Bulli Bai App Controversy : महिलाओ को नीलाम करने वाले इस एप ने मचाया सोशल मीडिया पर हड़कंप, जाने क्या है पूरा मामला
Bulli Bai App Controversy : सुल्ली डील के बाद अब बुल्ली बाई ऐप आखिर क्यों है अल्पसंख्यक महिलाएं निशाने पर
Highlights:
क्या है बूल्ली बाई एप?
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने क्या कदम उठाया है?
अब तक कितने को हिरासत मे लिया गया है?
शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस विवाद पर क्या कहा?
Bulli Bai App Controversy : होस्टिंग प्लेटफॉर्म गिटहब के बुल्ली बाई नाम के एप्लिकेशन पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड किए जाने के बाद एक विवाद खड़ा हो गया है।
बुल्ली बाई एक मोबाइल एप्लिकेशन है जो अल्पसंख्यक महिलाओं के तस्वीरों को अनुचित तरीके से उपयोग करता था, तस्वीरों को देखने के लिए पोस्ट किए जाने के बाद इस एप पर मुस्लिम महिलाओं की आपत्तिजनक तस्वीरों की नीलामी हो रही थी। रिपोर्ट्स के अनुसार एक अज्ञात समूह मुस्लिम महिलाओं को निशाना बना रहा है और परेशान कर रहा था।
यह एप ‘सुल्ली डील्स’ की तरह काम करता था। इसके ट्विटर अकाउंट बायो कहता है, ‘बुल्ली बाई’ खालसा सिख फोर्स (KSF) के एक समुदाय द्वारा संचालित एक ओपन-सोर्स ऐप है। इसके ट्विटर लोकेशन स्टेटस से पता चलता है कि अकाउंट यूएस से संचालित हो रहा था। बताया गया है कि एप पर 100 से अधिक प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें अपलोड की गई थी।
देश के आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि केंद्र सरकार कि भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली (सीईआरटी) और पुलिस अधिकारी आगे की कार्रवाई के लिए उनका सहयोग कर रहे हैं। मामले को देखने और साइबर सेल से समन्वय स्थापित करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस तरह के साइबर अपराध की शिकायत करते हुए क
हा है कि सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 67, धारा 500, धारा 509, धारा 295, धारा 153 (ए) और धारा 153 के तहत बुल्ली बाई ऐप के डेवलपर के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
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राष्ट्रीय महिला आयोग ने हाल ही में दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर मामले पर सख्त कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने को कहा है कि इस तरह के अपराध दोबारा न हों। इस्मत आरा की शिकायत के बाद आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने मामले का संज्ञान लिया। इस्मत ने दावा किया कि वह भी ऐप की शिकार हो गई थी। उसके बाद में कहा था कि दक्षिण पूर्वी दिल्ली की साइबर पुलिस ने मामले में FIR दर्ज की है। आईपीसी की धारा 153ए, 153बी, 354ए और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
1 जनवरी को बनाए गए इस ऐप ने 100 से अधिक मुस्लिम महिलाओं जिनमे पत्रकार, कार्यकर्ता, छात्र और अन्य को ‘बिक्री के लिए’ प्रदर्शित करने के लिए देशभर में आक्रोश पैदा किया है। इस बीच, इस मामले में विभिन्न मामले दर्ज होने के बाद ऐप के ट्विटर अकाउंट को भी सस्पेंड कर दिया गया है।
‘बुल्ली बाई‘ विवाद के सिलसिले में मुंबई पुलिस की एक टीम द्वारा छापेमारी कर बेंगलुरु में इंजीनियरिंग के 21 वर्षीय छात्र को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि मुंबई पुलिस ने विवरण का खुलासा नहीं किया, छात्र को सोमवार, 3 जनवरी को मुंबई लाया गया।
तस्वीरों के साथ बिना अनुमति के और छेड़छाड़ की गई हो ऐसा एक साल से भी कम समय में दूसरी बार हुआ है। ऐप ‘सुल्ली डील’ का क्लोन प्रतीत होता है, जिसने पिछले साल इसी तरह का काम किया था। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार किया गया छात्र ‘बुल्ली बाई’ ट्विटर हैंडल के अनुयायियों में से एक था, जिसके कारण पुलिस उसके पास गई।
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अधिकारी ने कहा कि तस्वीर अपलोड करने के लिए इस्तेमाल किए गए ट्विटर खातों के आईपी पते के माध्यम से छात्र का पता लगाया गया। उन्होंने आगे कहा कि छात्र को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है।
Conclusion
लोकतन्त्र मे विचारो की आजादी है मगर एसी आजादी अब तक तो नहीं है जिससे किसिकी निजता का हनन हो। बुल्ली बाई के इस एप ने महिलाओ की सिर्फ निजता ही हनन नही की है बल्कि उनका मज़ाक भी बनाया है, किसीकी भी तस्वीर पोस्ट करना और उसे नीलामी के लिए इस्तेमाल करना सरासर गलत है और दंडनीय अपराध भी। अब तक इस मामले से जुड़े एक अपराधी को पकड़ा गया है और दावा है की जल्द ही पूरी टीम भी पकड़ी जाएगी।
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