PNB Bank Charges: पीएनबी खाताधारकों को अलर्ट! आपको इन सेवाओं के लिए अगले सप्ताह से करना होगा अधिक भुगतान
PNB Bank Charges: किन सेवाओ के लिए कितने ज्यादा रूपये देने पड़ेंगे? प्रत्येक दिन के लिए मुफ्त जमा सीमा को घटाकर 1 लाख कर दिया गया है!
Highlights:
- PNB Bank Charges: क्या है नए शुल्क?
- लॉकर शुल्क में क्या हुआ है बदलाव?
- चालू खाता बंद करने पर कितना भुगतान करना पड़ेगा?
PNB Bank Charges: पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) 15 जनवरी से अपने द्वारा दी जाने वाली कई बैंकिंग सेवाओं के लिए मौजूदा शुल्क में करेगा बढ़ोतरी। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के बाद देश के दूसरे सबसे बड़े बैंक पीएनबी ने हाल ही में इन बदलावों को अधिसूचित किया है, जो उक्त तिथि से लागू होंगे।
पीएनबी खाताधारकों को निम्नलिखित बैंकिंग सेवाओं के लिए अधिक भुगतान करना होगा:
तिमाही औसत बैलेंस (QAB) का रखरखाव न करना
पीएनबी की वेबसाइट पर उपलब्ध संशोधित टैरिफ के अनुसार, मेट्रो क्षेत्र में तिमाही औसत बैलेंस (QAB) की सीमा का रखरखाव न करने की सीमा को मौजूदा 5,000 रुपये से बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है। मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर चार्ज 200 रुपए से बढ़ाकर 400 रुपए प्रति तिमाही कर दिया गया है, ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में इसे 300 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये कर दिया गया है।
लॉकर शुल्क
बैंक की वेबसाइट के अनुसार, शहरी और मेट्रो क्षेत्रों में लॉकर शुल्क ₹500 बढ़ा दिया गया है। यह शुल्क अतिरिक्त बड़े आकार के लॉकर को छोड़कर सभी लॉकर आकारों के लिए संशोधित किया गया है।
लॉकर विज़िट
मुफ्त लॉकर विज़िट की संख्या को संशोधित कर 12 प्रति वर्ष कर दिया गया है, जिसके बाद प्रति विज़िट 100 रुपये वसूल किए जाएंगे। वर्तमान में, प्रति वर्ष कुल 15 मुफ्त लॉकर विज़िट की अनुमति है, मगर इस नए संशोधन के बाद इसे घाटा दिया गया है।
चालू खाता बंद करना
जो खाते खोलने के दो सप्ताह के भीतर बंद हो जाते हैं, उनके लिए वर्तमान 600 के मुकाबले 800 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। हालांकि, खोलने के 12 महीनों के बाद बंद किए गए खातों के लिए कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा।
बचत खातों में लेनदेन शुल्क
वर्तमान में, पीएनबी प्रति माह पांच मुफ्त लेनदेन की अनुमति देता है, जिसके बाद सेवा शुल्क के रूप में 25 रुपये प्रति लेनदेन शुल्क लिया जाता है। परिवर्तन के बाद, हर महीने तीन मुफ्त लेनदेन की अनुमति होगी, जिसके बाद ₹50 प्रति लेनदेन सेवा शुल्क के रूप में लिया जाएगा।
कैश हैंडलिंग शुल्क
वर्तमान 2 लाख रुपये से, प्रत्येक दिन के लिए मुफ्त जमा सीमा को घटाकर 1 लाख कर दिया गया है। साथ ही, परिवर्तन प्रभावी होने के बाद ₹1 लाख से ऊपर, प्रति पीस 10 पैसे का शुल्क लिया जाएगा।
Conclusion: कोरोना महामारी के कारण जहां एक तरफ आम भारतवासियों के कामो मे मंदी और लोगो को नौकरियाँ मिलने में असुविधा हो रही है, वही महंगाई है की थमने का नाम ही नही ले रही है। सरकारी बैंक के साथ अन्य बैंक, जमा राशि में ब्याज की दरो में बढ़ोतरी के बजाय अपने सेवाओ की शुल्को में बढ़ोतरी किए जा रहे है।
हाल ही में कई एसे बैंक ने अपने मौजूदा शुल्को में बढ़ोतरी की है और बढ़ोतरी भी 1-2 प्रतिशत नही है। ज़्यादातर शुल्को को दुगना कर दिया गया है, जैसे तिमाही औसत बैलेंस को 5,000 से बढ़ाकर 10,000 कर दिया गया है, बचत खातों में लेनदेन शुल्क को 25 से 50 रुपये कर दिया गया है। इन हालातो में ऐसे बदलाव आम नागरिकों को बहुत भारी पड़ सकते है।
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