Pre Pregnancy Tests: बेबी प्लान कर रही हैं तो प्रेग्नेंसी से पहले जरूर करवा लें ये जरूरी टेस्ट, मां-बच्चा दोनों रहेंगे स्वस्थ
Pre Pregnancy Tests: अगर कोई महिला बेबी प्लान कर रही है तो कंसीव करने से पहले ही कुछ जरूरी टेस्ट करवा लेने चाहिए। गर्भधारण करने से पहले ही अगर कुछ टेस्ट करवा लिए जाएं तो गर्भावस्था के दौरान होने वाली संभावित समस्याओं की पहचान की जा सकती है।
Pre Pregnancy Tests: प्रेग्नेंसी से पहले जरूर करवा लें ये टेस्ट, जच्चा बच्चा दोनों रहेंगे हेल्दी
एक नई जिंदगी को इस दुनिया में लाने की जर्नी जितनी खुशियों भरी होती है, उतनी ही चुनौतीपूर्ण भी होती है। हर महिला के लिए मां बनना अपने आप में एक अलग अहसास होता है। प्रेग्नेंसी फेज के दौरान तो सावधानी बरतना जरूरी होता ही है, इसके साथ ही बेबी प्लान करने से पहले भी कुछ पहलुओं पर गौर करना बेहद आवश्यक होता है। एक हेल्दी और हैप्पी प्रेग्नेंसी के लिए पहले से ही तैयारियां करना बेहद जरूरी है।
इसलिए अगर कोई महिला बेबी प्लान कर रही है तो कंसीव करने से पहले ही कुछ जरूरी टेस्ट करवा लेने चाहिए। गर्भधारण करने से पहले ही अगर कुछ टेस्ट करवा लिए जाएं तो गर्भावस्था के दौरान होने वाली संभावित समस्याओं की पहचान की जा सकती है और जिनका वक्त रहते ट्रीटमेंट हो सकता है। इससे प्रेग्नेंसी के दौरान मां की पूरी हेल्थ पर निगरानी रखने में भी हेल्प मिलती है। तो चलिए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी से पहले कौन से ब्लड टेस्ट करवाना सही रहता है।
कंसीव करने से पहले महिलाओं के लिए कुछ जरूरी टेस्ट
जनरल हेल्थ चेकअप
ये बहुत ही नॉर्मल है, जिसे आपको कंसीव करने से पहले जरूर कराना चाहिए। कई महिलाओं को लगता है कि प्रेग्नेंसी के बाद तो रूटीन चेकअप होते ही रहते हैं तो पहले कराने की क्या जरूरत है, लेकिन ये गलत है। प्लानिंग से पहले भी जनरल टेस्ट के जरिए कई सारी दिक्कतों का पता लगाने में मदद मिल सकती है।
जेनेटिक स्क्रीनिंग
गर्भवती होने से पहले कई आनुवंशिक परीक्षण भी जरूरी हैं। इससे भी कई तरह की परेशानियों का खतरा टाला जा सकता है। वैसे इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) और प्रीइम्प्लांटेशन जेनेटिक टेस्टिंग (पीजीटी) में इम्प्लांटेशन से पहले एंब्रियो में जेनेटिक डिफेक्ट की पहचान की जाती है।
वैक्सीनेशन स्टेटस
फैमिली को आगे बढ़ाने की सोच रही हैं तो कुछ टीकाकरण की भी जांच जरूरी है। इससे आप कई सारी समस्याओं के होने का खतरा कम कर सकती हैं। जिसमें सबसे जरूरी है mumps, measles और rubella (एमएमआर) का टीकाकरण। रूबेला तो प्रेग्नेंसी में बहुत ज्यादा दिक्कत पैदा कर सकता है। जिसके चलते मिसकैरेज होने की संभावना होती है और अगर बच्चा पैदा होता है, तो कई तरह के विकार के साथ।
Read More: Study Habits: बच्चे नहीं कर रहे पढ़ाई? मन में डालें ये आदतें, स्टडी रूम को अच्छे से करें तैयार
मेंटल हेल्थ चेकअप
फैमिली प्लानिंग की सोच रही हैं तो इसके लिए मानसिक रूप से तैयार होना बहुत जरूरी है। वरना इससे तनाव, डिप्रेशन जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जो आपको ही नहीं, बल्कि होने वाले बच्चे को भी कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती हैं। अगर आप पहले से किसी तरह की मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्याओं से जूझ रही हैं, तो ऐसे में पहले उसका इलाज करवाएं फिर कंसीव करने के बारे में सोचें।
सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इनफेक्शन की जांच
कंसीव करने से पहले एसटीआई की जांच भी बहुत जरूरी है। इसकी अनदेखी से प्रेग्नेंसी में तो कॉम्प्लिकेशन्स होते ही हैं, साथ ही पैदा होने वाले बच्चे में भी कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है। जिसमें प्रीमेच्योर डिलीवरी, जन्म के वक्त बच्चे का वजन कम होना और गंभीर इन्फेक्शन्स शामिल है।
कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट (CBC)
इस टेस्ट में ब्लड सेल्स को मापा जाता है, जैसे प्लेटलेट्स काउंट, रेड ब्लड सेल्स (RBC), व्हाइट ब्लड सेल्स (WBC)। इस टेस्ट को करवाने से प्रेग्नेंसी के दौरान एनीमिया के खतरे से बचा जा सकता है।
We’re now on WhatsApp. Click to join.
ब्लड ग्लूकोज लेवल टेस्ट
इस टेस्ट में ब्लड में ग्लूकोज यानी शुगर की मात्रा चेक की जाती है। ताकि डायबिटीज की वजह से प्रेग्नेंसी में कोई कॉम्प्लिकेशन न हो। कई बार होने वाले बच्चे को जन्म से डायबिटीज हो जाती है। हालांकि यह काफी कम मामलों में देखने को मिलता है।
हेपेटाइटिस बी और सी का टेस्ट
हेपेटाइटिस बी और सी का टेस्ट प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीनों में करवाना तो बेहद जरूरी होता ही है, इसके अलावा यह टेस्ट बेबी प्लान करने से पहले भी एक बार करवा लेना चाहिए। क्योंकि ये बीमारियां मां से बच्चे में हो सकती हैं।
अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com