40 किसान यूनियनों के संयुक्त मोर्चे ने सरकार को दी धमकी, गणतंत्र दिवस तक मांगें पूरी न होने पर दिल्ली की ओर करेंगे मार्च
एक बार फिर किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने दागे आंसू गैस के गोले
सरकार और भारतीय किसान यूनियन बीच नए कृषि कानूनों को लेकर आंदोलन चल रहा है. किसानों के इस आंदोलन को एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है. अभी तक इसका कोई नतीजा नहीं निकल पाया है. कल यानि की रविवार को रेवाड़ी-अलवर सीमा पर हरियाणा पुलिस और प्रदर्शनकारी किसान झड़प में एकदम आमने सामने आ गए. कल एक बार फिर हरियाणा में सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने केंद्र के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ मुख्य आंदोलन में शामिल होने के लिए मार्च करना शुरू कर दिया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने किसानों के मार्च को रोकने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले दागे.
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जाने क्या कहना है इस पर रेवाड़ी पुलिस का
कल फिर रेवाड़ी-अलवर सीमा पर हरियाणा पुलिस और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच झड़प देखने को मिली. सूत्रों ने अनुसार किसान आगे बढ़ने के लिए पुलिस के घेराव और बैरिकेड को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे. जबकि रेवाड़ी पुलिस ने उन्हें एक स्थानीय ओवर-ब्रिज पर रोक दिया. रेवाड़ी पुलिस के प्रमुख अभिषेक जोरवाल ने एक समाचार एजेंसी पीटीआई के हवाले से बताया, कि “अभी के लिए हमने उन्हें मसानी में रोक दिया है”. आपको बता दें कि पिछले साल नवंबर में हरियाणा पुलिस को पंजाब के हजारों किसानों को रोकने के लिए उन पर पानी के तोप और आंसू गैस के गोले छोड़े थे. क्योंकि उस समय भी हरियाणा पुलिस उनके विरोध मार्च को दिल्ली तक आने से रोकने की कोशिश कर रही थी. रास्ते में कई झड़पों में दोनों पक्ष प्रदर्शनकारी किसान और हरियाणा पुलिस शामिल हुई थी.
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