जाने क्या होता है यूटीआई, महिलाओं में ये लक्षण बढ़ा सकते हैं यूटीआई का खतरा
जाने क्या होती है यूटीआई
आज के समय में हम सभी लोगों का लाइफस्टाइल इतना ज्यादा बदल गया है कि आज इस दौड़ भाग वाली जिंदगी में लोगों के पास खुद के लिए भी समय नहीं होता है। जिसके कारण कई बार उनको ऐसी कई छोटी मोटी परेशानी होती है जिसे वो अनदेखा कर देते है और बाद में उनको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ती है। इस दौड़ भाग वाली जिंदगी में कई बीमारियां ऐसी होती है जो आपको अपना शिकार बना लेती हैं। और कई बीमारियां ऐसी होती है जो जिंदगी भर आपके साथ ही रहती है।
अगर हम महिलाओं की बात करें तो महिलाओं में अक्सर बीमारियों का खतरा बना रहता है। जैसे यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन। वैसे तो ये एक नार्मल बीमारी है लेकिन अगर इसका समय पर इलाज न किया गया तो ये एक खतरनाक बीमारी बन सकती है। आपको बता दे कि यूटीआई गुप्तांगों में होती है और ये महिला और पुरुष दोनों में होती है। इस बीमारी को समय पर पहचानकर इसका इलाज करवाना बेहद जरूरी होता है तो चलिए जानते है कैसे पहचाने इस बीमारी को।
जाने कितने प्रकार के होते हैं यूटीआई
आज के समय पर हम सभी लोगों का लाइफस्टाइल इतना ज्यादा भाग दौड़ भरा हो गया है कि इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में हमारे पास अपने लिए ही समय नहीं होता। जिसके कारण कई बार हमें कुछ छोटी मोटी परेशानियां भी होती है जिसे हम नजरअंदाज कर देते है। जिसके कारण आगे चल कर वो छोटी परेशानी एक भयानक रूप ले लेती है। इसलिए अगर किसी को यूटीआई की दिक्कत महसूस हो रही हो तो उससे जल्द से जल्द डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए और उनकी देखरेख में रहना ही बेहतर विकल्प होता है। आपको बता दे कि यूटीआई दो प्रकार के होते हैं। पहला अपर और दूसरा लोअर।
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जाने यूटीआई के लक्षण
1. रोगी को पेशाब करते समय जलन महसूस होना।
2. उल्टी आना।
3. रोगी के पेशाब का रंग बदलना।
4. रोगी को छींकते समय थोड़ा सा पेशाब आना।
5. रोगी को बुखार और चक्कर आना।
यूटीआई का इलाज
1. आपको बता दे कि यूटीआई में रोगी को पेन किलर और एंटीबायोटिक्स दवा दी जाती है। ये रोगी को जल्दी आराम दिलाता हैं। जिन रोगियों को अपर यूटीआई होता है उनको तेज बुखार और उल्टी जैसी शिकायत भी होती है। जिसके कारण ऐसी स्थिति में दवाओं का सेवन ज्यादा करना पड़ता है।
2. आपको बता दे कि यूटीआई की समस्या होने पर डॉक्टर तरल पदार्थों के सेवन की सलाह देते हैं। इसलिए आप चाहे तो पानी, नारियल पानी और जूस जैसी चीजों का सेवन कर सकते हैं।
3. आप चाहे तो दवाओं के साथ क्रैनबेरी जूस का सेवन भी कर सकते है। दवा के साथ इस जूस को पीने से लाभ जल्दी मिल सकता है।
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