किए गए अंडों से गर्भधारण की सफलता दर 100% नहीं होती।
-फिजिकल और इमोशनल चैलेंज – हार्मोन इंजेक्शन और सर्जिकल प्रक्रिया कुछ महिलाओं के लिए तनावपूर्ण हो सकती है।
-लॉजिस्टिक इश्यूज – लंबे समय तक अंडों को सुरक्षित रखना और बाद में उनका सही उपयोग करना भी एक चुनौती है।
कब है एग फ्रीजिंग का सही समय?
डॉक्टर्स का मानना है कि 25 से 35 साल की उम्र में एग फ्रीजिंग सबसे प्रभावी होती है। इस उम्र में अंडों की क्वालिटी और संख्या दोनों बेहतर होती हैं, जिससे भविष्य में गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है।
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भारत में एग फ्रीजिंग की स्थिति
भारत में अब बड़ी संख्या में महिलाएँ इस विकल्प को चुन रही हैं। खासकर मेट्रो सिटीज में करियर-ओरिएंटेड महिलाएँ और मेडिकल कारणों से परेशान महिलाएँ इसका सहारा ले रही हैं। हालांकि, अभी भी जागरूकता की कमी और लागत ज़्यादा होने के कारण यह सभी तक नहीं पहुँच पाया है।
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