भारत

International Day of Unborn Child: अजन्मे बच्चे का अंतर्राष्ट्रीय दिवस, जीवन की रक्षा का संदेश

International Day of Unborn Child: अजन्मे बच्चे का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of the Unborn Child) हर साल 25 मार्च को मनाया जाता है।

International Day of Unborn Child : अजन्मे बच्चे का अंतर्राष्ट्रीय दिवस, जीवन की रक्षा का संदेश

International Day of Unborn Child: अजन्मे बच्चे का अंतर्राष्ट्रीय दिवस (International Day of the Unborn Child) हर साल 25 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन उन अजन्मे शिशुओं को समर्पित है जो विभिन्न कारणों से जन्म से पहले ही जीवन खो देते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य भ्रूण के अधिकारों को स्वीकार करना, गर्भपात के खिलाफ जागरूकता फैलाना और मातृत्व के महत्व को रेखांकित करना है।

इतिहास और उत्पत्ति

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर यह दिवस कैथोलिक चर्च और अन्य धार्मिक व सामाजिक संगठनों द्वारा मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1993 में अर्जेंटीना के तत्कालीन राष्ट्रपति कार्लोस मेनेम द्वारा की गई थी। बाद में, रोमन कैथोलिक चर्च के पोप जॉन पॉल द्वितीय ने इसे व्यापक रूप से मान्यता दी। अब इसे कई देशों में मनाया जाता है, खासकर उन जगहों पर जहां जीवन की रक्षा से जुड़े कानून और नैतिकता पर गहन बहस होती है।

Read More : Dhanashree New Song: युजवेंद्र चहल से तलाक के बाद धनश्री का नया गाना वायरल, फैंस बोले- ये तो उनकी कहानी लग रही!

इस दिवस का उद्देश्य

इस दिन का मुख्य उद्देश्य यह बताना है कि भ्रूण भी एक जीवंत प्राणी है और उसे भी जीवन जीने का अधिकार है। कई बार गर्भपात (Abortion) को केवल एक विकल्प के रूप में देखा जाता है, लेकिन इसके शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक प्रभाव गहरे हो सकते हैं। यह दिन इस विषय पर चर्चा करने के लिए प्रेरित करता है। यह दिवस माताओं और गर्भवती महिलाओं को सम्मानित करता है और उन्हें प्रोत्साहित करता है कि वे अपने अजन्मे बच्चे को जीवन देने के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार हों।

Read More : Esha Deol: ईशा देओल को तलाक के बाद ‘रोमांस’ पर हेमा मालिनी की सलाह, क्या बेटी अपनाएगी मां की बात?

महत्व और मनाने के तरीके:

-प्रार्थना सभाएँ और धार्मिक कार्यक्रम: चर्च और विभिन्न धार्मिक संगठन इस दिन प्रार्थना सभाएँ आयोजित करते हैं।

-अभियान और जागरूकता कार्यक्रम: कई सामाजिक संगठन और संस्थाएँ गर्भवती महिलाओं के लिए जागरूकता अभियान चलाती हैं।

-दुर्बल महिलाओं की सहायता: कई देशों में गर्भवती महिलाओं को आर्थिक और भावनात्मक सहायता देने के लिए विशेष योजनाएँ चलाई जाती हैं।

मोमबत्ती जलाकर अजन्मे शिशुओं को श्रद्धांजलि देना: कई लोग इस दिन मोमबत्तियाँ जलाकर उन बच्चों की याद में प्रार्थना करते हैं जो जन्म से पहले ही इस दुनिया को छोड़ गए।

We’re now on WhatsApp. Click to join.

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button