High Price of Tomato: टमाटर ने बिगाड़ा रसोइ का बजट, लगातार तीसरी बार महंगी हुई थाली
क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, शाकाहारी थाली में जो 34 फीसदी कीमतें बढ़ी हैं, उसमें 25 फीसदी योगदान टमाटर का है। टमाटर जून में 33 रुपये किलो था, जो अब 200 रुपये किलो के पार है। इसी तरह, प्याज और आलू के भाव भी मासिक आधार पर 16 एवं 9 फीसदी तक बढ़े हैं।
High Price of Tomato: क्रिसिल मंथली इंडिकेटर के अनुसार महंगाई में टमाटर का 25% योगदान
टमाटर और अन्य सब्जियों की बढ़ती कीमतों का असर अब लोगों की थाली पर पड़ने लगा है। शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की कीमतें लगातार तीसरे महीने बढ़ी हैं। क्रिसिल की एक रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई में शाकाहारी थाली 34 फीसदी महंगी हो गई। मांसाहारी थाली के दाम 13 फीसदी बढ़ गए हैं।
High Price of Tomato: आम आदमी पर महंगाई का बोझ बढ़ गया है। सब्जियों-मसालों और दालों के दाम बढ़ जाने से भारतीय रसोई में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों थालियों के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं। टमाटर अदरक मसालों जैसी जरूरी चीजों के दाम में हुई बढ़ोतरी ने आम आदमी की थाली महंगी कर दी है। भारत में एक वेजेटेरियन थाली की कीमत जून की तुलना में जुलाई में 34 फीसदी बढ़ गई है। क्रिसिल ने सोमवार को जारी किए अपने फूड प्लेट कॉस्ट के मंथली इंडिकेटर में इस बात की जानकारी दी है। वहीं, नॉन वेज थाली 13 फीसदी तक महंगी हुई है।
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महंगाई में टमाटर का 25% योगदान
क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, शाकाहारी थाली में जो 34 फीसदी कीमतें बढ़ी हैं, उसमें 25 फीसदी योगदान टमाटर का है। टमाटर जून में 33 रुपये किलो था, जो अब 200 रुपये किलो के पार है। इसी तरह, प्याज और आलू के भाव भी मासिक आधार पर 16 एवं 9 फीसदी तक बढ़े हैं। मिर्च और अन्य सामग्रियों के दाम भी तेजी से बढ़े हैं। हालांकि, थालियों में इनका बहुत कम उपयोग होता है।
Poor quality of 🍅 TOMATO due to the high demand, farmers wanted pre post harvest produce directly in Market Yards. Due to high price the farmers will get their cost of cultivation if not profit.
Hence MacDonald can use tamato value product, processed Tomato. pic.twitter.com/6FZllrlqsH— rayana IAMMA (@rayanaIAMMA) July 8, 2023
क्रिसिल मंथली इंडिकेटर के अनुसार
क्रिसिल द्वारा जारी मंथली इंडिकेटर के मुताबिक, टमाटर की कीमतों में लगी आग ने जायके के साथ-साथ रसोई का बजट भी पूरी तरह से बिगाड़ दिया है और वेजेटेरियन थाली की कीमत बढ़ने का 25% कारण टमाटर की महंगाई को माना जा सकता है। जून में 33 रुपये प्रति किलोग्राम बढ़कर जुलाई में टमाटर की कीमत होलसेल 110 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
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लगातार तीसरी बार महंगी हुई थाली
यह लगातार तीसरा महीना है, जब शाकाहारी थाली की कीमत बढ़ी है। वहीं 2023-24 में यह पहली बार है, जब थाली की कीमत साल-दर-साल बढ़ी है। इसके अलावा मांसाहारी थाली की कीमत भी बढ़ी है। लेकिन इसमें महीने-दर-महीने सिर्फ 13% की ही बढ़ोतरी हुई है। यह रफ्तार इसलिए धीमी क्योंकि ब्रॉयलर्स यानी चिकन की कीमत जुलाई में 3-5% घटी, जो नॉन-वेज थाली की लागत का 50% से ज्यादा है। आमतौर पर एक वेज थाली में दाल, रोटी, सब्जी (प्याज, टमाटर और आलू) दही और सलाद शामिल होता है। रिपोर्ट में मांसाहारी थाली में दाल की जगह पर चिकन को रखा गया है। क्रिसिल का मासिक इंडिकेटर ने बताया कि मासिक आधार पर खाद्य तेल की कीमतों में 2% की गिरावट से थोड़ी राहत मिली है।
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