Independence Day: जानिए 15 अगस्त को लाल किले पर क्यों होता है ध्वजारोहण?
राष्ट्रीय ध्वज फहराना एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में भारत के उदय और ब्रिटिश शासन के अंत की एक प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है। लाल किले का समारोह उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान की अभिव्यक्ति भी है।
Independence Day: जानिए पहली बार कब लालकिले से फहराया गया तिरंगा
15 अगस्त के दिन भारत का राष्ट्रीय ध्वज कई सार्वजनिक स्थानों पर फहराया जाता है। इस ऐतिहासिक घटना के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं। ध्वजारोहण समारोह के साथ-साथ परेड और लोक नृत्य प्रदर्शन भी होते हैं।
Independence Day: 1947 में लाल किले पर झंडा फहराने के लिए चुना जाना अपनी विरासत को वापस पाने जैसा था। मुगलों के शासनकाल के बाद लाल किले पर ब्रिटिश किंग का वर्चस्व स्थापित हो गया और फिर से यहां भारत का अधिकार होने, इस पूरी यात्रा को दर्शाने का यह एक तरीका था। दिलचस्प बात यह रही कि ब्रिटिश अधिकार से मुक्त होने के बाद 1947 से लेकर 2003 तक लाल किले के 70% हिस्से पर भारतीय सेना का अधिकार रहा था। आखिरकार 2003 में भारतीय सेना ने इसे पूरी तरह से खाली कर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सौंप दिया।
जानिए 15 अगस्त को लाल किले पर क्यों होता है ध्वजारोहण?
राष्ट्रीय ध्वज फहराना एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में भारत के उदय और ब्रिटिश शासन के अंत की एक प्रतीकात्मक अभिव्यक्ति है। लाल किले का समारोह उन स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान की अभिव्यक्ति भी है, जिन्होंने स्वतंत्र भारत के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया। हर साल भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराते हैं और उसके बाद भारत के लोगों, उपलब्धियों, चुनौतियों और राष्ट्र के लिए सरकार के दृष्टिकोण को स्वीकार करते हुए एक भाषण देते हैं।
स्वतंत्रता दिवस 2023 का थीम क्या है जानिए
भारत में 76वें स्वतंत्रता दिवस की थीम ‘राष्ट्र पहले, हमेशा पहले’ है, जिसे ‘आजादी का अमृत मोहत्सव’ के तहत कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में आयोजित किया जाएगा। सरकार ने इस पहल के तहत कई कार्यक्रम करने का फैसला किया है।
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