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Inspiring story: लॉकडाउन में 2 ऐसी महिलाओं की कहानियां जो आपके दिन को छू जाएगी
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Inspiring story: लॉकडाउन में 2 ऐसी महिलाओं की कहानियां जो आपके दिन को छू जाएगी

कैसे इन 2 महिलाओं ने बचाई अपने कोरोना संक्रमित पति और गर्भ में पल रहे बच्चे की जान


अभी पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के खौफ और लॉकडाउन ने लोगों की जिंदगी बदल कर रख दी है। ऐसे में आम लोगों की परेशानियों से जुड़ी कई कहानियां सामने आ रही हैं। आज हम आपको ऐसी दो महिलाओं की कहानी बताएंगे जो आपके दिल को छू जायेंगी । पहला: एक डॉक्टर पत्नी को अपने पति में कोरोना के लक्षण मिलने पर पति को 4 अस्पतालों में ले गईं। किसी ने भर्ती नहीं किया। तो पत्नी ने घर पर ही किया पति का इलाज। दूसरा: गर्भवती महिला को कोई अस्पताल खुला नहीं मिला तो उसे डेंटल क्लीनिक में डिलीवरी करानी पड़ी। चलिए विस्तार से जानते है पूरी कहानी।

कोरोना संक्रमित पति को अस्पताल में भर्ती नहीं किया तो पत्नी ने खुद घर पर किया पति का इलाज।

इंदौर में एक डॉक्टर महिला को अपने पति में कोरोना के लक्षण दिखे। तो वो उनको ले कर 4 अस्पतालों में गई लेकिन किसी ने भी उनको भर्ती नहीं किया। महिला के अनुसार उनके पति की तबीयत 28 मार्च को बिगड़ गई थी। उनमें कोरोना के लक्षण थे। 29 मार्च को पत्नी डॉक्टर नाजनीन उन्हें लेकर निजी अस्पताल पहुंचीं। वहां पर उनके पति को मामूली बुखार बताकर घर लौटा दिया। इसके बाद वो अपने पति को ले कर दो और अस्पतालों में गईं, लेकिन उनके पति को भर्ती नहीं किया गया। एमवाय अस्पताल में भी उन्हें दो घंटे बैठाया और बिना जांच किए लौटा दिया। ऐसे में महिला घबराई नहीं बल्कि उन्होंने घर में ही अपने पति का इलाज शुरू किया। अभी वो अरबिंदो अस्पताल में हैं। पहले रिपोर्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद दूसरी रिपोर्ट में  नेगेटिव रिजल्ट आ चूका है।

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7 किलोमीटर पैदल चलने के बाद , गर्भवती महिला ने डेंटल क्लीनिक में दिया बच्चे को जन्म।

अभी कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है जिसके चलते इन दिनों ज्यादातर प्राइवेट अस्पताल और क्लीनिक बंद हैं। ऐसे में बेंगलुरु में एक गर्भवती महिला अपने पति के साथ 7 किलोमीटर पैदल चली, लेकिन फिर भी उनको डिलीवरी के लिए अस्पताल नहीं मिला। प्रसव पीड़ा बढ़ी तो पति दंपती पत्नी को लेकर डेंटल क्लीनिक में चला गया। यहां डेंटिस्ट डॉ. रमया ने डिलीवरी कराई। डॉ. रमया का कहना हैं कि जब गर्भवती महिला आई तो उस समय गर्भ में मौजूद बच्चे का कोई रिस्पांस नहीं आ रहा था। उस वक्त थोड़ी टेंशन बढ़ गई थी। परन्तु कोशिश करने के बाद उसमें हरकत शुरू हुई। फिर अच्छे से डिलीवरी हो गई। मां और बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। दोनों को अस्पताल भेज दिया गया है।

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