Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114

Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the hustle domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/admin/domains/hindi.oneworldnews.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
Aspirin for migraine: माइग्रेन के लिए कितना सुरक्षित और इफेक्टिव है है एस्प्रिन
सेहत

Aspirin for migraine: माइग्रेन के लिए कितना सुरक्षित और इफेक्टिव है है एस्प्रिन

माइग्रेन क्या होता है? जाने इसके घरेलू नुस्खे


माइग्रेन सामान्य तौर पर होने वाला एक विशिष्ट प्रकार का सिरदर्द है। जिन लोगों को माइग्रेन होता है उन लोगों को नियमित तौर पर सिरदर्द के दौरे पड़ते हैं। अक्सर यह दर्द कान व आंख के पीछे अथवा कनपटी में होता है। वैसे यह दर्द सिर के किसी भी भाग में हो सकता है। माइग्रेन खानपान, वातावरण में बदलाव, बढ़ते तनाव या कभी-कभी बहुत अधिक सोने से भी हो सकता है। कभी-कभी इसमें उल्टी, या जी मिचलाने की शिकायत भी हो सकती है। अगर माइग्रेन की दवा समय पर नहीं मिली तो यह दर्द 4-5 घंटों तक रह सकता है। साथ ही इससे कुछ लोगों की देखने की क्षमता भी कम हो जाती है। माइग्रेन में एस्प्रिन कितनी सुरक्षित है इसका पता हमें हाल ही में सामने आई एक स्टडी से पता चलता है, स्टडी के अनुसार एस्प्रिन माइग्रेन के इलाज में कारगर साबित हुई है। एक नए अध्ययन में तीव्र माइग्रेन के इलाज के लिए अन्य महंगी दवाओं के साथ-साथ आवर्ती हमलों को रोकने के लिए एस्प्रिन को एक प्रभावी और सुरक्षित विकल्प माना गया है।

माइग्रेन के दर्द से घर पर कैसे निपटें

अदरक: अदरक को मितली के इलाज के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार माना जाता है। अदरक माइग्रेन के लक्षणों की गंभीरता को कम कर सकता है, ऐसे समय में अदरक माइग्रेन में बड़ी राहत प्रदान कर सकता है।

पुदीने का तेल: पुदीना के तेल में मेन्थॉल होता है, जो माइग्रेन अटैक को रोकने में कारगर होता है। एक रिसर्च में यह पाया गया कि सर से जुड़े दर्द, मितली और रोशनी के प्रति संवेदनशीलता के लिए दवाओं की तुलना में पुदीने का तेल ज्यादा प्रभावी होता है।

और पढ़ें: लॉकडाउन में बढ़ रही हैं कपल्स की लड़ाई, 5 आसान तरीकों से सुधारें अपना रिश्ता

कॉफी: जिस तरह नॉर्मल सि‍र दर्द में कॉफी और चाय पीना फायदेमंद होता है। उसी तरह माइग्रेन वाले दर्द में भी कॉफी पीना काफी फायदेमंद होता है। माइग्रेन अटैक आने पर कॉफी पीने से राहत मिलेगी।

ब्रॉकली: ब्रॉकली मतलब हरी गोभी, ब्रॉकली में भरपूर मात्रा में मैग्नीशि‍यम पाया जाता है। जिससे माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है।

योग: माइग्रेन से राहत के लिए अपनी दिनचर्या में योग को शामिल करें। एक रिसर्च से यह साबित हुआ है, कि योग माइग्रेन की अवधि और तीव्रता से राहत देने में मदद कर सकता है। माइग्रेन-ट्रिगर क्षेत्रों में, तनाव को कम करने, चिंता को कम करने से लेकर योगा माइग्रेन के इलाज और रोकथाम के लिए बहुत फायदेमंद है।

अगर आपके पास भी हैं कुछ नई स्टोरीज या विचार, तो आप हमें इस ई-मेल पर भेज सकते हैं info@oneworldnews.com

Back to top button