सेहत

Year Ender 2022: ये 10 बीमारियां हैं साल 2022 की सबसे घातक, गई सैकड़ों लोगों की जान

Year Ender 2022: ये 10 बीमारियां हैं देश में सबसे अधिक जान जाने का कारण, 2022 में गई है सैकड़ों की जान

Highlights –

  • साल 2022 में कई घातक बीमारियों से देश के लोगों की जान गई।
  • जहां एक तरफ कोरोना से लोगों की जान जाने की खबरें आती रहीं वहीं दूसरी तरफ टीबी, हार्ट अटैक, इन्फुल्येंजा जैसी बीमारियों ने काफी संख्या में इस वर्ष लोगों की जानें ली।

Year Ender 2022 : साल 2022 में कई घातक बीमारियों से देश के लोगों की जान गई। जहां एक तरफ कोरोना से लोगों की जान जाने की खबरें आती रहीं वहीं दूसरी तरफ टीबी, हार्ट अटैक, इन्फुल्येंजा जैसी बीमारियों ने काफी संख्या में इस वर्ष लोगों की जानें ली। वैसे बताएं तो हर साल भारत में इन खतरनाक बीमारियों से मौतों की संख्या डराने वाली ही होती है। नई तकनीकों की मदद से इन जानलेवा बीमारियों का इलाज तो संभव है लेकिन समाज के उन वर्गों के लिए जो इन महंगी तकनीकों का उपयोग करने में सक्षम हैं।

दिल से जुड़ी बीमारियां

साल 2022 में आपने हार्ट अटैक से हुई मौतों के बारे में काफी सुना होगा। जी हां आपको बता दें कि कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हर साल दिल की बीमारी से भारत में लगभग 24.8 प्रतिशत मौतें हर साल होती हैं। लेकिन साल 2022 में हार्ट फेलियर से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। लेकिन इसके लिए कुछ सावधानियां बरत कर इस बीमारी से होने वाली मौतों को रोका जा सकता है।

सांस से जुड़ी बीमारियां

देश भर में होने वाली मौतों में से 10.2 प्रतिशत सांस की बीमारियों से होती हैं। एक शोध से यह बात सामने आई है कि इससे होने वाली मौतों में भारत की हिस्सेदारी 47 फीसदी है।

टीबी से मौत

एक समय था जब भारत में टीबी से सबसे ज्यादा मौत होती थी, इसका सबसे बड़ा कारण यह था कि उस समय इसका कोई इलाज नहीं था, लेकिन आज इसका इलाज है। इसके साथ ही सरकार द्वारा टीबी को लेकर कई तरह के कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं, इसका इलाज भी मुफ्त होता है। इसलिए, पिछले एक दशक में टीबी रोगियों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट देखी गई है, लेकिन देश में अभी भी इस बीमारी से होने वाली मौतों में 10.1% की हिस्सेदारी है।

ट्यूमर से मौतें

भारत में लगभग 9.4% लोग घातक और अन्य ट्यूमर के कारण मर जाते हैं। यहाँ शरीर में ट्यूमर के विकास के कारणों की एक सूची दी गई है:

पाचन तंत्र से जुड़ी बीमारियां

पाचन तंत्र से संबंधित रोग भी देश में मौत का कारण हैं। पाचन संबंधी रोग 5.1 प्रतिशत मौतों के लिए जिम्मेदार हैं। इसका सबसे बड़ा कारण खान-पान और लोगों की लापरवाही है। इसके साथ ही स्वच्छ पेयजल की कमी भी इसका सबसे बड़ा कारण है।

दुर्घटनाओं से मौत

देश में दुर्घटनाओं में 4.6 प्रतिशत मौतें होती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के मामले में भारत को नंबर 1 देश के रूप में स्थान दिया गया है।

Read more: Covid 19 Update: Alert! चीन में कोरोना से बढ़ा मौतों का आंकड़ा, क्या भारत के लिए है ये खतरे की घंटी ?

डायरिया से होने वाली मौत

भारत में आज भी लगभग 5 प्रतिशत लोग इस अतिसार रोग से मरते हैं, जिनमें अधिकांश बच्चे शामिल होते हैं।

आत्महत्या से होने वाली मौतें

15-29 आयु वर्ग के भारतीयों में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण आत्महत्या है। यह भारत में होने वाली कुल मौतों का 3. प्रतिशत है। एनसीआरबी की रिपोर्ट 2022 की रिपोर्ट के आधार पर 1.64 लाख से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की है।

भारत में कुछ सबसे आम घातक बीमारियों में मधुमेह शामिल है। वहीं, जागरूकता की कमी और अस्वास्थ्यकर खान-पान, खराब जीवनशैली भी बीमारियों के प्रमुख कारण हैं। इसलिए सबसे जरूरी है कि लोग खुद को शिक्षित करें और साथ ही अपने परिवार में इस तरह की बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी इलाज और उपाय करें।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button