पहले शौचालय फिर विदाई : मिथिलेश
दुल्हन के घर धूमधाम से बारात आई, लेकिन दुल्हन ने शादी के बाद विदाई से इनकार कर दिया। कारण था ससुराल में शौचालय का ना होना। यह कहानी है उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में रहने वाली एक लडकी मिथिलेश की। जिसने विवाई से पहले सुसराल में शौचालय बनाने की मांग की। मिथिलेश को शौच के लिए घर से बाहर जाना पंसद नहीं है। बहु को घर लाने के लिए सुसराल वाले शौचालय बनाने का इंतजाम कर रहे है। मिथिलेश का कहना है कि वो आज तक खुले में शौच करने नहीं गई और ऐसा करते हुए उसे बहुत ही शर्म आएगी।
आपको बता दें, बेतूल की रहने वाली अनीता नर्रे ने इस तरह का पहला कदम उठाकर मिसाल कायम की थी, जिसके बाद उसके पूरे गांव में पंचायत ने शौचालय बनाने का काम शुरू किया था। ‘निर्मल भारत अभियान’ का असर इस गांव पर ख़ासा पड़ा दिखाई देता है।
बीते कुछ सालों में भारत के कई गांव में कई मिथिलेश पैदा हुई हैं, जिन्होंने शौचालय न होने की वजह से या तो ससुराल छोड़ दिया या फिर पति के घर जाने से ही मना कर दिया। सलाम! ऐसी महिलाओं को।