पेड न्यूज पर सरकार ने जाताई चिंता
मीडिया कुछ सालों में बहुत तेजी से बदला है… इस बदलाव में कुछ अच्छे बदलाव हुए है तो कुछ बुरे। मीडिया के बदलते दौर में खबरें दिखाने का ढंग बदल गया है, और साथ ही पेड न्यूज भी तेजी से बढ़ रहा जोकि एक चिंता का विषय है।
पेड न्यू ज का मतलब किसी भी ख़बर को पैसे देकर बंद करवाना या उसे न्यूंज चैनल में चलवाना। पेड न्यूज से आम दर्शकों को गुमराह किया जाता है।
इस मुद्दे को राज्यससभा में भाजपा नेता विजय गोयल ने उठाया। विभिन्न दलों के सदस्यों का भी यही माना है कि सरकार को पेड न्यूज रोकने के लिए कड़े कानून बनाने चाहिए।
सूचना और प्रसारण मंत्री अरूण जेटली ने कहा अगर सरकार कदम उठाती है तो इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में हस्तक्षेप कहा जाएगा। उन्होंने कहा हम सभी पेड न्यूज के शिकार हैं। अरूण जेटली ने यह भी कहा ‘‘हर किसी का अधिकार है विज्ञापन करना लेकिन जब सरकार सीमा से ज्यापदा विज्ञापन करती है तो विज्ञापन और रिश्वत में अंतर की सीमा कहां रह जाती है।’’