Thyroid Cure: कितना असरदार थायराइड के लिए होम्योपैथिक उपचार?
Thyroid Cure: क्या खाने से मिलेगी थायराइड से राहत? कितना असरदार होता है होम्योपैथिक उपचार?
Highlights:
क्या होता है थायराइड?
हाइपर और हाइपो थायरायडिज्म के लक्षण क्या है?
थायराइड की समस्या को कम करने के क्या है उपाय?
होम्योपैथिक दवाएं और इलाज?
Thyroid Cure: थायराइड एक तितली के आकार की एंडोक्राइन ग्लैंड है जो हार्मोन को सीधे रक्तप्रवाह में स्रावित करती है, यह ग्लैंड गर्दन के सामने के हिस्से में स्थित होती है। यह ट्रायोडोथायरोनिन (T3) और टेट्राडोथायरो मेन (थायरोक्सिन) (T4) सहित विभिन्न हार्मोन का उत्पादन करती है जो शरीर के विकास को नियंत्रित करने में मदद करती है। जनवरी को थायराइड जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है, जिसके दौरान थायराइड से संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है।
कम टीएसएच (TSH) स्तर के साथ रक्त में अतिरिक्त T3 और T4 का स्तर एक अतिसक्रिय थायराइड ग्लेण्ड के संकेत हैं जो “हाईपरथायरायडिज्म” का संकेत देते हैं, इसके विपरीत, टीएसएच के ऊंचे स्तर के साथ T3 और T4 का निम्न स्तर हाइपोथायरायडिज्म का संकेत देने वाली एक निष्क्रिय थायरॉयड ग्लेण्ड की अभिव्यक्ति हैं।
हाइपोथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म?
हाइपोथायरायडिज्म आयोडीन की कमी और एक नवजात शिशु में गैर-कार्यरत थायरॉयड ग्लेण्ड के कारण हो सकता है। हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों में वजन बढ़ना, विस्मृति, थकान, ठंड के प्रति असहिष्णुता, बार-बार पीरियड्स का होना, शुष्क बाल और त्वचा, आवाज़ मे कर्कश का होना शामिल हैं।
हाइपरथायरायडिज्म थायरॉयड नोड्यूल्स और आयोडीन के अधिक सेवन से हो सकता है। इसके लक्षण में तेजी से वजन घटना, घबराहट होना, मांसपेशियों मे कमजोरी, नींद में गड़बड़ी, गर्मी के प्रति असहिष्णुता, और आकार में थायरॉयड ग्लेण्ड का बढ़जाना शामिल है।
थायराइड की समस्या को कम करने के उपाय
भोजन और नियमित व्यायाम थायराइड की समस्या के प्रबंधन में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। आयुर्वेद विशेषज्ञों ने 5 सुपरफूड सुझाये हैं जो आपके थायराइड स्वास्थ्य के लिए अद्भुत काम कर सकते हैं।
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आंवला
आंवला पोषक तत्वों का एक पावरहाउस है और प्रतिरक्षा को बढ़ाने और बीमारियों से लड़ने में बहुत प्रभावी होता है। आंवला में संतरे से आठ गुना और अनार से करीब 17 गुना ज्यादा विटामिन ‘सी’ होता है। यह बालों के लिए एक सिद्ध टॉनिक है, जो बालों को जल्दी सफ़ेद नहीं होने देता, बालों के रोम को मजबूत प्रदान करता है, और सिर में रक्त संचराण को बढ़ाता है जिससे बालों के विकास में सुधार होता है।
नारियल
नारियल थायराइड के रोगियों के लिए सबसे अच्छे खाद्य पदार्थों में से एक है, चाहे वह कच्चा नारियल हो या नारियल का तेल। यह शरीर के मेटाबोलिज्म के लिए लाभकारी होता है। नारियल में एमसीएफए (MCFAs) यानी मीडियम चैन फैटी एसिड और एमटीसी (MTC) यानी मीडियम चेन ट्राइग्लिसराइड्स भरपूर मात्रा में होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
कद्दू के बीज
कद्दू के बीज जिंक का एक समृद्ध स्रोत है, जो शरीर में अन्य विटामिन और खनिजों को अवशोषित करने और शरीर में थायराइड हार्मोन के संश्लेषण और संतुलन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण होता है।
ब्राजील नट्स
सेलेनियम एक सूक्ष्म पोषक तत्व है जिससे शरीर को थायराइड हार्मोन के मेटाबोलिज्म के लिए आवश्यकता होती है। T4 को T3 में बदलने के लिए सेलेनियम की आवश्यकता होती है और ब्राजील नट्स सबसे अच्छे प्राकृतिक स्रोतों में से एक हैं यह कार्य करने के लिए है।
एक दिन में सिर्फ तीन ब्राजील नट्स आपको शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट और थायराइड ग्लैंड को स्वस्थ बनाने के लिए पर्याप्त हैं।
मूंग बीन्स प्रोटीन
बीन्स, एंटीऑक्सिडेंट, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन से भरपूर होती हैं। यह फाइबर से भी भरे हुए होते हैं, बीन्स कब्ज से पीड़ित होने पर भी फायदेमंद हुआ करते है, जो थायराइड असंतुलन का एक सामान्य लक्षण है।
मूंग, अधिकांश बीन्स की तरह, आयोडीन प्रदान करता है और मूंग के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि वे सभी बीन्स के बीच पचाने में सबसे आसान हैं, इसलिए वे थायराइड के अनुकूल आहार के लिए एक उत्कृष्ट खाद्य पदार्थ हैं।
होम्योपैथिक उपचार
होम्योपैथिक उपचार शरीर को हार्मोनल असंतुलन को बहाल करने के लिए कारगर होता है, इसके जरिये थायराइड के उपचार के लिए जो चीजें उपयोग किए जाते हैं उनमें जोडीने, फ्यूकस वेसिकुलोसा, कैल्केरिया कार्बोनिका, ब्रोमियम, स्पोंजिया, नैटनम मुनेटिकम शामिल हैं। यह उपचार रोगी के व्यक्तित्व और शरीर क्रिया विज्ञान की व्यक्तिगत विशेषताओं पर विचार करने के बाद ही निर्धारित किए जाते हैं।
कितने असरदार हैं होम्योपैथिक दवाएं और इलाज?
होम्योपैथी उपचार थायराइड पर नियंत्रण रखने के लिए एक सरल और सुरक्षित तरीका प्रदान करता है। होम्योपैथी न केवल बीमारियों का इलाज करती है बल्कि व्यक्तिगत मियासम या निश्चित रोगों और लक्षणों के लिए प्रवृत्तियों का भी इलाज करती है। होम्योपैथिक दवाओं प्रारंभिक निदान और उपचार अधिकांश थायराइड से जुड़ी शारीरिक और मानसिक दोनों जटिलताओं को रोकने में मदद करता है।
इसके अलावा, होम्योपैथिक दवाएं थायराइड विकार के प्रकार के आधार पर वजन घटाने में और कब्ज, अनियमित पीरियड्स सहित थायराइड के विभिन्न अन्य संबंधित लक्षणों से राहत दिलाने में भी मददगार हैं।
Conclusion: हमारे शरीर मे मौजूद थायराइड ग्लेण्ड का अगर सही से ध्यान न रखा जाए तो यह एक परेशानी का सबब बन सकता है। आयोडीन की कमी और ज्यादा मात्र में सेवन दोनों ही मुसीबत का कारण बन सकती है। इस लेख में हमने आप के साथ 5 ऐसे खाद्य पदार्थ को आप सब से साझा किया है उनको नियमित रूप से अगर लिया जाये तो शरीर और उसमे मौजूद थायराइड दोनों ही स्वस्थ रहेंगे। ऐसे स्वास्थ से जुड़ी और भी जानकारियाँ आप Oneworldnews की वैबसाइट पर जा के पा सकते है।
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