Heatwave: गर्मी से बेहोशी होने पर न करें ये गलती, स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया अलर्ट
Heatwave: स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लोगों को हीटवेव से कैसे बचाव करना चाहिए, इसकी जानकारी दी गई है। वहीं बताया गया है कि अगर कोई गर्मी से बेहोश हो जाए तो उसे क्या करना चाहिए और क्या नहीं।
Heatwave: गर्मी से बचने के लिए शरीर को रखें हाइड्रेट, बेहोशी में तुरंत न पिएं पानी
मई का महीना चल रहा है। पूरे देश में गर्मी ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ समेत पूरे उत्तर भारत में गर्मी ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। कई जगहों पर तो तापमान 45 डिग्री के पार हो चुका है। गर्मी में हीट वेव की वजह से लोग बीमार पड़ने लगे हैं। गर्मी में तेज धूप और गर्म हवाओं की वजह से डिहाइड्रेशन की समस्या भी देखने को मिल रही है। हीटवेव, लू और गर्म हवाओं के प्रकोप को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गाइडलाइन भी जारी की है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आधिकारिक एक्स हैंडल पर पोस्ट कर लोगों को हीटवेव से कैसे बचाव करना चाहिए, इसकी जानकारी दी गई है। वहीं बताया गया है कि अगर कोई गर्मी से बेहोश हो जाए तो उसे क्या करना चाहिए और क्या नहीं। आइए जानते हैं विस्तार से-
भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने हीटवेव से निपटने के लिए जरूरी दिशानिर्देश जारी किए हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा कि यदि आपको या किसी को धूप लगने के कारण चक्कर आ रहा है तो उन्हें कुछ प्राथमिक चिकित्सा दी जानी चाहिए, जिससे लक्षणों को बिगड़ने से बचाया जा सके। हालांकि बेहोशी की स्थिति में कुछ चीजें करने से सेहत को नुकसान भी हो सकता है।
शरीर को रखें हाइड्रेट
गर्मी के कारण बेहोशी-चक्कर आने जैसी दिक्कत महसूस हो रही है तो सबसे पहले शरीर को निर्जलीकरण की समस्या से बचाने के लिए पानी पिलाएं। संभव हो तो कपड़े उतार दें और तुरंत ठंडे स्थान पर जाएं। बेहोशी-चक्कर आने के अधिकतर मामले शरीर के डिहाइड्रेट होने और शरीर का तापमान सामान्य से अधिक हो जाने के कारण होते हैं। ऐसे में इन उपायों से काफी हद तक आराम मिल सकता है।
बेहोश होने पर तुरंत न दें पानी
दरअसल गर्मी में तेज हवाओं के संपर्क में आने से बेहोश होना आम बात है। गर्मी से बेहोशी हो गई है तो इस स्थिति में तुरंत पानी नहीं देना चाहिए। दरअसल, जब कोई व्यक्ति बेहोश हो जाता है तो उसे पानी निगलने में दिक्कत होती है। बेहोशी में पानी पिलाने से वह पेट में जाने की बजाय लंग्स में जा सकता है, जिसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। इतना ही नहीं बेहोशी में पानी पिलाने से निमोनिया का खतरा भी हो सकता है।
डॉक्टर से करें संपर्क
डॉक्टर के अनुसार, बेहोशी में व्यक्ति को पानी अगर गलत तरीके से पिया जाता है, तो इलेक्ट्रोलाइट्स का बैलेंस बिगड़ सकता है। ऐसी स्थिति में हार्ट संबंधी बीमारियां होने का खतरा ज्यादा रहता है। इस दौरान बेहोश हुए व्यक्ति के हृदय गति और ब्लड प्रेशर की जांच करनी चाहिए। अगर ये बहुत बढ़ा हुआ या कम लग रहा है तो तुरंत उसे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। बेहोश व्यक्ति के वायुमार्ग में कोई समस्या न आए और वो सही तरीके से सांस लेता रहे इसके लिए ठुड्डी को ऊपर उठाकर और सिर को एक तरफ थोड़ा झुका दें।
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सांस लेने में दिक्कत होने पर तुरंत दें CPR
सुनिश्चित करें कि बेहोश व्यक्ति अच्छी तरह से सांस ले रहा हो। यदि उसे सांस लेने में कोई दिक्कत है तो आवश्यकतानुसार सीपीआर दी जा सकती है। सामान्य उपचारों की मदद से भी यदि लक्षणों में कोई आराम नहीं मिल रहा है और व्यक्ति होश में नहीं आ रहा है तो बिना देर किए उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाएं।
हीटवेव से बचाव को अपनाएं ये तरीका
अगर किसी व्यक्ति को गर्मी की वजह से घबराहट महसूस होती है, तो उसे अपने शरीर को तुरंत कूलडाउन करना चाहिए। गर्मी में शरीर में पानी की कमी न इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। गर्म हवाओं के प्रकोप से बचने के लिए लूज फिट कपड़े पहने, घर या ठंडी जगहों पर ही रहें, जहां तक संभव हो गर्मी में तेज धूप में निकलने से बचें। गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि गर्मी में कोई व्यक्ति बेहोश हो जाता है, तो उसे तुरंत पानी न दें। आइए दिल्ली स्थित एम्स की डॉ. प्रियंका शेरावत से जानते हैं, गर्मी में बेहोश होने पर व्यक्ति को तुरंत पानी क्यों नहीं देना चाहिए।
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