The Importance of Creativity: क्रिएटिव माइंड तनाव को कर सकता है कम
शरीर को फिट रखने के लिए हम क्या क्या नहीं करते लेकिन क्या आप अपने दिमाग को फिट और हैल्थी रखने के लिए भी उतनी ही कोशिश करते है जितनी शरीर को? ये सवाल आपको सोच में डाल देगा लेकिन आपको बता दें दिमाग को हैल्थी और एक्टिव रखने के लिए उसे इंगेज रखना बहुत जरूरी है। इससे आप बढ़ती उम्र में दिमाग से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करने से बच सकते हैं।
The Importance of Creativity: सेहत के लिए ज़रूरी है माइंड को क्रिएटिव बनाना, इम्युनिटी बढ़ाने में भी सहायक
शरीर को फिट रखने के लिए हम क्या क्या नहीं करते लेकिन क्या आप अपने दिमाग को फिट और हैल्थी रखने के लिए भी उतनी ही कोशिश करते है जितनी शरीर को? ये सवाल आपको सोच में डाल देगा लेकिन आपको बता दें दिमाग को हैल्थी और एक्टिव रखने के लिए उसे इंगेज रखना बहुत जरूरी है। इससे आप बढ़ती उम्र में दिमाग से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करने से बच सकते हैं।
आप नोटिस करेंगे कि क्रिएटिव लोग स्ट्रेस फ्री रहते हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि क्रिएटिव होना पॉजिटिव इमोशन्स को बढ़ाता है। जिससे चिंता और अवसाद के लक्षण कम होते हैं और माइंड के साथ ओवरऑल हैल्थ भी अच्छी रहती है, तो चलिए जानते है माइंड को कैसे क्रिएटिव बनाया जा सकता है।
मेडिटेशन (ध्यान):
ध्यान लगाने से माइंड की शांति और ध्यान की ऊर्जा बढ़ती है, जिससे आपकी सोचने की क्षमता में सुधार होता है। ध्यान करने से आप नए और क्रिएटिव विचार पैदा कर सकते हैं। इससे आपकी सोच की क्षमता और क्षेत्र भी बढ़ता है।
व्यायाम:
नियमित व्यायाम करने से आपकी मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और आपकी सोचने की क्षमता में वृद्धि होती है। व्यायाम करने से नए और स्वस्थ विचार आते है।
स्वास्थ्यपूरक आहार:
सही तरह का आहार खाने से मानसिक तौर पर स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। अन्योन्य संदेह और छोटी बीमारियों से बचाव करता है, जिससे मानसिक बेचैनी कम होती है और विचार शक्ति बढ़ती है। आहार शरीर और दिमाग दोनों के लिए आवशयक होते ही है।
अपने दिनचर्या में रचना:
एक नियमित दिनचर्या बनाने से आपके मानसिक स्वास्थ्य को साधारण रूप से सुधार किया जा सकता है। एक ताजगी और संरचित दिनचर्या आपको अधिक प्रोडक्टिव बना सकती है और क्रिएटिविटी को बढ़ावा देती है।
नई चुनौतियों का सामना करें:
नई चुनौतियों का सामना करने से आपकी क्रिएटिव शक्ति को बढ़ावा मिलता है। नए कौशल सीखना और नई अनुभव प्राप्त करना आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है और क्रिएटिविटी को बढ़ावा देता है।
अपनी आसपास को देखें:
अपने आसपास के लोगों और वस्तुओं को देखने से नए और क्रिएटिव विचार आ सकते हैं। विभिन्न कला और संगतता के कार्यक्रमों में भाग लेने से आप एक्सपोलोर करते है और नई नई चीज़े भी सीखते है।
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इसके आलावा अपनी पसंदीदा चीज़ें करें क्योंकि जब आप अपने पंसदीदा चीज़ों को रेगुलर करते हैं, तो आपका माइंड कुछ अलग तरीके से काम करता है। इससे जुड़ी एक रिसर्च सामने आई है कि क्रिएटिव प्रैक्टिस स्ट्रेस दूर करने के साथ ही प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल को भी डेवलप करती है। माइंड को क्रिएटिव बनाने का एक और तरीका है कि आप चीज़ों के बारे में आउट ऑफ द बॉक्स जाकर सोचने की कोशिश करें। इस एक्सरसाइज से दिमाग में कई तरह के विचार आएंगे। इससे आपके सोचने और काम करने के पैटर्न में भी बदलाव देखने को मिलेगा।
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