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Deepfake scams: डिजिटल दुनिया का नया खतरा, कैसे Deepfake कर रहा है भारतीयों को निशाना?

Deepfake scams, भारत में डिजिटल अपनाने की गति तेजी से बढ़ रही है ऑनलाइन बैंकिंग, UPI, सोशल मीडिया और वीडियो कॉल अब रोज़मर्रा का हिस्सा बन चुके हैं। इसी डिजिटल दुनिया के बीच एक नया और खतरनाक साइबर क्राइम तेजी से फैल रहा है

Deepfake scams : डीपफेक तकनीक से बढ़ी साइबर ठगी, पहचानें फेक वीडियो और बचें धोखाधड़ी से

Deepfake scams, भारत में डिजिटल अपनाने की गति तेजी से बढ़ रही है ऑनलाइन बैंकिंग, UPI, सोशल मीडिया और वीडियो कॉल अब रोज़मर्रा का हिस्सा बन चुके हैं। इसी डिजिटल दुनिया के बीच एक नया और खतरनाक साइबर क्राइम तेजी से फैल रहा है Deepfake Scam। डीपफेक एक ऐसी तकनीक है जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से किसी व्यक्ति के चेहरे, आवाज़ और भाव-भंगिमा को हूबहू कॉपी किया जाता है। परिणामस्वरूप एक ऐसा वीडियो, फोटो या ऑडियो बन जाता है जो असली जैसा दिखाई देता है, लेकिन होता पूरी तरह नकली।भारत में पिछले एक वर्ष में डीपफेक का दुरुपयोग कई बड़े मामलों में देखा गया सेलिब्रिटीज के नकली विज्ञापन, फर्जी वीडियो कॉल, CEO Fraud, और परिवार या दोस्तों के नाम पर पैसों की ठगी। यह क्राइम अब एक गंभीर खतरे के रूप में सामने आ चुका है।

Deepfake Scams कैसे काम करते हैं?

डीपफेक स्कैम का तरीका बेहद संगठित और तकनीकी होता है:

  1. डेटा कलेक्शन – स्कैमर सोशल मीडिया से आपकी तस्वीरें, वीडियो क्लिप्स और आवाज़ के नमूने इकट्ठा करते हैं।
  2. AI मॉडल ट्रेनिंग – कुछ ही मिनटों में AI आपकी चेहरे की मूवमेंट, आवाज़ और बोलने के पैटर्न सीख लेता है।
  3. नकली वीडियो/ऑडियो तैयार करना – फिर स्कैमर एक ऐसा वीडियो बनाते हैं जो बिल्कुल असली लगे।
  4. फ्रॉड कॉल या वीडियो मैसेज – यह डीपफेक वीडियो UPI पेमेंट, OTP शेयरिंग, या फंड ट्रांसफर में लोगों को फंसाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
  5. धोखाधड़ी पूरी करना – पैसे ट्रांसफर होते ही स्कैमर गायब हो जाते हैं।

डीपफेक अब इतना आगे बढ़ चुका है कि केवल 30–40 सेकंड की क्लिप से भी AI किसी व्यक्ति की असली आवाज़ तैयार कर सकता है।

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भारत में बढ़ते Deepfake Scam के प्रमुख रूप

1. नकली वीडियो कॉल पर पैसे मांगना

स्कैमर किसी के रिश्तेदार, दोस्त या ऑफिस बॉस का डीपफेक बनाकर वीडियो कॉल करते हैं।
पीड़ित को लगता है कि सामने असली व्यक्ति है, और वह UPI पेमेंट कर देते हैं।

2. CEO Deepfake Fraud

कई कंपनियों में देखा गया है कि स्कैमर कंपनी के CEO या CFO का डीपफेक बनाकर अकाउंट टीम को पैसे ट्रांसफर करने का आदेश देते हैं।

3. सेलिब्रिटीज का Deepfake विज्ञापन

एक्टर या पब्लिक फिगर के चेहरे का उपयोग करके नकली एड बनाए जाते हैं, जिसमें वे किसी ऐप, कसीनो, क्रिप्टो या हेल्थ प्रोडक्ट को प्रमोट करते नजर आते हैं।

4. ब्लैकमेलिंग और मॉर्फ्ड वीडियो

स्कैमर किसी लड़की या महिला के सोशल मीडिया फोटो/वीडियो से फर्जी अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करते हैं।

5. Voice Deepfake Scam

OTT प्लेटफॉर्म या बैंक के नाम पर कॉल, जहां आपकी आवाज़ क्लोन करके बाद में KYC फ्रॉड में उपयोग की जाती है।

क्यों बढ़ रहे हैं Deepfake Scams?

  1. AI टूल्स का मुफ्त उपलब्ध होना
    अब कोई भी व्यक्ति बिना तकनीकी ज्ञान के डीपफेक वीडियो बना सकता है।
  2. सोशल मीडिया पर अधिक पर्सनल डेटा
    जितनी ज्यादा फोटोज़ और वीडियो ऑनलाइन होंगे, स्कैमर्स के लिए काम उतना आसान होगा।
  3. डिजिटल भुगतान की आसान उपलब्धता
    UPI और QR स्कैम डीपफेक के साथ मिलकर बड़ा खतरा बन रहे हैं।
  4. साइबर जागरूकता की कमी
    अधिकांश लोग नहीं जानते कि डीपफेक पहचाना कैसे जाए।

कैसे पहचानें Deepfake Video या Audio?

भले ही डीपफेक तकनीक मजबूत हो रही है, लेकिन कुछ संकेत बता सकते हैं कि वीडियो नकली है:

  • चेहरे के भाव में हल्का डिले या अनसिंक्रोनाइज्ड मूवमेंट
  • होंठों का मूवमेंट आवाज़ से सही न मिलना
  • आंखों की पलकें कम झपकना
  • बैकग्राउंड में ब्लर या असामान्य शोर
  • आवाज़ में धात्विक इको
  • वीडियो में असामान्य रोशनी

अगर कोई अचानक पैसे मांग रहा है, तो यह सबसे बड़ा संकेत है कि वीडियो असली नहीं हो सकता।

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Deepfake Scam से कैसे बचें?

1. वीडियो कॉल पर पैसे न भेजें

भले ही सामने आपका करीबी ही क्यों न दिख रहा हो, तुरंत भरोसा न करें।
पैसा भेजने से पहले उसके असली नंबर पर कॉल करके पुष्टि करें।

2. पर्सनल फोटो/वीडियो का लिमिटेड शेयरिंग

सोशल मीडिया पर बच्चों, परिवार और निजी वीडियो अपलोड करते समय सावधानी बरतें।

3. टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को अनिवार्य करें

UPI, वॉलेट, बैंक अकाउंट और ईमेल पर 2FA जरूर लगाएं।

4. ऑफिस में साइबर जागरूकता ट्रेनिंग

कंपनी में CEO Fraud रोकने के लिए पेमेंट वेरिफिकेशन प्रोसेस जरूरी है।

5. कोई भी KYC लिंक या ऐप डाउनलोड न करें

स्कैमर डीपफेक बनाकर बैंक कर्मचारी बनकर ऐप डाउनलोड करवाते हैं।

6. एंटी-डीपफेक टूल्स का उपयोग

कई AI टूल अब वीडियो की असलियत जांच सकते हैं।

भारत सरकार क्या कदम उठा रही है?

भारत में डीपफेक को रोकने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं:

  • IT Act के तहत कड़ी सजा
  • फर्जी वीडियो बनाने पर जेल + जुर्माना
  • सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर रिपोर्ट विकल्प
  • साइबर हेल्पलाइन 1930
  • AI Deepfake Detection तकनीक पर काम
  • सरकारी “Fact Check Units” द्वारा सत्यापन

इसके अलावा भारत सरकार Deepfake Regulation Policy पर भी काम कर रही है।BDeepfake Scam भारत में सबसे तेज़ी से बढ़ते साइबर अपराधों में शामिल हो चुका है। AI के उन्नत होने के साथ ये खतरा और बढ़ेगा, लेकिन जागरूकता और सावधानी से इसे काफी हद तक रोका जा सकता है।

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