क्यों होता है बच्चों में Pulmonary Hypertension? कारण, लक्षण और जानिए उपचार के तरीके
Pulmonary Hypertension एक गंभीर समस्या है जो बच्चों को प्रभावित कर सकती है। इसके लक्षणों की पहचान और उचित उपचार समय पर करना आवश्यक है।
Pulmonary Hypertension : बच्चों में फेफड़ों के उच्च रक्तचाप की समस्या, समय रहते करे बचाव
Pulmonary Hypertension, एक गंभीर मेडिकल स्थिति है जिसमें फेफड़ों की धमनियों में उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) हो जाता है। यह समस्या बच्चों में भी हो सकती है, और इसे सही समय पर पहचानना और उपचार करना महत्वपूर्ण है।
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Pulmonary Hypertension के कारण
1. जन्मजात हृदय दोष (Congenital Heart Defects): बच्चों में जन्मजात हृदय दोष, जैसे कि अतालता (Atrial Septal Defect) या वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट (Ventricular Septal Defect), फेफड़ों में रक्तचाप को बढ़ा सकते हैं।
2. फेफड़ों की बीमारियाँ (Lung Diseases): फेफड़ों की गंभीर बीमारियाँ, जैसे कि सिस्टिक फाइब्रोसिस (Cystic Fibrosis) या क्रोनिक पल्मोनरी इन्फेक्शन, भी फेफड़ों की धमनियों पर दबाव बढ़ा सकती हैं।
3. सार्वजनिक हृदय रोग (Pulmonary Vascular Disease): कुछ बच्चे जो हृदय की रक्त धमनियों की सूजन या सख्ती से पीड़ित होते हैं, उन्हें भी यह समस्या हो सकती है।
4. अज्ञात कारण (Idiopathic): कई बार, PH का कोई स्पष्ट कारण नहीं होता और इसे अज्ञात (Idiopathic) कहा जाता है।
Pulmonary Hypertension के लक्षण
1. श्वास की समस्या (Breathing Problems): बच्चों को सांस लेने में कठिनाई, तेज़ श्वास, या खांसी हो सकती है।
2. थकावट (Fatigue): बच्चे जल्दी थक जाते हैं और सामान्य गतिविधियों को भी करते समय उन्हें थकावट महसूस हो सकती है।
3. छाती में दर्द (Chest Pain): कभी-कभी बच्चे छाती में दर्द या असहजता की शिकायत कर सकते हैं।
4. सफेद त्वचा या नीला रंग (Cyanosis): फेफड़ों की रक्त आपूर्ति की कमी के कारण बच्चों की त्वचा और होंठ नीले पड़ सकते हैं।
5. सूजन (Swelling): अंगों, विशेषकर पैरों और पेट में सूजन देखी जा सकती है।
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Pulmonary Hypertension का उपचार
1. दवा (Medications): PH के इलाज के लिए विभिन्न प्रकार की दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। इसमें वासोडाइलेटर (Vasodilators) शामिल होते हैं, जो धमनियों को चौड़ा करते हैं और रक्तचाप को कम करते हैं।
2. ऑक्सीजन थेरापी (Oxygen Therapy): ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए ऑक्सीजन थेरापी की जा सकती है, जो बच्चे के फेफड़ों को सही तरीके से काम करने में मदद करती है।
3. सर्जरी (Surgery): कुछ मामलों में, जैसे कि गंभीर जन्मजात हृदय दोष के कारण PH हो, सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। सर्जरी से दोषों को ठीक किया जा सकता है और रक्त प्रवाह को सुधारने में मदद मिलती है।
4. जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes): बच्चे की दिनचर्या को मॉनिटर करना और उचित पोषण देना भी PH के इलाज में सहायक हो सकता है। इसे स्वास्थयप्रद भोजन, नियमित गतिविधियाँ और तनाव कम करने के उपायों से सहारा मिल सकता है।
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