रेल मंत्री ने दूर की ट्रेन चालक की अहम समस्या…
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल चालकों की एक बहुत बड़ी समस्या को खत्म करने की योजना बना ली है। जी हां, अब उन्हें रेल इंजन में ही शौचालय उपलब्ध होगा। पिछले 163 सालों में भारतीय रेलवे में ऐसा पहली बार होगा कि रेल इंजन में टॉयेलट लगाया गया है।
ट्रेन चालकों को कई-कई घंटो का सफर तय करना होता है, ऐसे में वह बाथरूम जाने के लिए भी तरस जाते हैं। लेकिन अब इस फैसले से उनकी इतनी बड़ी समस्या का सामधान निकल गया है।
भारतीय रेलवे
रेल मंत्री ने विशेष रेल इंजन का शुक्रवार को शुभारंभ किया, इस इंजन में बायो टॉयलेट लगाया गया है।
इस इंजन की खासियत यह है कि इसे इंटरलॉकिंग बॉयोटॉयलेट से लैस किया गया है। जब ट्रेन की स्पीड शून्य होगी यानी जब ट्रेन रूकेगी तभी शौचालय का दरवाजा खुलेगा। चलती ट्रेन में लको पॉयलट इसका इस्तेमाल नही कर पाएंगे। इसके अलावा यदि लोको पॉयलट टॉयलेट में है तो किसी सिस्टम से ट्रेन का ब्रेक नही हटाया जा सकेगा।
टॉयलेट युक्त पहला इंजन वाराणसी में तैयार किया गया है।