मेट्रो में महिला कोच होने से परेशान लड़को को आंटी का करारा जवाब
इस बात में कोई शक नही की दिल्ली हो या मुंबई दोनों ही शहर की मेट्रो खचा-खच लोगों से भरी रहती है। सरकार ने महिलाओं को थोड़ा आराम देने के लिए एक अहम कदम उठाते हुए इंजन के बिल्कुल बगल वाला डिब्बा महिला कोच बना दिया, जिसमें सिर्फ महिलाएं ही सफर करेंगी।
महिलाओं के लिए उठाए गए इस कदम से अक्सर मेट्रो में सफर करने वाले पुरूषों को काफी परेशानी होती है। कई बार वह अपनी नराजगी इस तरह से निकालते हैं कि वह किसी महिला को अपनी सीट तक बैठने के लिए नही देते।
ऐसा ही किस्सा सामने आया है मुंबई मैट्रो से, मुबंई की द्युति सुदीप्ता ने सोमवार को अपने फेसबुक प्रोफाइल पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उसने मेट्रो में 2 लड़को की बातचीत और उसपर एक आंटी के जवाब को शेयर किया है। देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गई।
ऐसा क्या जवाब दिया आंटी ने, आइए देखते हैं…
पहला लड़का: देख लेडीज कोच पूरा खाली है. इधर इतना भरा हुआ है. पर फिर भी हमें वहां जाकर बैठना मना है. खाली पड़ी हुई हैं सीटें.
दूसरा लड़का: हां यार…देख, पूरा का पूरा कोच दे रखा है उनको. वो भरती हैं नहीं. ऊपर से हमारे कोच में भी दो-दो सीटें दे रखी हैं. हम बैठ गए तो उठा दिए जाते हैं. भले उनका पूरा कोच खाली पड़ा हो. वो तो भर लें पहले.
आंटी: आप लोग पैदा ही नहीं होने दे रहे हो न बेटा और नसीब से पैदा हो भी रही हैं तो उनको पढ़ने, लिखने, बाहर निकलने से रोक रहे हो. जी-जान लगाकर. ये सब काम बंद कर दो. कोख में मार देना, दूध में डुबो देना, रोकटोक करना…फिर देखो न बेटा, मेट्रो की सीट क्या, ऑफिस की कुर्सियां, खेल के मैदान, सबकुछ भर देंगी ये. पर उसी चीज से तो डर रहे हो आप…है न? है न बेटा…