Heat Stroke : जानें क्या है हीट स्ट्रोक के लक्षण और इससे बचने के घरेलू नुस्खे
Heat Stroke : लू और हीट स्ट्रोक में अंतर को जानें और समय रहते करें ऐसे इलाज!
Highlights-
. आमतौर पर शरीर से पसीने के रूप में गर्मी निकलती रहती है लेकिन इस समस्या में शरीर का नेचुरल कूलिंग सिस्टम काम करना बंद कर देता है।
. इससे शरीर का तापमान 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक हो जाता है जिसे हीट स्ट्रोक कहते हैं।
Heat Stroke : हीट स्ट्रोक गर्मी की आम समस्या है और इस साल तो गर्मी ने सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए हैं। हीट स्ट्रोक की समस्या अब आम हो गई है । आमतौर पर शरीर से पसीने के रूप में गर्मी निकलती रहती है लेकिन इस समस्या में शरीर का नेचुरल कूलिंग सिस्टम काम करना बंद कर देता है इससे शरीर का तापमान 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक हो जाता है जिसे हीट स्ट्रोक कहते हैं।
आईए जानते हैं हीट स्ट्रोक के लक्षण के बारे में साथ ही यह भी जानेंगे हीट स्ट्रोक से बचें कैसे
Only 12% of India’s 1.4 billion citizens have access to air conditioning. Hundreds of millions of people are unable to cool themselves when their bodies reach the point of heatstroke.
Daily wage earners who toil in the fields have no escape https://t.co/ClKNrlooeg pic.twitter.com/RDog6PYtS5
— Bloomberg Opinion (@opinion) May 4, 2022
लू और हीट स्ट्रोक में अंतर
सबसे पहले हम सबके लिए लू और हीट वेब में अंतर जानना बहुत ज़रूरी है तभी हम समय रहते इसका इलाज कर पाएंगे।
गर्मी में शुष्क और बेहद गर्म हवा चलने को लू कहते हैं। लू तब लगती है जब तापमान बहुत अधिक होता है।जब कोई व्यक्ति गर्म हवा और धूप में देर तक रहता है फिर वह देर तक धूप और गर्म हवा के सम्पर्क में आता है तब इसे लू लग जाने कहते हैं।
वहीं हीट स्ट्रोक एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें व्यक्ति अधिक हीट या गर्मी में रहने से बेहोश या बेसुध हो जाता है।
हीट स्ट्रोक के कारण क्या है?
. हीट स्ट्रोक ज्यादा गर्मी या तेज धूप में बाहर निकलने से होती है। हीट स्ट्रोक में शरीर का तापमान सामान्य तापमान से अधिक होते हैं। इसके अलावे थायरॉयड असंतुलन शरीर में ब्लड शुगर के लेवल में कमी की वजह से भी हीट स्ट्रोक होता है। इसके अलावा अल्कोहल का सेवन करने, एंटी डिप्रेसेंट्स का नियमित इस्तेमाल करने से भी हीट स्ट्रोक होता है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण –
. सिर दर्द होना
. चक्कर
. अधिक पसीना आना
. मांसपेशियों में ऐंठन व कमजोरी महसूस होना
. उल्टी आना
. ब्लड प्रेशर बढ़ जाना
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किन बातों का रखें ध्यान
. पानी पीना हर मौसम में लाभकारी होता है। लेकिन गर्मियों में पानी पीने गर्मियों के दौरान ज्यादा मात्रा में पानी पीनी चाहिए। गर्मी में जब भी पानी पीए उसमें थोड़ा नमक मिला दें। पानी में नमक मिलाकर पीने से शरीर में नमक की कमी नहीं होगी।
. गर्मियों में इस बात का ध्यान रखें कि आप अधिक तले – भुने खाने की सामग्री का सेवन नहीं करते हों। जितना हो सके गर्मियों में बाहर के खाने से परहेज करें। खासकर को हीट स्ट्रोक के मरीज हैं उन्हें हल्का भोजन करना चहिए।
.तेज धूप में जाने से बचे। अगर बहुत जरूरी है तो अपने साथ छाता, पानी की बोतल, ग्लूकोज, सनग्लासेज़ जरूर लेकर चलें।
. गर्मियों में ठंडे पानी में नींबू और चीनी – नमक मिलाकर पीने से हीट स्ट्रोक का खतरा कम होता है।
. गर्मियों में दही का सेवन रोजाना करें। अगर आप हीट स्ट्रोक के मरीज हैं तो आप दो – तीन घंटो पर छाछ पीते रहे हैं।