लोकसभा में हुआ आधार को संवैधानिक दर्जा देने का बिल पेश!
तीन मार्च यानि कल के दिन केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में आधार (वित्तीय व अन्य सब्सिडी लाभ और सेवाओं की लक्षित आपूर्ति) बिल-2016 पेश किया। इस विधेयक को एक धन विधेयक के रूप में पेश किया गया है।
इसे धन विधेयक के रूप में पेश किए जाने का विरोध करते हुए कांग्रेस के एक दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि वह इस विधेयक पर पूरा सहयोग देने को तैयार हैं लेकिन शर्त यह है कि इसे धन विधेयक के तौर पर पेश नहीं किया जाना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि सरकार राज्यसभा में बचने के लिए इसे धन विधेयक के रूप में पेश कर रही है।
बीजद (बीजू जनता दल) के एक नेता भर्तहरि महताब ने भी इस बिल का विरोध करते हुए मंत्री से सफाई मांगी है। महताब के अनुसार विधेयक यूपीए सरकार के समय बनाया गया था, बाद में इसे स्थाई समिति के हवाले कर दिया गया था जिसने कई सिफारिशें भी की थी।
इसके साथ ही आधार संख्या को लेकर उठे विवादों से छुटकरा पाने के लिए इससे पहले इस मुद्दे को सर्वोच्च न्यायालय के सामने भी रखा जा चुका है।
अरुण जेटली ने कहा कि यह यूपीए के द्वारा लाए गए विधेयक से काफी अलग है, इसपर फैसला करना अब अध्यक्ष के हाथ में है। बिल का मुख्य उद्देश्य यह है कि जिसे भी सब्सिडी चाहिए उसे आधार पेश करना होगा।