क्यों मनाया जाता है World Chocolate Day; क्या है इसका इतिहास
हर साल 7 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिन को चॉकलेट प्रेमियों के लिए खास माना जाता है, क्योंकि यह न सिर्फ मीठा स्वाद देता है, बल्कि खुशियों का प्रतीक भी बन गया है।
World Chocolate Day: जाने किन लोगों को नहीं खाना चाहिए चॉकलेट
World Chocolate Day: World Chocolate Day सिर्फ एक स्वाद का उत्सव नहीं है, बल्कि यह इतिहास, संस्कृति, खुशी और जुड़ाव का पर्व है। इसे मनाने का उद्देश्य है चॉकलेट के महत्व को पहचानना और जीवन में थोड़ी और मिठास घोलना। यह दिन हमें चॉकलेट से मिलने वाले सुख, प्रेम और मिठास की याद दिलाता है। इस दिन हम उन कोको उत्पादकों, किसानों, और चॉकलेट निर्माताओं का भी सम्मान करते हैं, जिनके परिश्रम से यह मीठा आनंद हम तक पहुँचता है। चॉकलेट हमेशा से प्यार, मिठास और खुशी का प्रतीक रही है। यह दिन हमें रिश्तों में मिठास घोलने और एक-दूसरे को खास महसूस कराने का अवसर देता है। डार्क, मिल्क, व्हाइट, ट्रफल्स, केक, ड्रिंक्स — चॉकलेट के अनेकों रूप हैं। यह दिन हमें चॉकलेट की विविधताओं और प्रयोगों का लुत्फ उठाने का मौका देता है।
इतिहास और उत्पत्ति
चॉकलेट की उत्पत्ति प्राचीन मेसोअमेरिका (मायन और एज़्टेक सभ्यताएं) में हुई थी।
उस समय कोको बीन्स को बहुत मूल्यवान माना जाता था और इनका उपयोग मुद्रा और पवित्र पेयों के रूप में किया जाता था। 16वीं शताब्दी में जब कोको युरोप पहुँचा, तब वहाँ से चॉकलेट का वैश्विक सफर शुरू हुआ। शुरुआत में यह एक कड़वा पेय था, जिसे अमीर वर्ग द्वारा पिया जाता था, लेकिन समय के साथ इसमें दूध और चीनी मिलाई गई, जिससे यह मीठे और स्वादिष्ट रूप में विकसित हुई। विश्व चॉकलेट दिवस को पहली बार 2009 में मनाया गया, ताकि चॉकलेट की समृद्ध विरासत और वैश्विक लोकप्रियता को सम्मान दिया जा सके।
महत्व
यह दिन सिर्फ चॉकलेट खाने का नहीं, बल्कि इसका ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और भावनात्मक महत्व समझने का भी अवसर है। यह कोको किसानों और चॉकलेट उत्पादकों के योगदान को सम्मान देने का दिन है। यह दिन हमें चॉकलेट से मिलने वाले सुख, प्रेम और मिठास की याद दिलाता है। चॉकलेट आज हर संस्कृति, उम्र और देश में पसंद की जाती है।
यह दिन इस बात का उत्सव है कि कैसे चॉकलेट एक साधारण बीज (कोको) से विश्वव्यापी आनंद का स्रोत बन गई है।
Read More: Nepal: कम बजट में पूरा होगा नेपाल घूमने का सफर अपनाएं ये 5 आसान हैक्स
कैसे मनाते हैं
लोग इस दिन अपने पसंदीदा चॉकलेट व्यंजनों का आनंद लेते हैं — जैसे: मिल्क चॉकलेट ,डार्क चॉकलेट, चॉकलेट केक, ट्रफल्स, ब्राउनी, हॉट चॉकलेट आदि बेकरी, रेस्टोरेंट और कैफे विशेष ऑफ़र और डिस्काउंट देते हैं। लोग एक-दूसरे को चॉकलेट गिफ्ट करते हैं। सोशल मीडिया पर #WorldChocolateDay ट्रेंड करता है। जिसमें लोग अपनी पसंदीदा चॉकलेट और रेसिपी साझा करते हैं।
चॉकलेट खाने के फायदे
डार्क चॉकलेट में पाए जाने वाले फ्लावोनॉयड्स और एंटीऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और रक्त संचार सुधारने में मदद करते हैं। यह हृदय रोगों के खतरे को कम कर सकती है। चॉकलेट खाने से ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे याददाश्त, एकाग्रता और मूड बेहतर होता है। यह डिप्रेशन और एंग्जायटी में राहत दे सकती है। चॉकलेट खाने से “फील-गुड” हार्मोन (सेरोटोनिन और एंडोर्फिन) रिलीज़ होते हैं, जिससे तनाव कम होता है और मूड अच्छा होता है। चॉकलेट में कार्बोहाइड्रेट और थोड़ा कैफीन होता है, जो शरीर को त्वरित ऊर्जा देता है।
किन लोगों को चॉकलेट नहीं खानी चाहिए
चॉकलेट में चीनी और कैलोरी अधिक होती है, जो ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ा सकती है। चॉकलेट में मौजूद थियोब्रोमाइन और कैफीन कुछ लोगों में माइग्रेन ट्रिगर कर सकता है। अगर सिरदर्द चॉकलेट खाने के बाद होता है, तो इसे पूरी तरह टालना बेहतर है। अत्यधिक मीठी या मिल्क चॉकलेट में सैचुरेटेड फैट और शुगर अधिक होती है, जो हृदय पर बुरा असर डाल सकती है। डार्क चॉकलेट कभी-कभार कम मात्रा में ली जा सकती है, लेकिन डॉक्टर की सलाह जरूरी है। अत्यधिक चीनी वाली चॉकलेट कैविटी (दांत में कीड़ा) और मसूड़ों की बीमारी का कारण बन सकती है। बच्चों को बहुत ज्यादा चॉकलेट नहीं दी जानी चाहिए।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com