भाजपा या किसी अन्य पार्टी को वोट देना पड़ा तो देगें – मायावती
चुनाव प्रचार से ज्यादा जून 1995 का केस वापस लेने पर जोर दिया
राजनीति की गलियारों में आज दिनभर बिहार चुनाव से इत्तर बीएसपी सुप्रीमो मायावती का फैसला छाया रहा है. राज्यसभा के एमएलसी के चुनाव के लिए बीएसपी का बीजेपी को वोट देने वाले बयान के बाद दिनभर यूपी के राजनीति में यह चर्चा का विषय रहा.
We have decided that to defeat SP candidate in future MLC elections in UP, we will put all our force & even if we have to give our vote to BJP candidate or any party candidate, we'll do it: BSP Chief Mayawati https://t.co/DCfn2d5GYa pic.twitter.com/Ly92wIHpSQ
— ANI (@ANI) October 29, 2020
मुलायम के बाद अब अखिलेश की बुरी गति होगी
यूपी में राज्यसभा चुनाव की उठापटक बीच बहुजन समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मायावती ने समाजवादी पर हल्ला बोल दिया. उन्होंने कहा मुलायम सिंह के बाद अब अखिलेश की बुरी गति होगी. साथ ही कहा कि हमारी पार्टी लोकसभा चुनाव के दौरान सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए सपा से हाथ मिलाया था. लेकिन उनके परिवार में चल रही आंतरिक कलह की वजह से उन्हें बीएसपी के साथ गठबंधन का अधिक फायदा नहीं मिल सका.
आज उन्होंने स्प्ष्ट कर दिया है कि वह सपा के प्रत्याशियों को बुरी तरह हराएंगे. इसके लिए वह अपनी सारी ताकत झोंक देंगी. उन्होंने कहा अगर हमें भाजपा या किसी अन्य पार्टी को भी वोट देना पड़े तो हम वो भी करेंगे. इतना ही नहीं सपा का समर्थन करने वाले सात विधायकों का आज बीएसपी से निलंबन कर दिया गया.
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When we saw Samajwadi Party's behaviour towards us after Lok Sabha election results, we realised that we have committed a big mistake by taking back our 2nd June 1995 case against them & we shouldn't have joined hands with them. We should've thought bit deeply: BSP Chief Mayawati https://t.co/B3H1NCjqv9 pic.twitter.com/yQBtWMwLGr
— ANI (@ANI) October 29, 2020
1995 का केस वापसी
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि मैं खुलासा करना चाहती है “जब हमने लोकसभा साथ लड़ने का फैसला किया था, तब पहले दिन से ही हमने कड़ी मेहनत की . लेकिन समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष सतीश चंद्र मिश्रा पहले दिन से ही मुझे केस वापस लेने की बात कहने लगे. वह कहते अब जब एसपी, बीएसपी एक हो गई है तो मुझे जून 1995 का केस वापस ले लेना चहिए. वह चुनाव प्रचार करने की बजाए मुझसे केस वापस लेने पर लगे थे”.
प्रियंका गांधी का बयान
भाजपा को समर्थन देने वाली पोस्ट पर प्रियंका गांधी ने ट्विट करते हुए लिखा इसके बाद भी कुछ बाकी है. आपको बता दें कई दिनों से मायावती के ट्वीट से यह कयास लगाया रहा था कि वह भाजपा के साथ है और उनके इस बयान ने सभी कयासों पर लगाम लगा दिया.
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