Dev Deepawali: देव दीपावली पर करें ये शुभ काम भगवान शिव देंगे मनचाहा वरदान।
Dev Deepawali: देव दीपावली पर है दीप दान का महत्व, बनारस के घाट पर होती है शानदार गंगा आरती
Highlights –
- 7 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी।
- मान्यता है कि इस दिन देवता बनारस की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं।
- बनारस में गंगा नदी के तट पर दीपों का ये उत्सव मनाया जाता है।
Dev Deepawali : दिवाली का त्योहार देशभर में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली की तरह ही देव दीपावली का महत्व है, इस त्योहार को भी दीपों का त्योहार कहते हैं।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बनारस में बहुत ही धूमधाम से देव दीपावली मनाई जाती है। हर साल देव दिवाली का पर्व दीपावली के 15 दिनों के बाद ही मनाया जाता है।
पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि के दिन देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है लेकिन इस साल इस दिन चंद्र ग्रहण भी पड़ रहा है। ऐसे में देव दिवाली की तिथि को लेकर थोड़ा सा कंफ्यूजन है कि आखिर किस दिन देव दिवाली का पर्व मनाना शुभ होगा।
Kashi
President Draupadi Murmu to attend Dev Deepawali celebrations in Kashi this year on 7 November
Earlier this month PM was in Ayodhya for Deepotsav & last year in Kashi for Dev Deepawali
Such grand festivals have helped UP climb to 2nd spot in domestic tourist arrivals pic.twitter.com/ENS59FEeoW
— The Uttar Pradesh Index (@theupindex) October 29, 2022
इस साल 7 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी। मान्यता है कि इस दिन देवता बनारस की पवित्र भूमि पर उतरते हैं और दिवाली मनाते हैं। काशी में गंगा नदी के तट पर दीपों का ये उत्सव मनाया जाता है।
इस दौरान वहां की धूम देखने लायक होती है, बहुत सजावट होती है, गंगा घाट पर हर ओर मिट्टी के दीपक प्रज्वलित किए जाते हैं। ये दृश्य बहुत ही भव्य होता है। इस साल लाखों में दीपक जलाने की बात है।
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देव दीपावली पर क्या करना होगा शुभ
इस त्योहार पर लोग गंगा स्नान करके दीपदान करते हैं। इस दिन गंगा स्नान को बहुत शुभ माना जाता है। देवी गंगा को श्रद्धा का प्रतीक कहा जाता है। इस दिन बनारस के घाट पर विशेष गंगा आरती का भी प्रावधान है।
महत्व
मान्यताओं के अनुसार कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को भगवान शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध किया था, इसी कारण इस दिन को खुशियों के रूप में मनाया जाता है।
Are you ready for #DevDeepawali 4 days to go, #DevDeepawali2022 pic.twitter.com/d87CW2gt8r
— Manoj Pandey (@manojpandey66) November 3, 2022
इस राक्षस के वध होने से देवी-देवताओं से खुशियां मनाई थी और काशी की तट पर दीपक जलाए थे, इसी कारण हर साल इस दिन दीपदान और स्नान करना का शुभ माना जाता है।
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