World Organ Donation Day 2024: विश्व अंगदान दिवस आज, जानें इसका इतिहास और महत्व
दुनियाभर में 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस मनाया जा रहा है। इसका मकसद लोगों को अंगदान के बारे में जागरूक करना है। भारत की बात करें तों यहां अंगदान करने वालों की संख्या बाकी देशों की तुलना में काफी कम है।
World Organ Donation Day 2024: जानिए भारत में क्यों हो रहा कम अंगदान? जानें इस बार का क्या है थीम?
World Organ Donation Day 2024: 13 अगस्त को दुनियाभर में विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है। इसके जरिए लोगों को अंगदान के बारे में जागरूक किया जाता है। अंगदान के मामले में भारत काफी पीछे हैं। (NOTTO) के अनुसार, 2023 तक भारत में कुल 4,49,760 अंग दाता थे। यह आंकड़ा कई देशों की तुलना में काफी कम है। देश में अंगदान की कमी के कारण ऑर्गन ट्रांसप्लांट भी सही तरीके से नहीं हो पाते हैं। अंगदान की जरूरत वालों के मुकाबले अंगदान करने वाले काफी कम है। देश में हर साल 1.8 लाख लोग किडनी फेल का शिकार होते हैं। लेकिन करीब 6 हजार किडनी ट्रांसप्लांट किए जाते हैं, यानी आधे से ज्यादा लोगों को किडनी का डोनर नहीं मिल पाता है। इसी तरह, हर साल केवल 1,500 लोग लिवर डोनेट करते हैं, लेकिन 25,000 लीवर ट्रांसप्लांट की जरूरत होती है।
भारत में क्यों कम है अंगदान करने वाले?
दिल्ली के धर्मशिला अस्पताल में नेफ्रोलॉजी विभाग में डायरेक्टरडॉ. यासिर रिजवी बताते हैं कि भारत में अंग दान की कम दर धार्मिक मान्यताओं और जागरूकता की कमी की वजह से है। भारत अंग दान की गंभीर कमी से जूझ रहा है। सही समय पर अंग न मिलने के कारण कई मरीज जिंदगी की जंग हार जाते हैं।
विश्व अंगदान दिवस का इतिहास
विश्व अंगदान दिवस का इतिहास काफी पुराना है। पहली बार 1954 में एक व्यक्ति का किडनी का सफल ट्रांसप्लांट किया गया था। इस दिवस की स्थापना दुनिया भर में लोगों के बीच अंग दान की बढ़ती आवश्यकता के प्रति जागरूक करने के लिए की गई थी। पहली बार रोनाल्ड ली हेरिक ने अपने जुड़वां भाई के लिए अपना अंग दान किया था। डॉ. जोसेफ मरे डॉक्टर ने पहला सफल ऑर्गन ट्रांसप्लांट किया था। भारत में, अंग दान को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन द्वारा 27 नवंबर, 2010 को राष्ट्रीय अंग दिवस मनाया गया। साल 2023 में 3 अगस्त को इसे भारत में स्थानांतरित कर दिया गया है। यह दिन 1994 में भारत के पहले सफल मृतक-दाता हृदय प्रत्यारोपण की याद में मनाया जाता है। वहीं, दुनिया भर में हर साल 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है।
विश्व अंगदान दिवस का महत्व
यह दिवस सिर्फ लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए ही नहीं मनाया जाता है, बल्कि इसका महत्व लोगों को जीवन देने के साथ संस्कृति को बढ़ावा देने के बारे में भी है। इसका उद्देश्य लोगों को अंगदान को लेकर लोगों शिक्षित करना भी है। उन्हें यह समझाना है कि किस तरह अंगदान किसी का जीवन बचा सकता है। साथ ही, इससे जुड़ी गलत धारणाओं की सच्चाई से लोगों को अवगत कराना है।
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विश्व अंगदान दिवस 2024 थीम
विश्व अंगदान दिवस 2024 का नारा है “आज किसी की मुस्कान का कारण बनें!”। इस नारे का उद्देश्य लोगों के बीज अंग दान की महत्वपूर्ण आवश्यकता को लेकर जागरूकता फैलाना है। साथ ही, लोगों को अंग दाता बनने पर विचार करने के लिए प्रेरित करना है।
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