Mann ki Baat: मां के नाम पर पौधा लगाने की अपील… मन की बात रेडियो प्रोग्राम के 111वें एपिसोड में बोले पीएम नरेंद्र मोदी
Mann ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'मन की बात' कार्यक्रम में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत लोगों से अपनी मां के साथ मिलकर या उनके नाम पर एक पेड़ जरूर लगाने की अपील की है। यह अभियान इसी साल 5 जून को वर्ल्ड इनवायरमेंट डे पर पीएम मोदी ने लॉन्च किया था।
Mann ki Baat: ‘हूल दिवस’ का पीएम ने किया जिक्र, बताई ‘कार्थुम्बी छाते’ की खासियत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के बाद किए गए पहले ‘मन की बात’ रेडियो प्रोग्राम के 111वें एपिसोड में कहा कि मैंने कहा था कि चुनाव नतीजों के बाद फिर मिलूंगा। उम्मीद करता हूं कि आप सब अच्छे होंगे। मैंने विदा लिया था, फिर मिलने के लिए। इस बीच मुझे आप लोगों के लाखों संदेश मिले। चुनाव के दौरान मन को छू लेने वाली कई खबरें आईं। 65 करोड़ लोगों ने चुनाव में वोट डाला। इसके साथ ही पीएम मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि एक पेड़ अपने मां के नाम पर जरूर लगाएं। पेड़ लगाने से धरती मां की रक्षा होगी।
इसके अलावा उन्होंने नागरिकों और दुनिया भर के लोगों से अपील की है कि वे मातृत्व और पर्यावरण दोनों का जश्न मनाने के लिए अपनी मां के साथ वृक्षारोपण पहल में शामिल हों। Mann ki Baat रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के अपने 111वें एपिसोड में राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि अपनी मां के लिए कुछ करने की सोच के साथ, 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पूरे देश में ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान शुरू किया गया था जो तेजी से आगे बढ़ रहा है।
अभियान का उद्देश्य देश भर में पौधारोपण करवाना Mann ki Baat
आपको बता दें कि इस अभियान की शुरुआत पीएम मोदी ने खुद बुद्ध जयंती पार्क में एक पौधा लगाकर की थी। अभियान का उद्देश्य देश भर में अभियान चलाकर पौधारोपण करवाना है। एक दिन में सबसे ज्यादा पेड़ लगाने का रिकॉर्ड 2017 में मध्य प्रदेश में बना था। तब 15 लाख वॉलंटियर ने केवल 12 घंटों में 6.6 करोड़ से ज्यादा पेड़ लगाए थे। पौधारोपण राज्य में नर्मदा नदी के किनारे हुआ। यह अभियान मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित किया गया था और 20 अलग-अलग प्रजातियों के पेड़ लगाए गए थे।
मां का प्यार कर्ज की तरह Mann ki Baat
इसके अलावा मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि “अगर मैं आपसे पूछूं कि दुनिया में सबसे अनमोल रिश्ता कौन सा है, तो आप जरूर कहेंगे- ‘मां’। हम सभी के जीवन में ‘मां’ का दर्जा सबसे ऊंचा होता है। मां हर दुख सहकर भी अपने बच्चे का पालन-पोषण करती है। हर मां अपने बच्चे के प्रति स्नेह रखती है। हमें जन्म देने वाली मां का यह प्यार हम सभी पर कर्ज की तरह है, जिसे कोई चुका नहीं सकता।
लोगों से एक पेड़ लगाने की अपील Mann ki Baat
उन्होंने कहा कि हम मां को कुछ दे तो नहीं सकते, लेकिन क्या कुछ और कर सकते हैं? इसी सोच के साथ इस साल विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है, इस अभियान का नाम है- ‘एक पेड़ मां के नाम’। मैंने भी अपनी मां के नाम पर एक पेड़ लगाया है।” “मैंने अपने सभी देशवासियों, दुनिया के सभी देशों के लोगों से अपील की है कि वे अपनी मां के साथ या उनके नाम पर एक पेड़ लगाएं। मुझे यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि मां की याद में या उनके सम्मान में पेड़ लगाने का अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है।”
‘हूल दिवस’ का पीएम ने किया जिक्र Mann ki Baat
‘हूल दिवस’ का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “30 जून का ये दिन बहुत ही महत्वपूर्ण है। इस दिन को हमारे आदिवासी भाई-बहन ‘हूल दिवस’ के रूप में मनाते हैं। यह दिन वीर सिद्धो-कान्हू के अदम्य साहस से जुड़ा है, जिन्होंने विदेशी शासकों के अत्याचार का पुरजोर विरोध किया था। आपको जानकर हैरानी होगी कि ये 1855 में हुआ था। यानि ये 1857 में भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से भी 2 साल पहले हुआ था। तब झारखंड के संथाल परगना में हारे आदिवासी भाई-बहनों ने विदेशी शासकों के खिलाफ हथियार उठा लिया था।
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पीएम मोदी ने बताई ‘कार्थुम्बी छाते’ की खासियत Mann ki Baat
केरल में बनने वाले छातों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मन की बात में आज मैं आपको एक खास तरह के छातों के बारे में बताना चाहता हूं। ये छाते तैयार होते हैं हमारे केरल में। वैसे तो केरल की संस्कृति में छातों का विशेष महत्व है। छाते वहां कई परंपराओं और विधि-विधान का अहम हिस्सा होते हैं। लेकिन मैं जिस छाते की बात कर रहा हूं, वो हैं ‘कार्थुम्बी छाते’ और इन्हें केरल के अट्टापडी में तैयार किया जाता है। इन रंग-बिरंगे छातों को केरल की हमारी आदिवासी बहनें तैयार करती हैं।
ऑनलाइन हो रही कार्थुम्बी छाते की बिक्री Mann ki Baat
आज देशभर में इन छातों की मांग बढ़ रही है। इनकी ऑनलाइन बिक्री भी हो रही है। इन छातों को ‘वट्टालक्की सहकारी कृषि सोसाइटी’ की देखरेख में बनाया जाता है। इस सोसाइटी का नेतृत्व हमारी नारीशक्ति के पास है।” देश को उम्मीद है कि उसके खिलाड़ी ओलंपिक खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने लोगों से खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए ‘चीयर4भारत’ हैशटैग का इस्तेमाल करने का आग्रह किया।
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