बातचीत हुई विफल, जाट नेताओं ने दिया 31 मार्च तक समय
जाट आरक्षण मामले को लेकर जाट नेताओं और हरियाणा सरकार के बीच बात सफल नहीं हुई। जाट नेताओं को राज्य सरकार द्वारा बनाए गए ड्राफ्ट पसंद नहीं आया। जाट नेताओं ने सरकार को जाट आरक्षण को लेकर विचार करने के लिए 31 मार्च तक समय दिया है।
जाट नेता यशपाल मलिक ने सरकार को अपनी मान पर विचार करने के लिए 31 मार्च चक का समय दिया है। यशपाल ने बताया की हम लोग आंदोलन नहीं करेंगे। सरकार को दिए हुए वक्त तक अगर सरकार ने हमारे हक़ में कोई फैसला नहीं लिया तो गम आंदोलन की तरफ बढेंगे। कैबिनेट सचिव और डीजीपी से मुलाकात की है और उन्होंने हमें भरोसा दिलाया है की सरकार हमारी मांगो को लेकर गंभीर है और जल्द ही फैसला लेगी।
आप को बता दें, जाट आंदोलनकारियों ने सरकार को आज तक का समय दिया था, लेकिन सरकार से बातचीत के बाद यह समय सीमा को 31 मार्च तक बढ़ा दिया है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सख्ती से निर्देश देते हुए कहा की पहले की तरह इस बार हालत न होने दे। जाट आंदोलन के समय फरवरी में भड़की हिंसा ने राज्य की रफ्तार को रोक दिया था और जिससे जन धन की हानि हुई थी।