Cyclone Tej Update: जानिए कितना विनाशकारी है चक्रवाती तूफान ‘तेज’, मौसम विभाग ने दी जानकारी
आईएमडी ने एक्स पर अपने हैंडल से पोस्ट किया करके कहा कि 22 अक्टूबर की पूर्वाह्न तक इस गंभीर चक्रवाती तूफान में और तेज होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर भी आज दबाव क्षेत्र बनेगा। ये ओडिशा के पारादीप से 610 किमी दक्षिण, पश्चिम बंगाल के दीघा से 760 किमी दक्षिण और बांग्लादेश के खेपुपारा से 980 किमी बनेगा।
Cyclone Tej Update: अगले 24 घंटो में पड़ेगा दबाव, चक्रवात ले सकता गंभीर रूप
Cyclone Tej Update: दक्षिण पश्चिम अरब सागर से उठ रहे चक्रवाती तूफान ‘तेज’ को लेकर बढ़ रही टेंशन के बाद अब मौसम विभाग ने राहत की खबर दी है। मौसम विभाग का कहना है कि चक्रवाती तूफान ‘तेज’ का गुजरात पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसकी जानकारी मौसम विभाग के एक अधिकारी ने दी है। आईएमडी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को यह भयंकर चक्रवाती तूफान की शक्ल ले सकता है और ओमान के दक्षिणी तटों और निकटवर्ती यमन की ओर बढ़ सकता है।
IMD ने ऐसे दी जानकारी
आईएमडी ने एक्स पर अपने हैंडल से पोस्ट किया करके कहा कि 22 अक्टूबर की पूर्वाह्न तक इस गंभीर चक्रवाती तूफान में और तेज होने की संभावना है। बता दें कि अरब सागर पर उठ रहे इस तूफान की 25 अक्टूबर तक ग़ैदा (यमन) और सलालाह (ओमान) के बीच से गुजरने की भी संभावना जताई जा रही है।
क्या है चक्रवात ‘तेज’ ?
चक्रवात ‘तेज’ के रविवार को खतरनाक चक्रवाती तूफान में बदलने और ओमान के दक्षिणी तटों और निकटवर्ती यमन की ओर बढ़ने की आशंका है। चक्रवातों के नामकरण के लिए भारत द्वारा चक्रवात का नाम ‘तेज’ रखा गया है। आईएमडी के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम अरब सागर में समुद्र से लेकर उच्च समुद्र की स्थिति तक बहुत खराब स्थिति बनी हुई है और 21 से 23 अक्तूबर तक अत्यधिक तूफानी स्थिति होने की संभावना है।
तूफान का ये था केंद्र
VSCS ‘तेज’ 21 अक्टूबर को 23.30 बजे दक्षिण पश्चिम अरब सागर पर सोकोट्रा (यमन) के लगभग 330 किमी पूर्व, सलालाह (ओमान) के 690 किमी दक्षिण पूर्व और अल ग़ैदा (यमन) के 720 किमी पूर्व पर केंद्रित था।
कितना असर करेगा ‘तेज’
अरब सागर में उठे तेज चक्रवात का असर भारत के किसी भी राज्य पर ज्यादा नहीं पड़ेगा। गुजरात में हल्की बारिश हो सकती है, तो वहीं ओडिशा और बंगाल में भी डिस्टर्वेंस की वजह से मौसम खराब रह सकता है।
ओमान और यमन पर होगा असर
आईएमडी ने ट्विटर पर बताया कि रविवार को यह भयंकर चक्रवाती तूफान का शक्ल ले सकता है तथा ओमान के दक्षिणी तटों एवं निकटवर्ती यमन की ओर बढ़ सकता है। हालांकि कभी-कभी चक्रवात अपना रास्ता बदल भी लेते हैं।
मछुआरों को तटों के किनारे न जाने की सलाह
आईएमडी ने बताया कि 21 अक्तूबर को दक्षिण-पश्चिम, पश्चिम-मध्य और निकटवर्ती बंगाल की खाड़ी में मध्यम से गंभीर स्थिति बनी रहने की संभावना है और 23 अक्तूबर को इसके गंभीर से अति गंभीर होने की आशंका है। 24 से 26 अक्तूबर तक ओडिशा, पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर समुद्र की स्थिति बहुत खराब रहने की आशंका है। इसी बीच मछुआरों को 26 अक्तूबर तक समुद्र और तटों के किनारे न जाने की सलाह जारी की है।
बंगाल की खाड़ी में भी दवाब क्षेत्र
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर भी आज दबाव क्षेत्र बनेगा। ये ओडिशा के पारादीप से 610 किमी दक्षिण, पश्चिम बंगाल के दीघा से 760 किमी दक्षिण और बांग्लादेश के खेपुपारा से 980 किमी बनेगा। यहां अगले 24 घंटों के दौरान इसके और तीव्र होकर गहरे दबाव में बदलने की संभावना है।
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इसी साल बिपरजॉय ने मचाई थी तबाही
जून में अरब सागर से उठे बिपरजॉय तूफान ने गुजरात में कच्छ तथा सौराष्ट्र के कई क्षेत्रों में भयंकर तबाही मचायी थी। पहले यह पश्चिम की ओर बढ़ रहा था लेकिन बाद में उसने दिशा बदली तथा कच्छ तट से जा टकराया।
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