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Agniveer Amritpal Singh: सेना की मौत पर ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ न दिए जाने पर मचा बवाल, विपक्ष ने केंद्र को घेरा

जम्मू-कश्मीर में अग्निवीर अमृतपाल सिंह की मौत के बाद उठे सवालों और तमाम गलतफहमियों को दूर करने के लिए सेना ने स्पष्टीकरण जारी किया है। आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर में बीते 11 अक्टूबर को अग्निवीर योजना के तहत भर्ती जवान अमृतपाल सिंह की मौत हो गई थी। उनके अंतिम संस्कार के दौरान सेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिए जाने पर विपक्षी दलों ने हैरानी व्यक्त की है।

Agniveer Amritpal Singh: पंजाब सरकार ने केंद्र के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज की, अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखी ये बात


Agniveer Amritpal Singh: पुंछ सेक्टर में जम्मू कश्मीर राइफल्स की एक बटालियन में तैनात अमृतपाल सिंह का शुक्रवार (13 अक्टूबर) को पंजाब के मनसा जिले में उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया था। सेना ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में राजौरी सेक्टर में पहरेदारी में तैनाती के दौरान अग्निवीर अमृतपाल सिंह की अपनी ही बंदूक से चली खुद को लगी गोली से मौत हो गई। उनके अंतिम संस्कार के दौरान सेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिए जाने पर विपक्षी दलों ने हैरानी व्यक्त की है।

तमाम गलतफहमियों को दूर करने के लिए सेना ने स्पष्टीकरण जारी किया

जम्मू-कश्मीर में अग्निवीर अमृतपाल सिंह की मौत के बाद उठे सवालों और तमाम गलतफहमियों को दूर करने के लिए सेना ने स्पष्टीकरण जारी किया है। वहीं इस मामले को लेकर भारतीय सेना ने रविवार को कहा कि अग्निवीर अमृतपाल सिंह ने संतरी ड्यूटी के दौरान खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली और उनके अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ नहीं किया गया क्योंकि खुद को पहुंचायी गयी चोट से होने वाली मौत के मामले में ऐसा सम्मान नहीं दिया जाता है। सेना ने इस बात पर जोर दिया कि वह सैनिकों के बीच इस आधार पर भेदभाव नहीं करती कि वे अग्निपथ योजना के पहले या बाद में सेना में शामिल हुए थे।

पंजाब सरकार केंद्र के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराएगी

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा है कि उनकी सरकार इस मामले पर केंद्र के समक्ष कड़ी आपत्ति दर्ज कराएगी। भगवंत मान ने एक पोस्ट में कहा कि अमृतपाल सिंह की शहादत के संबंध में सेना की जो भी नीति हो, लेकिन उनकी सरकार की नीति शहीद के लिए वही रहेगी और राज्य की नीति के अनुसार सैनिक के परिवार को 1 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने अमृतपाल को देश का शहीद बताया।

पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने क्या कहा

शिरोमणि अकाली दल की नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि वह यह जानकर स्तब्ध हैं कि अमृतपाल सिंह का अंतिम संस्कार सेना के गार्ड ऑफ ऑनर के बिना किया गया। उन्होंने मामले में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से हस्तक्षेप की मांग करते हुए सभी शहीद सैनिकों को सैन्य सम्मान देने के लिए आवश्यक निर्देश देने की मांग की।

हरसिमरत कौर बादल ने सोशल साइट एक्स पर लिखा

उन्होंने सोशल साइट एक्स पर लिखा, ‘यह जानकर स्तब्ध हूं कि जम्मू कश्मीर के पुंछ में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए अग्निवीर अमृतपाल सिंह का सेना के गार्ड ऑफ ऑनर के बिना अंतिम संस्कार किया गया। यहां तक कि उनके पार्थिव शरीर को उनके परिवार द्वारा एक निजी एम्बुलेंस में मनसा में उनके पैतृक गांव तक लाया गया।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘पता चला है कि ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि अमृतपाल अग्निवीर थे। हमें अपने सभी सैनिकों को उचित सम्मान देना चाहिए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सभी शहीद सैनिकों को सैन्य सम्मान देने के निर्देश जारी करने का अनुरोध करती हूं।’

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा, ‘पंजाब के अग्निवीर शहीद अमृतपाल सिंह के पार्थिव शरीर को न तो सैन्य-सम्मान मिला, न राजकीय-सम्मान. ये एक त्रुटिपूर्ण सैन्य-भर्ती का दुष्परिणाम है। सैनिकों को उनका यथोचित सम्मान हर दशा-अवस्था में मिलना ही चाहिए. हम इस शहादत को शत-शत नमन करते हैं।’

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