Eknath Shinde: मालवण चुनाव में बड़ा आरोप, एकनाथ शिंदे के दौरे के समय बैग में नोट पाए जाने की खबर वायरल
Eknath Shinde, महाराष्ट्र में चल रहे स्थानीय निकाय चुनावों के बीच मालवण नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव ने राजनीतिक तापमान को काफी बढ़ा दिया है।
Eknath Shinde : चुनावी घोटाला? एकनाथ शिंदे के दौरे में बैग से नोट मिलने का आरोप, मामला तूल पकड़ता जा रहा
Eknath Shinde, महाराष्ट्र में चल रहे स्थानीय निकाय चुनावों के बीच मालवण नगर परिषद और नगर पंचायत चुनाव ने राजनीतिक तापमान को काफी बढ़ा दिया है। राज्य में सत्ता साझा कर रहे ग्रैंड अलायंस के सहयोगी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है, और इस बार विवाद का केंद्र बने हैं शिवसेना (शिंदे ग्रुप), शिवसेना ठाकरे ग्रुप और बीजेपी।
नीलेश राणे का आरोप: BJP पर पैसे बांटने का दाग
शिवसेना (शिंदे ग्रुप) के विधायक नीलेश राणे ने हाल ही में बीजेपी पर वोटरों को पैसे बांटने का गंभीर आरोप लगाया। उनके अनुसार मालवण में बीजेपी कार्यकर्ता जनता को पैसों के जरिए प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद इस मामले में बीजेपी कार्यकर्ताओं के घरों पर छापे भी डाले गए। नीलेश राणे के आरोपों ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी और सोशल मीडिया पर बहस का केंद्र बन गए। वहीं, अब इस विवाद में शिवसेना ठाकरे ग्रुप के पूर्व विधायक वैभव नाइक भी सामने आ गए हैं और उन्होंने वीडियो के माध्यम से मामले को और गंभीर बना दिया।
संजय राउत का दावा: शिंदे के बैग में पैसों का बंडल
शिवसेना यूबीटी के सांसद संजय राउत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो साझा किया और दावा किया कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने मालवण दौरे के दौरान पैसों से भरा बैग लेकर आए थे। राउत ने कहा कि यह बैग BJP द्वारा पहले नासिक में इस्तेमाल किए गए पैसों का जवाब था। संजय राउत ने वीडियो के साथ ट्वीट किया “शिंदे मालवण आए, जब आए तो अपने बैग में क्या लाए थे? मालवण में, बैग ने BJP की थैलियों का जवाब दिया! पहले, ये बैग नासिक में उतरे थे। लोकतंत्र ऐसा है या वैसा? जय महाराष्ट्र!” राउत के इस दावे ने राजनीति में नया मोड़ ला दिया और विपक्षी दलों के लिए इसे मुद्दा बना दिया।
वैभव नाइक के आरोप और वीडियो
पूर्व विधायक वैभव नाइक ने इस मामले में सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट किया। वीडियो में दिखाया गया कि नीलेश राणे ने मालवण में वोटरों को पैसे बांटे। अगले दिन एकनाथ शिंदे के दौरे के दौरान उनके बॉडीगार्ड कैमरे से छुपाते हुए पैसों का बैग लेकर पीछे दौड़ते दिखे। वैभव नाइक ने आरोप लगाया कि यह पैसा जनता के करों से सत्ता हासिल करने के लिए इस्तेमाल किया गया। उनका कहना है कि यह तरीका शिंदे-शिवसेना द्वारा हर चुनाव में अपनाया जाता रहा है। नाइक ने मालवण के लोगों से अपील की कि वे भ्रष्टाचार को रोकें और सोच-समझकर वोट दें।
राजनीतिक माहौल और चुनावी रणनीति
मालवण के चुनावी माहौल में यह विवाद एक बड़ा मुद्दा बन गया है। शिवसेना (शिंदे ग्रुप) और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप ने स्थानीय राजनीति को और पेचीदा बना दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, स्थानीय निकाय चुनावों में सत्ताधारी दलों द्वारा वोटरों को पैसों के माध्यम से प्रभावित करना एक आम रणनीति बन गई है। ऐसे आरोप आने से जनता का विश्वास घट सकता है और विपक्ष इसका फायदा उठा सकता है।
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सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
वैभव नाइक द्वारा साझा किया गया वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि शिंदे के दौरे के दौरान उनके बॉडीगार्ड पैसों से भरे बैग को छुपाते हुए दौड़ रहे थे। यह वीडियो राजनीतिक दलों और जनता के बीच गहरी बहस का विषय बन गया है। संजय राउत और वैभव नाइक के आरोपों ने यह भी साबित कर दिया कि चुनाव के दौरान राजनीतिक दल जनता को प्रभावित करने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं, चाहे वह नैतिक तौर पर सही हो या नहीं।
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भविष्य की कार्रवाई और संभावित परिणाम
हालांकि इस मामले पर अभी कोई आधिकारिक जांच या कार्रवाई सामने नहीं आई है। चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन इस विवाद पर नजर बनाए हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह चुनावी नियमों का उल्लंघन माना जाएगा और संबंधित अधिकारियों और नेताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। मालवण चुनाव विवाद ने महाराष्ट्र की राजनीति में भारी हलचल पैदा कर दी है। एक तरफ नीलेश राणे और वैभव नाइक के आरोप हैं, वहीं दूसरी तरफ शिंदे और उनके समर्थक इसे राजनीतिक षड़यंत्र कह रहे हैं। इस मामले ने न सिर्फ लोकतंत्र और चुनावी नैतिकता पर सवाल उठाए हैं, बल्कि यह भी दिखाया कि चुनाव के दौरान जनता को प्रभावित करने के लिए पैसों का इस्तेमाल कितना विवादास्पद और संवेदनशील मुद्दा बन सकता है।
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