Happy Birthday Mamata Banerjee : ममता बनर्जी के 10 ऐसे बयान जिनको पढ़कर आपके उड़ जाएंगे होश!
Happy Birthday Mamata Banerjee : ममता बनर्जी के जन्मदिन पर जानिए उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें और ऐसे बयान जिन्हे पढ़कर आप रह जाएंगे दंग
Highlights:
• 05 जनवरी 1955 को हुआ था ममता बनर्जी का जन्म।
• 10 ऐसे बयान जिन्होने ममता को दी सुर्खियां।
• ममता के राजनीति करियर से जुड़े जानिए कुछ रोचक बातें।
आज उनके जन्मदिवस के उप्लक्ष मे हम उनके कुछ बेबाक अंदाज़ से दिये गए 10 चुनिन्दा बयान आपके सामने प्रस्तुत करते है जो बहुत सुर्खियों मे रही।
- हिटलर से भी ज्यादा तबाही पीएम मोदी ने की है।
- परिवर्तन एक निरंतर चलते रहने वाली प्रक्रिया है। आप एक सीमित समय सीमा के स्थिर मापदण्ड से इसका आकलन नहीं कर सकते। जब एक बीज जमीन में बोया जाता है, तो आप तुरंत पौधे को नहीं देख सकते हैं। आपको सब्र करना होगा। समय के साथ, यह एक बड़े पेड़ के रूप में विकसित होता है। और तब फूल खिलते हैं, और तभी फल तोड़े जा सकते हैं।
- मुझे VIP नहीं बनना है। मैं एक LIP बनना चाहता हूं, एक कम महत्वपूर्ण व्यक्ति।
- मैं लेफ्ट या राइट नहीं हूं। मैं राष्ट्रवाद, देशभक्ति, संघीय ढांचे, लोकतंत्र और गरीबों में विश्वास रखती हूं।
- मुझे लगता है कि सांप्रदायिकता हमारे समाज का कैंसर है, और अगर हमें इस देश की मानवता, एकता और अखंडता की रक्षा करनी है, तो हमें सांप्रदायिक ताकतों से लड़ना होगा।
- मुझे नहीं लगता कि केवल इलाइट वर्ग अच्छी अंग्रेजी बोल सकते है।
- मैं भगवान नहीं हूँ। न ही मैं प्रेत हूँ। मैं किसी भी आलोचना को स्वीकार करने के लिए तैयार हूं। मैं दशकों से राजनीति में हूं। हर दिन, मीडिया में मेरी आलोचना होती है और हो रही है।
- मृत्यु दुर्भाग्यपूर्ण है। यह एक दुर्घटना है। यह पुलिस का अत्याचार नहीं है। यह एक छोटी और बहुत छोटी बात है।”
- हम मार्क्सवादी या पूंजीवादी नहीं हैं; हम गरीब लोगों के लिए हैं।
- मेरे विद्यार्थी जीवन ने मुझे एक सबक सिखाया है, कभी भी अपना सिर मत झुकाओ और आप जो भी करें उसमें सीधे और बोल्ड रहें।
1955 मे जन्मी ममता बनर्जी ने राजनीति मे बोहोत से झंडे गाड़े है और अपना लोहा भी मनवाया है। उन्होने1998 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अलग होने के बाद अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की स्थापना की और इसकी पहली अध्यक्ष बनीं। 2011 के बाद से भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल की, पद संभालने वाली पहली महिला है।
बनर्जी ने पहले दो बार रेल मंत्री के रूप में अपना कार्यकाल निभाया है, ऐसा करने वाली भी वह पहली महिला है। वह भारत सरकार की कैबिनेट में कोयला विभाग की भी पहली महिला मंत्री और मानव संसाधन विकास, युवा मामले और खेल, महिला और बाल विकास की भी मंत्री रह चुकी हैं।
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वह 2011 से 2021 तक भवानीपुर से पश्चिम बंगाल विधान सभा की सदस्य थीं। उन्होंने नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में भाजपा के सुवेंदु अधिकारी से हार गईं, हालांकि उनकी पार्टी ने भारी बहुमत हासिल कि। प्रफुल्ल चंद्र सेन और 2011 में बुद्धदेव भट्टाचार्य के बाद वह अपने ही निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव हारने वाली तीसरी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं।
भारत मे जब भी प्रख्यात नेताओ की बात की जाएगी तब ममता बनर्जी का नाम जरूर लिया जाएगा। ढेरो प्रशंसको के अलावा ममता के आलोचक भी है, उन्होने कई बार पत्रकारो के सवालो का जवाब मुस्करा दिया है तो कभी ग़ुस्से मे भी, और यही बात उन्हे रोचक और अलग भी बनाती है।
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Conclusion: पश्चिम बंगाल के पहली और मौजूदा भारत मे एक मात्र महिला मंत्री ममता बनर्जी के जन्म तिथि के दिन हमने आपके समक्ष उनसे जूसी कुछ ख़ास और रोचक बातों के साथ उनके द्वारा दिये गए 10 चुनिन्दा बयानो को आपसे सांझा किया। Oneworldnews के टीम की तरफ से ममता बनर्जी को उनके जन्मदिन के अवसर पर ढ़ेरो शुभकामनाए।
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