ताशकंद से जिनपिंग से मोदी एनएसजी के समर्थन की मांग कर सकते हैं
परमाणु आपूर्ति समूह(एनएसजी) में एंट्री के लिए भारत हर मुनकिन कोशिश कर रहा है। गुरुवार को नरेंद्र मोदी ताशकंद में शंघाई ‘को ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन’ की मीटिंग के दौरान शी जिनपिंग और व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे।
उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से एनएसजी में भारत की सदस्यता के लिए समर्थन की मांग कर सकते है। इसके बाद पीएम शुक्रवार को रूस के प्रधानमंत्री व्लादिमीर पुतिन के मुलाकात करेंगे।
पीएम मोदी ताशकंद के लिए रवाना
वहीं दूसरी ओर आज सियोल में एनएसजी प्लेनरी की मीटिंग शुरू हो चुकी है। जिसमें भारत के विदेश सचिव एस.जयशंकर एनएसजी में भारत के दावे को पुख्ता करेंगे। मीटिंग में जयशंकर के साथ अमनदीप गिल(ज्वांइट सेक्रेटरी, डिसआर्ममेंट एंड सिक्युरिटी) और दक्षिण कोरिया में भारत के राजदूत विक्रम दुरईस्वामी मीटिंग में शामिल होगें।
न्यूजीलैंड, अमेरिका, बिट्रेन और रूस के बाद अब फ्रांस भी भारत के समर्थन में आगे आया है।
फ्रांस के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को जारी कर एक स्टेटमेंट में कहा ‘हम भारत का चारों ग्रुप एनएसजी, MTCR ऑस्ट्रेलिया ग्रुप और वैसोनार अरेंजमेंट) में एंट्री के लिए सपोर्ट करेंगे। न्यूक्लियर प्रोलिफिरेशन(परमाणु अप्रसार) के लिए ये जरूरी होगा’।