जाने कोरोना वायरस की तीसरी लहर पर लेटेस्ट अपडेट, इन राज्यों ने बढ़ाई टेंशन, लग सकता है नाइट कर्फ्यू
इन राज्यों में कोरोना वायरस की तीसरी लहर ने दी दस्तक
coronavirus latest update: पिछले साल से फैला कोरोना वायरस आज भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अभी एक बार फिर हमारे देश में कोरोना वायरस के केस बढ़ने लगे है। खास कर पांच राज्यों में, इन पांच राज्यों में मिलने वाले कोरोना केसों ने एक बार फिर से हमारे देश की चिंता बढ़ा दी है। बता दें कि इन पांच राज्यों में से भी केरल और महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा केस मिल रहे हैं। बता दें कि इसे देखते हुए अभी केंद्र सरकार ने दोनों राज्यों को नाइट कर्फ्यू लगाने पर विचार करने की सलाह दी है। बता दें कि देश में आज यानी कि शुक्रवार को एक बार फिर से 44 हजार से ज्यादा कोरोना नए मामले सामने आए है। वही दूसरी तरह अभी कोरोना से हो रही मौतों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। तो चलिए आज हम आपको कोरोना वायरस की तीसरी लहर पर लेटेस्ट अपडेट देते है।
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कोरोना के बढ़ते केसों ने बड़ाई केंद्र सरकार की चिंता
आपको बता दें कि अभी एक बार हमारे देश में कोरोना के बढ़ते केसों ने देश की चिंता बढ़ा दी है। कोरोना के बढ़ते नए केसों को लेकर सिर्फ राज्य सरकार ही नहीं बल्कि केंद्र सरकार भी चिंता में आ गई। बता दें कि इन बढ़ते मामलों को देखते हुए कल केंद्रीय गृह सचिव ने महाराष्ट्र और केरल के अफसरों के साथ मीटिंग भी की थी। इस मीटिंग के दौरान होम सेक्रेटरी ने राज्यों से पूछा कि आखिर कैसे हम उन राज्यों में कोरोना के केसों पर लगाम लगा सकते है जहां पर अभी लगातार कोरोना के केस बढ़ रहे है। इस दौरान दोनों राज्य सरकारों से नाइट कर्फ्यू लगाने की संभावना पर भी विचार करने को कहा है। साथ ही साथ केंद्र सरकार ने केरल और महाराष्ट्र सरकारों को टीकाकरण के अभियान में तेजी लाने की सलाह भी दी है इतना ही नहीं उन्होंने कहा अगर उनके राज्य में क्सीन की कमी होती है तो उसकी मांग करें।
केसेज बढ़े तो फिर पाबंदियां लगा दी जाएंगी
बता दें कि कल केंद्रीय गृह सचिव ने महाराष्ट्र और केरल के अफसरों के साथ मीटिंग भी की थी। इस मीटिंग के दौरान केंद्र सरकार ने राज्यों को फेस्टिव सीजन के दौरान नियमों का पालन करने की नसीहत दी है। केंद्र ने राज्य सरकार से कहा है कि अभी वे सामाजिक कार्यक्रमों पर रोक लगाएं और फेस्टिवल के दौरान कही भी भीड़भाड़ न जुटने दें। इतना ही नहीं उन्होंने कहा अगर रोक नहीं लगाई गई और केसों में इजाफा होता रहा तो एक बार फिर से लॉकडाउन के दिन वापस लौट सकते हैं।
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