भ्रष्टाचार के मामले में भारत 76 वें स्थान पर
ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की करप्सन परसेप्शन इंडेक्स (सीपीआई) ने भ्रष्टाचार को लेकर एक वार्षिक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, यदि लोग मिलकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़े तो भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सकता है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, भ्रष्टाचार के मामले में भारत की छवि में पहले से काफी सुधार दिखाई दिया है। करप्शन परसेपशन इंडेक्स-2015 में भारत ने भ्रष्टाचार खत्म करने के मामले में अपनी छवि को बेहतर बनाया है। 168 देशों वाली इस सूची में भारत अब 85 से 76 वे नंबर पर पहुँच गया है।
बता दें की इस सूची में डेनमार्क नंबर एक पर बना हुआ है। जहाँ 2014 में भारत 85 वे स्थान पर था तो 2013 में वह 94 वें स्थान पर था। यानी भारत के भ्रष्टाचार में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। करप्सन परसेप्शन इंडेक्स (सीपीआई) 2015 में भारत का स्कोर पिछले साल की तरह ही 38 बना हुआ है। गौरतलब है की सीपीआई में जीरो से लेकर 100 तक नंबर होते है। जिस देश के अंक जितने ज्यादा होते है, उस देश में भ्रष्टाचार उतना ही कम होता है।
इस मामले में डेनमार्क सबसे आगे है। डेनमार्क में सबसे कम भ्रष्टाचार है। इसके बाद फिनलैंड (90 अंक) के साथ दुसरे और स्वीडन (89अंक) के साथ तीसरे स्थान पर बना हुआ है। और इस मामले में भरत 76वें स्थान पर है। वहीं उत्तर कोरिया और सोमालिया में सबसे बुरी स्थिति है। इन दोनों के पास आठ अंक हैं।