नव वर्ष की झलक इस बार संसद में भी
नए साल शुरूआत में डूबा देश
इस साल जब पूरा देश ‘भारतीय नव वर्ष’ के जश्न में डूबा होगा तो हमारे देश की संसद भी इससे अछूती नहीं रहपाएगी. इस साल गुड़ी पड़वा, वर्ष प्रतिपदा, उगाड़ी और चेटी-चंड जैसे नामों से मनाए जाने वाले नव वर्ष की झलक सांसद में नजर आएगी.
संसद में नव वर्ष के मौके पर ‘नूतन संवत्सर समारोह’ का आयोजन
इस साल संसदीय इतिहास में पहली बार हिंदू पंचांग के नव वर्ष के मौके पर ‘नूतन संवत्सर समारोह’ का आयोजन हो रहाहै. इस कार्यक्रम में सांसदों के लिए खास भोज होगा साथ ही गुड़ी पड़वा की प्रतीक गुड़ी भी टांगी जाएगी. ‘नूतन संवत्सर समारोह’ के आयोजन की मेज़बानी लोकसभा की अध्यक्ष‘सुमित्रा महाजन’ कर रही हैं. लोकसभा और राज्यसभा केसांसद और संसद का पूरा स्टाफ को कार्यक्रम का शामिल होने का न्यौता दिया गया है.
सचिवालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयोजन के लिए संसद में एक तरफ महाराष्ट्र शैली में जहां गुड़ी टांगी जाएगी, तो वहीं दूसरी तरफ खास दक्षिण भारतीय रंगोली की सज्जा भी होगी. इस कार्यक्रम के लिए संसद के कोर्टयार्ड 9के पास एक विशेष प्रांगण को कलशों से भी सजाया जा रहा है. मगर यह कार्यक्रम एक कामकाजी आयोजन होगा. इसलिए उत्सव भोज का वक्त संसद के किसी रोजमर्रा दिन की तरह दोपहर के भोजनावकाश के समय रखा गया है.
ख़बरों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम में शामिल होंगे. वर्ष प्रतिपदा के साथ ही शुरू हो रही चैत्र नवरात्रि पर पीएम नरेन्द्र मोदी उपवास रखते हैं, इसलिएउनके और अन्य उपवासी सांसदों के लिए सात्विक भोज, नींबू पानी और फलाहार की भी खास व्यवस्था की गई है.
पीएम मोदी और सीएम योगी रखते हैं पूरे नवरात्रों में व्रत
मंगलवार यानी आज से चैत्र नवरात्रि की शुरूआत हो रही हैं. भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएमयोगी आदित्यनाथ दोनों पूरे नवरात्रों में व्रत रखते हैं, साथ हीविधि विधान से पूजा करते हैं. पीएम नरेंद्र मोदी साल के दोनों नवरात्रों में व्रत रखते हैं. पीएम मोदी नौ दिन कुछ भी नहीं खाते, सिर्फ नौ दिन नींबू पानी या सादा पानी पीते हैं. नौ दिनों तक दुर्गा सप्तशती का पाठ करते हैं. पीएम मोदी ने पिछले40 साल में अपना व्रत कभी नहीं तोड़ा है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी नवरात्रि मेंखूब पूजा-अर्चना करते हैं. खबरों के माने तो इस दौरान वे दिन में दो बार फल खाते हैं. योगी आदित्यनाथ सुबह उठकर मांकी पूजन करते हैं. उनके बारे में ये प्रख्यात है, कि वे सुबह जल्दी उठते हैं, मगर नवरात्रि के दौरान वे सुबह तीन बजे उठ जाते हैं और फिर मां की पूजा-अर्चना आरंभ करते हैं.
ऐसे कहते हैं, कि आदित्यनाथ, चैत्र नवरात्रि से अधिक शारदीय नवरात्रि में तप करते हैं. शारदीय नवरात्रि को वे नाथ परंपरा के मुताबिक मनाते हैं. वही गोरखनाथ मठ के लोग कहते हैं, कि वह उस दौरान अपने कमरे में ही रहते हैं. पूरेविधान के साथ मां की पूजा करते हैं. फिर वह अष्टमी को अपने कक्ष से बाहर निकलते हैं. चूंकि वे इस दौरान नाथ संप्रदाय के अनुसार पूजन करते हैं, इसलिए अपने गुरु जैसी एक टोपी पहने रहते हैं. अष्टमी को कन्या पूजन भी करते हैं,फिर दक्षिणा देकर हवन करते हैं.
पीएम मोदी के व्रत से बराक ओबामा हो गए थे हैरान
आप को बात दें, कि साल 2014 में अमेरिका यात्रा में भी पीएम मोदी ने अपना व्रत नहीं तोड़ा था. तत्कानलीनराष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ डिनर पर सिर्फ सादा पानी ही पीया था. सिर्फ पानी पीकर और एक समय फल खाकरपीएम नरेन्द्र मोदी को इतनी एनर्जी में देखकर बराक ओबामा परेशान हो गए थे और उस वक्त मोदी ने इसे योग का कमाल बताया था.