लाइफस्टाइल

Bhai Dooj 2023 : भाई-बहन के रिश्ते को बनाए मजबूत,भाई दूज पर अपने भाई को भेजें प्यार भरा मैसेज

इस साल 15 नवंबर को भाई दूज का त्योहार पूरे उल्लास के साथ मनाया जाएगा। अगर इस मौके पर आपका भाई आपके पास तिलक करने नहीं आ पा रहा है तो उसे इन मैसेज के जरिए बधाई देकर मौके को खास बना सकती हैं।

Bhai Dooj 2023 : 15 नवंबर को मनाया जाएगा भाई दूज का त्यौहार, जानिए और क्या है खास 


इस साल 15 नवंबर को भाई दूज का त्योहार पूरे उल्लास के साथ मनाया जाएगा। अगर इस मौके पर आपका भाई आपके पास तिलक करने नहीं आ पा रहा है तो उसे इन मैसेज के जरिए बधाई देकर मौके को खास बना सकती हैं।

भाई दूज का पर्व –

हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई को तिलक लगाती हैं,और  उनके सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। वहीं, भाई अपनी बहनों को उपहार देते हैं। यह पर्व भाई-बहन के अटूट रिश्ते और प्रेम का प्रतीक माना गया है। अगर आप भी अपने भैया या बहन से दूर हैं तो इस भाई दूज पर इस खास मैसेज के जरिए एक-दूसरे को शुभकामनाएं दे सकते है।

read more : Diwali 2023: दिवाली पर चेहरे पर चाहिए ग्लो तो अपनाएं ये टिप्स

भाई दूज की शुभकामनाएं 

1- आ गया दिन जिसका था इंतज़ार,कर लुंगी अब मैं भी अपने भाई का दीदार,

आ गया है दिन भाई दूज का, मिल जाएगी अब मुझे खुशिया हजार

भाई दूज की शुभकामनाएं 2023

2- चंदन का टीका नारियल का उपहार,

भाई की उम्मीद सिर्फ बहना का प्यार,

खुशी से मनाएं आप भाई दूज का त्योहार.

भाई दूज की शुभकामनाएं

3- भाई दूज का है आया शुभ त्यौहार,

बहनों की दुआएं भाइयों के लिए हज़ार,

भाई बहन का यह अनमोल रिश्ता है बहुत अटूट,

बना रहे ये बंधन हमेशा खूब

भाई दूज की शुभकामनाएं

4-सूरज की किरणें, खुशियों की बहार,

चांद की चांदनी, अपनों का प्यार,

बधाई हो आपको

भैया दूज का त्यौहार!

भाई दूज की शुभकामनाएं

5-बहन मांगे भाई का प्यार,

नहीं मांगे कीमती उपहार,

रिश्ता अटूट रहे सदियों तक

मिले मेरे भाई को खुशियां अपार

भाई दूज की शुभकामनाएं!

भाई दूज का त्योहार का महत्व –

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि सूर्यदेव और उनकी पत्नी छाया की दो संतानें थीं, यमराज और यमुना। दोनों भाई बहन में बहुत प्रेम था। इसलिए यमुना हमेशा चाहती थीं कि यमराज उनके घर भोजन करने आया करें, लेकिन यमराज उनकी विनती को टाल देते थे। लेकिन एक बार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर दोपहर में यमराज उनके घर पहुंचे।  यमुना ने अपने घर के दरवाजे पर भाई को देखकर बहुत खुश हुईं थी। इसके बाद यमुना ने मन से भाई यमराज को भोजन करवाया।  बहन का स्नेह देखकर यमदेव ने उनसे वरदान मांगने को कहा था। इसी पर यमुना ने यह वरदान मांगा कि हर भाई इस दिन को बहन के घर आकर तिलक लगाए और भोजन करें।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com   

Back to top button