ज्यादा बातें करना भी है सेहत के लिए हानिकारक, देखें अध्ययन में हुआ खुलासा : Disadvantages of speaking more
अधिक बोलना हो सकता है हानिकारक! एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग बहुत अधिक बात करते हैं उन्हें अपनी सोच व्यक्त करने में कठिनाई हो सकती है और वे दूसरों को बोर कर सकते हैं।
कम बोलने के अनेक फायदे देख, आप भी रह जाएंगे हैरान : Disadvantages of speaking more
क्या आप भी उन लोगों में से हैं जिन्हें बहुत ज्यादा बातें करना पसंद है? अगर ये सच है तो ये आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक अध्ययन के अनुसार कहा जा रहा है कि जो लोग बहुत ज्यादा बात करते हैं वे ऐसी बातें भी बता देते हैं जो नहीं बतानी चाहिए, जिसके कारण उन्हें बाद में पछताना पड़ता है और इसके अलावा कई बार सामने वाला आपकी बातों से जल्दी बोर हो सकता है।
इसके साथ ही आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ज्यादा बोलने की बजाय ज्यादा सुनना फायदेमंद होता है। अगर आप कम बोलेंगे तो आपके शरीर की ऊर्जा बर्बाद होने से बच जाएगी और आप अपने महत्वपूर्ण काम पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।
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बहुत से लोग बड़े बोलने में माहिर होते हैं, लेकिन उनकी बातें अक्सर शानदार नहीं होतीं। वे खुद को सुनने वाले नहीं बनाते हैं, बल्कि उनका ध्यान अपनी बातों में ही रहता है। ऐसे लोग अक्सर अपनी बातों में इतने खो जाते हैं कि वे दूसरों की बातें गौर से सुनना भूल जाते हैं।
विराम लगाकर सुनने की कला महत्वपूर्ण है। यदि हम ध्यानपूर्वक सुनते हैं, तो हमें नई जानकारी मिल सकती है और हम अधिक समझने में सक्षम हो सकते हैं। सुनने में दिलचस्पी लेने वाले व्यक्ति किसी के विचारों को महत्वपूर्णता देते हैं, जो बड़े बोलने वाले कभी कभी नहीं कर पाते।
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इससे एक और बात साबित होती है कि कम बोलना आपकी सोच-विचार में सुधार कर सकता है। अगर हम बात करने से पहले अच्छी तरह से सोचेंगे, तो हमारी बातें स्पष्ट और सुस्त। यह दूसरों को हमारी बातों में रुचि लेने के लिए प्रेरित कर सकता है।
अधिक बोलने वाले व्यक्ति कभी-कभी अपनी निजी जिन्दगी के बारे में भी बोलने लगते हैं, जिससे उन्हें लोग घेर लेते हैं और वे खुद को स्वीकार करने में मुश्किल महसूस करते हैं। कम बोलने वाले
व्यक्ति इस तरह की समस्याओं से बच सकते हैं, क्योंकि उनकी बातें सामाजिक परिप्रेक्ष्य में बनी रहतीं हैं और वे अपनी विचारशीलता से निकलकर दूसरों की बातें भी सुनते हैं।
गंभीरता से लिया जाता है जब आप ध्यान से और सोच-विचार करके बात करते हैं, तो लोग आपकी बातों को गंभीरता से लेते हैं। हर बात को सुनने वाले के लिए आप एक महत्वपूर्ण और समझदार व्यक्ति बनते हैं।
इस सबका एक और फ़ायदा यह है कि यह रिश्तों को मजबूती प्रदान करता है। जब आप किसी को ध्यान से सुनते हैं, तो बात करने वाले व्यक्ति को अच्छा महसूस होता है। सुनने से दूसरों की बातों को अच्छी तरह से समझा जा सकता है। इससे रिश्ते मजबूत होते हैं क्योंकि एक-दूसरे को समझा जाता है और विश्वास बनता है।
कम शब्दों में बहुत कुछ कहना कम बोलने वालों की यह ख़ासियत है कि वे कम शब्दों में बहुत कुछ कह जाते हैं। इससे उनकी बात हर किसी को याद रह जाती है और किसी को उनकी बात सुनने में झिझक भी नहीं होती है। इसलिए बातों को घुमा-फिराकर करने के बजाए, कम शब्दों में स्पष्ट कहें।
इस प्रकार, बोलने और सुनने की सही स्थिति में होना जीवन में महत्वपूर्ण है। कुशल संवाद कौशल का हिस्सा होता है और इससे व्यक्ति सामाजिक और पेशेवर दृष्टि से भी समृद्धि कर सकता है।
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