सईद के मुसलमान होने पर सवाल, उसकी बातें भी सुनना नाजायज
मुंबई हमले के मास्टरमांइड और हमेशा आंतकी गतिविधियों में लिप्त रहने वाले सईद हाफिज के मुस्लमान होने पर सवाल या निशान खड़े हो चुके हैं। गुरुवार को एक फतवे जारी कर उसे इस्लाम से खारिज कर दिया गया है। उसकी बातों सुनन हराम और नाजायज बताया गया। ऐसा बरेली की दरगह आला हजरत से जुड़ी संस्था मंजर-ए-इस्लाम सौदागरन के मुफ्ती मुहम्मद सलीम बरेलवी ने यह फतवा जारी किया है।
दरअसल जयपुर निवासी मुहम्मद मोइनुद्दीन नामक एक व्यक्ति ने अपने एक सवाल में पूछा “जो इंसान इतना खून खराबा करता है और आंतकी गतिविधियों में शामिल रहता है क्या ऐसा शख्स मुसलमान हो सकता है”?
सईद हाफिज
मुफ्ती सलीम ने इस पर दिये गये फतवे में कहा कि अल्लाह और रसूल की शान में गुस्ताखी करने वालों से किसी भी तरह का ताल्लुक रखना नाजायज और हराम है, लिहाजा हाफिज सईद ऐसे लोगों से संबंध रखने की वजह से इस्लाम से खारिज हो चुका है।
इसके साथ ही कहा है कि उसे मुससमान मानना और उसकी बातों को मानना नाजायजा है। जारी किए गए फतवे के अनुसार सईद आंतकी विचारधारा रखने वाला है ऐसा व्यक्ति है जो अपनी हरकतों से पूरी दुनिया में इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम तथा शर्मसार कर रहा है।